संत बाळुमामा पुण्यतिथी जागर-आदमपूर- संत बाळुमामा पुण्यतिथी पर कविता-🙏🌟🐑✨

Started by Atul Kaviraje, August 13, 2025, 11:06:06 AM

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Atul Kaviraje

संत बाळुमामा पुण्यतिथी जागर-आदमपूर-

संत बाळुमामा पुण्यतिथी पर कविता-

१. बाळुमामा का आज पुण्यतिथी है,
आदमपूर में भक्तों की भीड़ लगी है।
श्रद्धा और भक्ति से मन है भरा,
तुम्हारा नाम ही है हमारा सहारा।

अर्थ: आज बाळुमामा की पुण्यतिथि है और आदमपूर में भक्तों की भारी भीड़ लगी है। हमारा मन श्रद्धा और भक्ति से भरा है, क्योंकि आपका नाम ही हमारा एकमात्र सहारा है।

२. सादगी, त्याग और प्रेम की मूरत,
तुम्हारे चेहरे पर थी एक दिव्य सूरत।
जीवन का मार्ग हमें तुमने दिखाया,
सच्चे सुख का अर्थ समझाया।

अर्थ: आप सादगी, त्याग और प्रेम की मूर्ति थे, आपके चेहरे पर एक दिव्य आभा थी। आपने हमें जीवन का सही मार्ग दिखाया और सच्चे सुख का अर्थ समझाया।

३. भेड़ों के साथ तुम्हारा जीवन बीता,
पशुओं से भी तुमने प्रेम करना सिखाया।
परोपकार और सेवा का संदेश दिया,
हर प्राणी से प्रेम करने का ज्ञान दिया।

अर्थ: आपने भेड़ों के साथ अपना जीवन बिताया और हमें पशुओं से भी प्रेम करना सिखाया। आपने परोपकार और सेवा का संदेश दिया और हर प्राणी से प्रेम करने का ज्ञान दिया।

४. आदमपूर की पावन धरती पर,
तुम्हारे चरणों में हम करते हैं नमन।
तुम्हारी कृपा से मिलता है बल,
हर संकट का होता है हल।

अर्थ: आदमपूर की पवित्र धरती पर, हम आपके चरणों में प्रणाम करते हैं। आपकी कृपा से हमें शक्ति मिलती है और हर समस्या का समाधान मिलता है।

५. हर साल आता है यह जागरण,
तुम्हारी यादों से मन होता है पावन।
भजन, कीर्तन और सत्संग होता,
हर भक्त तुम्हारे रंग में रमता।

अर्थ: हर साल यह जागरण आता है, जिससे हमारा मन आपकी यादों से पवित्र हो जाता है। भजन, कीर्तन और सत्संग होता है, जिसमें हर भक्त आपकी भक्ति में लीन हो जाता है।

६. 🙏🌟🐑✨
अंगारक संकष्ट चतुर्थी का भी योग है,
आज का दिन बहुत ही विशेष है।
गणपति और बाळुमामा की कृपा,
जीवन में लाए सुख और शान्ति।

अर्थ: आज अंगारक संकष्ट चतुर्थी का भी शुभ योग है। इसलिए आज का दिन बहुत खास है। गणपति और बाळुमामा दोनों की कृपा से हमारे जीवन में सुख और शांति आए।

७. बाळुमामा की जय-जयकार हो,
हर भक्त का कल्याण हो।
तुम्हारे आशीर्वाद से जीवन धन्य हो,
तुम्हारे चरणों में हमारा शीश झुके।

अर्थ: बाळुमामा की जय हो, और हर भक्त का कल्याण हो। आपके आशीर्वाद से हमारा जीवन धन्य हो और हमारा सिर आपके चरणों में झुका रहे।
 
--अतुल परब
--दिनांक-12.08.2025-मंगळवार.
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