देवी यात्रा पर कविता-

Started by Atul Kaviraje, August 13, 2025, 11:07:42 AM

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Atul Kaviraje

1-वाघजाई देवी यात्रा-मोरंबे, तालुका-कागल-

2-खणाई देवी यात्रा-नागाव, तालुका-हातकणंगले-

देवी यात्रा पर कविता-

१. वाघजाई देवी की जय-जयकार हो,
खणाई देवी की भी जयकार हो।
आज के दिन दोनों का पर्व आया,
भक्तों के मन में भक्ति का रंग छाया।

अर्थ: वाघजाई देवी की जय हो, और खणाई देवी की भी जय हो। आज के दिन इन दोनों देवियों का पर्व आया है, जिससे भक्तों के मन में भक्ति का रंग छा गया है।

२. मोरंबे गाँव में पालकी सजी,
नागाव में भी धूम मची।
गाँव-गाँव में देवी की पूजा,
भक्ति का यह त्योहार है दूजा।

अर्थ: मोरंबे गाँव में देवी की पालकी सजाई गई है और नागाव में भी उत्सव का माहौल है। हर गाँव में देवी की पूजा हो रही है, यह भक्ति का एक अलग ही त्योहार है।

३. ढोल-ताशों की गूंज सुनाई दे,
भक्तों का हुजूम दिखाई दे।
नृत्य और संगीत का हो समां,
खुशियाँ ही खुशियाँ हों हर जहाँ।

अर्थ: ढोल और ताशों की आवाज गूंज रही है, भक्तों की भीड़ दिखाई दे रही है। नृत्य और संगीत का माहौल बना है, हर जगह खुशियाँ ही खुशियाँ हैं।

४. माता हमारी करती हैं रक्षा,
दूर करती हैं जीवन के हर संकट।
इनकी कृपा से मिले सुख और शांति,
जीवन में आए सुख-समृद्धि की क्रांति।

अर्थ: हमारी माता देवी हमारी रक्षा करती हैं और जीवन के हर संकट को दूर करती हैं। इनकी कृपा से हमें सुख और शांति मिले और जीवन में सुख-समृद्धि की क्रांति आए।

५. हर घर में आज है उत्सव,
देवियों का आशीर्वाद है सब पर।
एकता और भाईचारे का संदेश,
हर गाँव में है यह सुंदर परिवेश।

अर्थ: आज हर घर में उत्सव का माहौल है और सभी पर देवियों का आशीर्वाद है। यह एकता और भाईचारे का संदेश देता है, यह एक सुंदर माहौल हर गाँव में है।

६. 🙏🌟🎉🌸
हाथ जोड़कर करें हम प्रार्थना,
पूरी करो हमारी हर कामना।
देवी माता, तुम हो हमारी आस,
तुम्हारे बिना जीवन है उदास।

अर्थ: हम हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हैं कि हमारी हर इच्छा पूरी हो। हे देवी माता, आप ही हमारी आशा हैं, आपके बिना हमारा जीवन अधूरा है।

७. वाघजाई, खणाई, सबकी हो जय,
तुम हो हमारी शक्ति और अभय।
तुम्हारे चरणों में हमारा शीश झुके,
तुम्हारी कृपा से हमारा जीवन फले-फूले।

अर्थ: वाघजाई और खणाई, सबकी जय हो। आप हमारी शक्ति और साहस हैं। हमारा शीश आपके चरणों में झुका रहे और आपकी कृपा से हमारा जीवन फलता-फूलता रहे।

--अतुल परब
--दिनांक-12.08.2025-मंगळवार.
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