कमराली उरूस-किणी, तालुका-हातकणंगले- कमराली उरूस पर कविता-💫🤝💖

Started by Atul Kaviraje, August 13, 2025, 11:09:12 AM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

कमराली उरूस-किणी, तालुका-हातकणंगले-

कमराली उरूस पर कविता-

१. किणी गाँव में आज मेला लगा,
कमराली उरूस का माहौल जगा।
हिन्दू-मुस्लिम सब एक साथ,
भाईचारे का दिया है मजबूत साथ।

अर्थ: किणी गाँव में आज मेला लगा है और कमराली उरूस का माहौल बन गया है। हिन्दू और मुस्लिम सब एक साथ मिलकर भाईचारे का मजबूत साथ दे रहे हैं।

२. बाबा की दरगाह पर फूल हैं चढ़े,
भक्तों के मन में हैं मन्नतें गढ़े।
संदीप का जुलूस है निकला,
हर चेहरा खुशी से है खिला।

अर्थ: बाबा की दरगाह पर फूल चढ़ाए जा रहे हैं और भक्तों के मन में मन्नतें हैं। संदीप का जुलूस निकल रहा है और हर चेहरा खुशी से खिला हुआ है।

३. ढोल-ताशों की गूंज है सुनाई,
कव्वाली और भजन की है धूम मची।
आस्था और भक्ति का है यह मिलन,
सबके मन में है शांति का आगमन।

अर्थ: ढोल और ताशों की आवाज सुनाई दे रही है और कव्वाली-भजन की धूम मची है। यह आस्था और भक्ति का मिलन है, जिससे सबके मन में शांति आ रही है।

४. सेवा और परोपकार का संदेश,
हर दिल में है एक नया परिवेश।
गरीबों को मिलता है अन्नदान,
सबके मन में है प्रेम का स्थान।

अर्थ: सेवा और परोपकार का संदेश है, जो हर दिल में एक नया माहौल बना रहा है। गरीबों को अन्नदान मिल रहा है, और सबके मन में प्रेम का स्थान है।

५. हर साल आता है यह पावन पर्व,
मानवता पर है हमें बहुत गर्व।
कमराली बाबा का आशीर्वाद बना रहे,
जीवन की हर बाधा को दूर करे।

अर्थ: हर साल यह पवित्र पर्व आता है, जिससे हमें मानवता पर गर्व होता है। कमराली बाबा का आशीर्वाद बना रहे और जीवन की हर बाधा को दूर करे।

६. 💫🤝💖
सबके होंठों पर है एक ही दुआ,
प्रेम की खुशबू से महके यह हवा।
जात-पात के बंधन टूटें,
सब मिलकर एक साथ चलें।

अर्थ: सबके होंठों पर एक ही दुआ है कि प्रेम की खुशबू से यह हवा महकती रहे। जात-पात के बंधन टूट जाएं और हम सब मिलकर एक साथ चलें।

७. कमराली बाबा की जय-जयकार हो,
हर भक्त का कल्याण हो।
तुम्हारा आशीर्वाद बना रहे,
हर घर में खुशियों का वास रहे।

अर्थ: कमराली बाबा की जय हो, और हर भक्त का कल्याण हो। आपका आशीर्वाद बना रहे और हर घर में खुशियों का वास हो।

--अतुल परब
--दिनांक-12.08.2025-मंगळवार.
===========================================