हिंदी कविता: जड़ी-बूटियाँ और जानवर-🦁🌿🧠💊🐦💯✨

Started by Atul Kaviraje, August 13, 2025, 05:26:56 PM

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Atul Kaviraje

जानवर 🦁 अपनी बीमारियों का इलाज करने के लिए खुद ही पौधों 🌿 का उपयोग करते हैं?

हिंदी कविता: जड़ी-बूटियाँ और जानवर-

चरण 1:
जंगल के राजा, शेर, बाघ,
दवा की खोज में हैं जाग।
कौन सा पत्ता, कौन सी जड़,
जानते हैं वे हर एक डगर।
अर्थ: यह चरण बताता है कि जानवर, यहां तक कि शेर और बाघ जैसे शिकारी भी, औषधीय पौधों की तलाश में रहते हैं।
🖼�: 🦁🌿

चरण 2:
हाथी खाते पत्ते खास,
प्रसव में मिले आराम।
चिंपैंज़ी खाते कड़वी पत्ती,
पेट के कीड़े हो जाते खत्म।
अर्थ: इसमें जानवरों के उदाहरण दिए गए हैं, जैसे हाथी और चिंपैंज़ी, जो विशेष पौधों का उपयोग अपनी बीमारियों के इलाज के लिए करते हैं।
🖼�: 🐘🐒

चरण 3:
यह ज्ञान उन्हें सिखाया किसने?
क्या है यह उनका सहज मन?
पीढ़ी दर पीढ़ी चलता आया,
यह प्रकृति का है अद्भुत वरदान।
अर्थ: यह इस बात पर सवाल उठाता है कि जानवरों को यह ज्ञान कहाँ से मिला और यह कैसे पीढ़ी-दर-पीढ़ी चला आ रहा है।
🖼�: 🧠

चरण 4:
इंसान ने भी सीखा है उनसे,
बनी हैं दवाइयाँ उन्हीं से।
जड़ी-बूटियों का है यह ज्ञान,
संसार को दिया है जीवन दान।
अर्थ: यह बताता है कि इंसान ने भी जानवरों से प्रेरणा लेकर कई दवाइयाँ बनाई हैं और प्रकृति के इस ज्ञान का उपयोग किया है।
🖼�: 👨�⚕️💊

चरण 5:
पक्षी घोंसलों में रखते,
जड़ी-बूटियाँ, जो सुगंध देते।
कीड़ों से बच्चों को बचाते,
अपने परिवार को सुरक्षित रखते।
अर्थ: यह पक्षियों के व्यवहार का वर्णन करता है, जो अपने बच्चों को परजीवियों से बचाने के लिए घोंसलों में औषधीय पौधे रखते हैं।
🖼�: 🐦👪

चरण 6:
तो जब भी देखो कोई जानवर,
कोई पत्ता खाते हुए।
याद रखना वह है वैद्य,
प्रकृति का ज्ञान रखते हुए।
अर्थ: यह कविता का निष्कर्ष है, जो लोगों को यह याद रखने के लिए कहता है कि जानवर भी प्रकृति के ज्ञान का उपयोग करके अपना इलाज करते हैं।
🖼�: 💯

चरण 7:
हे प्रकृति, तुम हो अद्भुत,
तुम्हारा ज्ञान है सबसे अद्भुत।
तुम हो जीवन का आधार,
तुम पर है विश्वास का भार।
अर्थ: यह पूरी कविता का सार है, जो प्रकृति की अद्भुतता, उसके ज्ञान और जीवन के लिए उसके महत्व पर प्रकाश डालता है।
🖼�: ✨🌿

इमोजी सारांश: 🦁🌿🧠💊🐦💯✨

--अतुल परब
--दिनांक-13.08.2025-बुधवार.
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