हम दुखी होने पर क्यों रोते हैं? 😢"आँसू क्यों आते हैं?"

Started by Atul Kaviraje, August 14, 2025, 04:44:21 PM

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Atul Kaviraje

हम दुखी होने पर क्यों रोते हैं? 😢

हिंदी कविता (Hindi Poem)

"आँसू क्यों आते हैं?"

**1. **
जब मन में दुख का सागर हो,
और दिल में गहरा घाव हो।
आँसू बनके बह जाते हैं,
जो दर्द का एक बहाव हो।
अर्थ: जब मन में गहरा दुख होता है, तो आँसू बनकर वह दर्द बाहर आ जाता है।

**2. **
ये सिर्फ पानी नहीं हैं, दोस्तों,
ये हैं भावनाओं का एक बंधन।
तनाव को बाहर निकालते हैं,
जैसे बादल करते हों गर्जन।
अर्थ: आँसू सिर्फ पानी नहीं हैं, बल्कि ये भावनाओं को व्यक्त करते हैं और तनाव को कम करते हैं।

**3. **
कभी खुशी में भी तो आते हैं,
जब दिल खुशी से भर जाते हैं।
मीठे-मीठे आँसू बनके,
सारे गम दूर हो जाते हैं।
अर्थ: कभी-कभी बहुत ज्यादा खुशी होने पर भी आँसू आते हैं, जो सुखद भावनाओं का संकेत देते हैं।

**4. **
दर्द को कम करने का एक साधन,
और मन को शांत करने का कारण।
ये आँसू हमें राहत देते हैं,
जैसे सूखी जमीन को मिले श्रावण।
अर्थ: आँसू शारीरिक और मानसिक दर्द को कम करते हैं और मन को शांति देते हैं।

**5. **
बच्चों की भाषा हैं ये,
अपनी जरूरत बताने का तरीका।
माँ को ये बताते हैं,
कि भूखा है या कोई दर्द हुआ।
अर्थ: छोटे बच्चों के लिए रोना अपनी जरूरतों को व्यक्त करने का एक तरीका है, जैसे कि भूख या दर्द।

**6. **
मन को हल्का कर जाते हैं,
और फिर से जीने की आस जगाते हैं।
रूठने के बाद ये आँसू,
फिर से सबको हँसाते हैं।
अर्थ: रोने के बाद मन हल्का हो जाता है, और व्यक्ति को फिर से जीने की उम्मीद मिलती है।

**7. **
ये आँसू कमजोरी नहीं,
ये तो हैं भावनाओं की पहचान।
जो इन्हें रोकते नहीं,
वही हैं सच्चे इंसान।
अर्थ: रोना कमजोरी नहीं है, बल्कि यह अपनी भावनाओं को स्वीकार करने का संकेत है। जो लोग खुलकर रोते हैं, वे अपने मन से सच्चे होते हैं।

--अतुल परब
--दिनांक-14.08.2025-गुरुवार.
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