बृहस्पति पूजन- हिंदी कविता-

Started by Atul Kaviraje, August 15, 2025, 12:00:45 PM

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Atul Kaviraje

बृहस्पति पूजन-

हिंदी कविता-

(१)
गुरुवार का पावन दिन आया,
बृहस्पति का आशीर्वाद लाया।
पीले वस्त्र और पीला रंग,
जीवन में भरे खुशियों की उमंग।
अर्थ: गुरुवार का पावन दिन आया है, जो बृहस्पति देव का आशीर्वाद लेकर आया है। पीले वस्त्र और पीला रंग पहनने से जीवन में खुशियों का संचार होता है।

(२)
केले के पेड़ की पूजा करें,
हल्दी और चने से सम्मान करें।
देवगुरु की कथा सुनें,
ज्ञान और बुद्धि के मोती चुनें।
अर्थ: इस दिन केले के पेड़ की पूजा करनी चाहिए और हल्दी-चने से उनका सम्मान करना चाहिए। देवगुरु की कथा सुनकर हमें ज्ञान और बुद्धि मिलती है।

(३)
दान-पुण्य का यह है दिन,
पीली वस्तुओं का करें दान।
गुड़ और दाल का प्रसाद बनाओ,
सबको खिलाकर मन हर्षाओ।
अर्थ: यह दिन दान-पुण्य का है। पीली वस्तुएँ, जैसे गुड़ और दाल का दान करना चाहिए और प्रसाद के रूप में सबको खिलाकर मन को प्रसन्न करना चाहिए।

(४)
नमक त्याग कर व्रत को रखें,
जीवन के हर कष्ट को भगाएँ।
बृहस्पति देव की कृपा हो,
सुख-समृद्धि से घर भर जाए।
अर्थ: नमक का त्याग करके व्रत रखना चाहिए, जिससे जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। बृहस्पति देव की कृपा से घर सुख-समृद्धि से भर जाता है।

(५)
ज्योतिष में यह सबसे शुभ,
भाग्य का कारक, विद्या का स्रोत।
कमजोर हो गर ग्रह यह,
तो पूजा से बने वह मजबूत।
अर्थ: ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह सबसे शुभ माना जाता है। यह भाग्य और विद्या का स्रोत है। अगर यह ग्रह कमजोर हो तो पूजा करने से वह मजबूत हो जाता है।

(६)
परिवार में लाए यह खुशियाँ,
संतान और वैवाहिक सुख।
हर इच्छा होती है पूरी,
दूर हो जाते हैं सारे दुख।
अर्थ: बृहस्पति देव की पूजा से परिवार में खुशियाँ आती हैं, संतान और वैवाहिक सुख मिलता है। सारी इच्छाएँ पूरी होती हैं और दुख दूर हो जाते हैं।

(७)
मन में श्रद्धा और विश्वास,
बृहस्पति देव का साथ।
हर संकट से मिलती मुक्ति,
जब हो उनका हाथ हमारे साथ।
अर्थ: जब मन में श्रद्धा और विश्वास होता है और बृहस्पति देव का साथ मिलता है, तो हर संकट से मुक्ति मिलती है और उनका हाथ हमारे साथ होता है।

--अतुल परब
--दिनांक-14.08.2025-गुरुवार.
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