जरा-जीवांतिका पूजन- हिंदी कविता-🙏🤱✨💛💚📖🎶🤝🎁

Started by Atul Kaviraje, August 16, 2025, 11:57:03 AM

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Atul Kaviraje

जरा-जीवांतिका पूजन-

हिंदी कविता-

चरण 1: जरा-जीवंतिका का वंदन

श्रावण का आया शुक्रवार,

देवी का करने सत्कार।

जरा-जीवंतिका माँ हमारी,

संतान की रक्षा करती सारी।

अर्थ: श्रावण महीने का शुक्रवार आ गया है, जिसमें हम जरा-जीवंतिका देवी का स्वागत और सम्मान करते हैं, जो हमारी संतानों की रक्षा करती हैं।

चरण 2: हल्दी-कुमकुम का रंग

हल्दी-कुमकुम से पूजा सजाएँ,

माँ के आगे शीश झुकाएँ।

बच्चों की सुरक्षा का वर माँगते,

उनकी खुशी के सपने जागते।

अर्थ: हम हल्दी-कुमकुम से पूजा सजाकर माँ के सामने सिर झुकाते हैं और बच्चों की सुरक्षा तथा खुशियों के लिए प्रार्थना करते हैं।

चरण 3: व्रत का संकल्प

दिन भर का है यह व्रत,

भक्ति से मन है आर्त।

अपने बच्चों के लिए यह त्याग,

माँ की ममता का है यह राग।

अर्थ: यह दिन भर का व्रत बच्चों के लिए माँ के त्याग और उनकी गहरी ममता को दर्शाता है, जिसमें मन भक्ति से भरा होता है।

चरण 4: कहानी की मिठास

सारे मिलकर कथा सुनाएँ,

देवी के महिमा के गुण गाएँ।

बच्चों की बुरी नजर हट जाए,

रोग-दोष सब दूर हो जाए।

अर्थ: सब मिलकर देवी की कथा सुनते हैं और उनकी महिमा का गुणगान करते हैं, ताकि बच्चों को बुरी नजर और रोगों से मुक्ति मिले।

चरण 5: आरती की थाल

थाली में दीपक सजाएँ,

माँ की आरती गाएँ।

आशीर्वाद मिले हर बच्चे को,

सदा खुशियाँ मिले हर घर को।

अर्थ: हम दीपक से सजी थाली के साथ देवी की आरती गाते हैं और प्रार्थना करते हैं कि हर बच्चे को उनका आशीर्वाद मिले और हर घर में खुशियाँ आएँ।

चरण 6: प्रेम का बंधन

हल्दी-कुमकुम बाँटें आपस में,

खुशियाँ भरें हम सभी के मन में।

बहनों का यह प्रेम भरा त्योहार,

बनाए रखता है सामाजिक प्यार।

अर्थ: हम एक-दूसरे को हल्दी-कुमकुम लगाकर आपसी प्रेम को बढ़ाते हैं, जिससे यह त्योहार सामाजिक सद्भाव को बनाए रखता है।

चरण 7: परोपकार का संदेश

दान-पुण्य का यह दिवस,

खुशियाँ बाँटो चारों तरफ।

बच्चों की हँसी रहे सदा,

माँ की दुआ है यही सदा।

अर्थ: यह दिन दान-पुण्य का संदेश देता है और हम प्रार्थना करते हैं कि बच्चों के चेहरे पर हमेशा मुस्कान बनी रहे।

कविता का संक्षिप्त अर्थ और सारांश:

यह कविता जरा-जीवंतिका पूजन के महत्व को दर्शाती है, जिसमें माँ अपनी संतान के अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती है। यह पूजा हल्दी-कुमकुम, व्रत, कथा और आरती के माध्यम से देवी के प्रति अपनी भक्ति और त्याग को व्यक्त करती है। यह त्योहार परिवार और समाज में प्रेम और सद्भाव को भी बढ़ाता है।

संकेत और Emoji:

🙏🤱✨💛💚📖🎶🤝🎁

--अतुल परब
--दिनांक-15.08.2025-शुक्रवार.
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