आदित्य पूजन- 🌞 सूर्य देव पर एक सुंदर कविता 🌞

Started by Atul Kaviraje, August 18, 2025, 11:25:18 AM

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Atul Kaviraje

आदित्य पूजन-

🌞 सूर्य देव पर एक सुंदर कविता 🌞

१.
पूर्व दिशा से आते हो तुम,
जीवन में प्रकाश लाते हो तुम।
तिमिर को तुम हर लेते हो,
सृष्टि को जीवन देते हो तुम।
अर्थ: सूर्य देव आप पूर्व दिशा से आते हैं और जीवन में प्रकाश लाते हैं। आप अंधकार को दूर करते हैं और इस सृष्टि को जीवन देते हैं।

२.
तुम्हारी किरणें जब धरती को छूतीं,
नई आशाएं तब जीवन में उगतीं।
फूलों में रंग भर जाते हैं,
पक्षी भी गीत गाने लगते हैं।
अर्थ: जब आपकी किरणें धरती पर पड़ती हैं, तो जीवन में नई उम्मीदें जगती हैं। फूल खिल उठते हैं और पक्षी भी चहकने लगते हैं।

३.
तुम हो जगत के प्राण,
तुमसे ही है हर इंसान।
तुम्हारे बिना जीवन अधूरा,
तुमसे ही तो जग है पूरा।
अर्थ: आप इस संसार के प्राण हैं। हर जीव आप पर ही निर्भर है। आपके बिना जीवन अधूरा है, और आपके प्रकाश से ही यह संसार संपूर्ण है।

४.
तेज तुम्हारा है बहुत निराला,
तुमने ही रचा यह जग सारा।
हर कण में तुम समाए हो,
हर जीव को तुमने ही बनाया है।
अर्थ: आपका तेज अनोखा है। आपने ही इस पूरे संसार की रचना की है। आप हर कण में मौजूद हैं और आपने ही हर जीव को बनाया है।

५.
जब करते हैं हम तुम्हें अर्घ्य,
मिलता है जीवन में बड़ा सौभाग्य।
रोग, दोष सब दूर हो जाते हैं,
जीवन के कष्ट सब मिट जाते हैं।
अर्थ: जब हम आपको अर्घ्य देते हैं, तो हमें जीवन में बहुत सौभाग्य मिलता है। हमारे सभी रोग और कष्ट दूर हो जाते हैं।

६.
हे रवि! तुमको हम प्रणाम करते हैं,
तुम्हारा हर दिन गुणगान करते हैं।
शक्ति, बुद्धि और बल दो,
हमें सदा सही मार्ग दिखा दो।
अर्थ: हे सूर्य देव! हम आपको प्रणाम करते हैं और हर दिन आपका गुणगान करते हैं। हमें शक्ति, बुद्धि और बल प्रदान करें और हमेशा सही रास्ता दिखाएं।

७.
तुम हो सब के पालनहारे,
हम हैं तुम्हारे ही प्यारे।
हम पर कृपा बनाए रखना,
जीवन को सदा रोशन रखना।
अर्थ: आप सभी के पालनकर्ता हैं और हम आपके प्रिय हैं। हम पर अपनी कृपा हमेशा बनाए रखें और हमारे जीवन को हमेशा रोशन करते रहें।

कविता सारांश: यह कविता सूर्य देव की महिमा, उनके जीवनदायिनी स्वरूप और उनकी पूजा के महत्व को दर्शाती है। ☀️🙏

--अतुल परब
--दिनांक-17.08.2025-रविवार.
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