📜 सेवा पर एक सुंदर कविता 📜

Started by Atul Kaviraje, August 18, 2025, 11:28:58 AM

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Atul Kaviraje

राष्ट्रीय गैर-लाभकारी दिवस-

📜 सेवा पर एक सुंदर कविता 📜

१.
एक दिन है खास, १७ अगस्त का,
सेवा का यह दिन है महान।
जो करते हैं निःस्वार्थ सेवा,
उनको है हमारा सम्मान।
अर्थ: १७ अगस्त का दिन बहुत खास है। यह महान सेवा का दिन है। जो लोग निस्वार्थ भाव से सेवा करते हैं, उनका हम सम्मान करते हैं।

२.
गैर-लाभकारी संस्थाएं हैं वे,
जो देते हैं जीवन का सार।
किसी को शिक्षा, किसी को सहारा,
फैलाते हैं वे प्यार।
अर्थ: गैर-लाभकारी संस्थाएं वे हैं, जो जीवन का सार देती हैं। वे किसी को शिक्षा देती हैं और किसी को सहारा देकर प्यार फैलाती हैं।

३.
धन की नहीं, दिल की सेवा,
यही है उनका सच्चा धर्म।
हर एक कदम पर देते हैं,
मानवता का कर्म।
अर्थ: वे धन से नहीं, बल्कि दिल से सेवा करते हैं। यही उनका सच्चा धर्म है। हर कदम पर वे मानवता के कर्म को दिखाते हैं।

४.
करियर भी बन सकता है यहाँ,
काम के साथ मिलता है सुकून।
समाज को बेहतर बनाने में,
दिखाते हैं अपना जुनून।
अर्थ: इस क्षेत्र में करियर भी बन सकता है। काम के साथ मन को सुकून मिलता है। समाज को बेहतर बनाने में वे अपना जुनून दिखाते हैं।

५.
तुम्हारा छोटा सा दान,
लाता है एक नई मुस्कान।
तुम्हारा स्वयंसेवा का समय,
लाता है जीवन में नया गान।
अर्थ: आपका छोटा सा दान किसी के चेहरे पर नई मुस्कान ला सकता है। आपका स्वयंसेवा में बिताया हुआ समय जीवन में नई खुशियां लाता है।

६.
चुनौतियाँ तो बहुत हैं,
पर वे नहीं हारते।
लोगों की दुआओं से,
वे आगे बढ़ते जाते हैं।
अर्थ: चुनौतियाँ बहुत हैं, पर वे हार नहीं मानते। लोगों की दुआओं से वे लगातार आगे बढ़ते रहते हैं।

७.
हे सेवा के सच्चे योद्धाओं,
तुम्हें हमारा प्रणाम।
तुम्हारे बिना दुनिया अधूरी,
तुम्हारे काम हैं बेमिसाल।
अर्थ: हे सेवा के सच्चे योद्धाओं, हम आपको प्रणाम करते हैं। आपके बिना दुनिया अधूरी है और आपके काम बेमिसाल हैं।

कविता सारांश: यह कविता गैर-लाभकारी संगठनों के महत्व, उनके निस्वार्थ कार्य और समाज में उनके योगदान को दर्शाती है। 💖🙏
 
--अतुल परब
--दिनांक-17.08.2025-रविवार.
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