फ्यूजन पावर: भविष्य की ऊर्जा, पर "कब?"-1- ☀️-☀️⚛️🧪⚙️🌐🚀📚🤝💡

Started by Atul Kaviraje, August 19, 2025, 06:15:14 PM

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Atul Kaviraje

"But when?"
But when will fusion power become a viable energy source?

फ्यूजन पावर: भविष्य की ऊर्जा, पर "कब?" ☀️-

1. प्रस्तावना: फ्यूजन क्या है?

फ्यूजन (Fusion) एक ऐसी प्रक्रिया है जो सूर्य और तारों को शक्ति देती है। यह तब होती है जब दो हल्के परमाणु (जैसे हाइड्रोजन) अत्यधिक उच्च तापमान और दबाव पर मिलकर एक भारी परमाणु बनाते हैं। इस प्रक्रिया में भारी मात्रा में ऊर्जा मुक्त होती है। पारंपरिक परमाणु ऊर्जा (फिजन) के विपरीत, फ्यूजन में रेडियोएक्टिव कचरा बहुत कम पैदा होता है और यह सुरक्षित है। इसलिए इसे भविष्य की स्वच्छ और असीमित ऊर्जा का स्रोत माना जाता है। [सूर्य की एक प्रतीकात्मक तस्वीर]

2. वर्तमान स्थिति: हम कहाँ खड़े हैं?

वैज्ञानिक दशकों से फ्यूजन को प्रयोगशाला में दोहराने की कोशिश कर रहे हैं। इस क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की गई हैं।

आईटीईआर (ITER): यह फ्रांस में बन रहा दुनिया का सबसे बड़ा फ्यूजन रिएक्टर है। यह एक अंतरराष्ट्रीय सहयोग परियोजना है जिसका उद्देश्य यह साबित करना है कि फ्यूजन ऊर्जा का एक व्यवहार्य स्रोत है।

एनआईएफ (NIF): अमेरिका के नेशनल इग्निशन फैसिलिटी (NIF) में, वैज्ञानिकों ने 2022 में "इग्निशन" (ignition) हासिल किया, जिसका मतलब है कि फ्यूजन प्रतिक्रिया ने जितनी ऊर्जा ली, उससे अधिक ऊर्जा पैदा की। यह एक ऐतिहासिक क्षण था।

3. "व्यवहार्य ऊर्जा स्रोत" क्या है?

एक व्यवहार्य ऊर्जा स्रोत बनने के लिए फ्यूजन को दो प्रमुख शर्तें पूरी करनी होंगी:

नेट एनर्जी गेन (Net Energy Gain): रिएक्टर को प्रतिक्रिया शुरू करने और उसे बनाए रखने के लिए जितनी ऊर्जा लगती है, उससे अधिक ऊर्जा पैदा करनी चाहिए।

लागत और scalability: इसे बड़े पैमाने पर बिजली उत्पादन के लिए किफायती और scalable (बढ़ाने योग्य) होना चाहिए।

4. प्रमुख चुनौतियाँ: रास्ता अभी भी लंबा है

फ्यूजन को व्यावसायिक बनाने में कई बड़ी तकनीकी और इंजीनियरिंग चुनौतियाँ हैं:

अत्यधिक तापमान: फ्यूजन प्रतिक्रिया के लिए 150 मिलियन डिग्री सेल्सियस से अधिक के तापमान की आवश्यकता होती है, जो सूर्य के कोर से 10 गुना अधिक है।

प्लाज्मा को नियंत्रित करना: इस अत्यधिक गर्म प्लाज्मा (परमाणु का एक अति-गर्म अवस्था) को किसी भी भौतिक वस्तु को छूने से बचाना होता है। इसके लिए शक्तिशाली चुंबकों का उपयोग किया जाता है।

सामग्री विज्ञान: रिएक्टर की दीवारों को इस अत्यधिक तापमान और न्यूट्रॉन की बौछार का सामना करना पड़ता है। नई और टिकाऊ सामग्री विकसित करना एक बड़ी चुनौती है।

5. "कब तक?" - विशेषज्ञों का अनुमान

फ्यूजन के व्यवहार्य बनने की भविष्यवाणी करना बहुत मुश्किल है। इसे अक्सर "अगले 20-30 साल" का वादा कहा जाता है। हालाँकि, हाल की प्रगति ने आशा बढ़ाई है।

वैज्ञानिक प्रोटोटाइप (2030s-2040s): इस दशक में हम ऐसे प्रोटोटाइप देख सकते हैं जो लगातार नेट एनर्जी गेन पैदा करेंगे।

व्यावसायिक पायलट प्लांट (2050s): कुछ विशेषज्ञ 2050 के दशक तक पहले व्यावसायिक फ्यूजन पावर प्लांट की उम्मीद करते हैं।

व्यापक उपयोग (2060s और उसके बाद): फ्यूजन पावर का व्यापक रूप से ग्रिड में उपयोग होने में और भी समय लगेगा।

इमोजी सारांश: ☀️⚛️🧪⚙️🌐🚀📚🤝💡

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-19.08.2025-मंगळवार.
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