जेम्स वेब टेलीस्कोप: पृथ्वी जैसे एक्सोप्लैनेट की खोज ✨-1-✨🚀🔭🌎💧⛰️🧐🧪🧬⏳🌌

Started by Atul Kaviraje, August 19, 2025, 06:18:05 PM

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Atul Kaviraje

"But when?"
But when will the James Webb Telescope find an Earth-like exoplanet?

जेम्स वेब टेलीस्कोप: पृथ्वी जैसे एक्सोप्लैनेट की खोज ✨-

1. प्रस्तावना: जेम्स वेब टेलीस्कोप और उसकी शक्ति

जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) मानवता द्वारा निर्मित अब तक का सबसे शक्तिशाली अंतरिक्ष दूरबीन है। [JWST की प्रतीकात्मक तस्वीर] यह हबल स्पेस टेलीस्कोप का उत्तराधिकारी है, लेकिन यह अवरक्त (infrared) प्रकाश में देखता है, जिससे यह ब्रह्मांड के सबसे दूर और सबसे ठंडे हिस्सों को भी देख सकता है। इसका मुख्य लक्ष्य ब्रह्मांड की शुरुआत और आकाशगंगाओं के निर्माण को समझना है, लेकिन इसका एक और महत्वपूर्ण उद्देश्य है - हमारे सौर मंडल के बाहर, यानी एक्सोप्लैनेट्स (exoplanets) पर जीवन के संकेतों की खोज करना।

2. जेम्स वेब टेलीस्कोप एक्सोप्लैनेट्स को कैसे खोजता है?

JWST सीधे एक्सोप्लैनेट्स की तस्वीर नहीं लेता, बल्कि यह एक तारे के सामने से गुजरते समय ग्रह के वायुमंडल से छन कर आने वाले प्रकाश का विश्लेषण करता है।

पारगमन विधि (Transit Method): जब एक एक्सोप्लैनेट अपने तारे के सामने से गुजरता है, तो तारे की रोशनी थोड़ी कम हो जाती है। यह कमी JWST को ग्रह के अस्तित्व का पता लगाने में मदद करती है।

वायुमंडलीय विश्लेषण (Atmospheric Analysis): जब ग्रह तारे के सामने से गुजरता है, तो तारे का कुछ प्रकाश ग्रह के वायुमंडल से होकर गुजरता है। JWST उस प्रकाश को अलग करता है और वायुमंडल में मौजूद अणुओं, जैसे कि पानी, कार्बन डाइऑक्साइड और मीथेन का पता लगाता है। ये अणु जीवन के संभावित संकेत हो सकते हैं, जिन्हें हम बायोसिग्नेचर्स (biosignatures) कहते हैं।

3. "पृथ्वी जैसा" एक्सोप्लैनेट क्या है?

"पृथ्वी जैसा" एक्सोप्लैनेट खगोलविदों के लिए एक विशेष शब्द है। इसका मतलब है कि ग्रह:

आकार में पृथ्वी के समान है। 🌎

अपने तारे के रहने योग्य क्षेत्र (habitable zone) में स्थित है। यह वह दूरी है जहाँ ग्रह की सतह पर तरल पानी मौजूद हो सकता है। 💧

एक चट्टानी ग्रह (rocky planet) है। ⛰️

4. "बायोसिग्नेचर्स" की खोज: जीवन के संभावित संकेत

बायोसिग्नेचर्स वे रासायनिक संकेत हैं जो जीवन की उपस्थिति का संकेत देते हैं। JWST के लिए सबसे महत्वपूर्ण बायोसिग्नेचर्स हैं:

ऑक्सीजन (Oxygen): पृथ्वी पर, ऑक्सीजन मुख्य रूप से जीवित जीवों द्वारा उत्पन्न होता है।

मीथेन (Methane): मीथेन भी अक्सर जैविक प्रक्रियाओं का परिणाम होता है।

पानी (Water): तरल पानी जीवन के लिए एक आवश्यक घटक है।
अगर JWST को किसी ग्रह के वायुमंडल में इन सभी का संयोजन मिलता है, तो यह जीवन की संभावना को बहुत बढ़ा देगा।

5. "लेकिन कब?" - इस प्रश्न का उत्तर

इस प्रश्न का कोई निश्चित उत्तर नहीं है, क्योंकि यह खोज प्रक्रिया कई कारकों पर निर्भर करती है। हालाँकि, कुछ अनुमान लगाए गए हैं:

छोटे ग्रहों का डेटा संग्रह: JWST ने पहले ही कुछ छोटे, चट्टानी ग्रहों के वायुमंडलीय डेटा का विश्लेषण करना शुरू कर दिया है।

प्रगति: 2023 में, JWST ने केपलर-138 सी (Kepler-138 c) और टीओआई-700 ई (TOI-700 e) जैसे ग्रहों के वायुमंडल का अध्ययन किया। इसने पहले ही यह साबित कर दिया है कि यह छोटे ग्रहों पर पानी का पता लगा सकता है।

अनुमानित समय सीमा: अधिकांश वैज्ञानिक अगले 5 से 10 वर्षों में किसी "बायोसिग्नेचर" की निर्णायक खोज की उम्मीद करते हैं। हालाँकि, यह खोज संयोग और भाग्य पर भी निर्भर करती है।

इमोजी सारांश: ✨🚀🔭🌎💧⛰️🧐🧪🧬⏳🌌

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-19.08.2025-मंगळवार.
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