महिपती महाराज पुण्यतिथी-ताहराबाद,तालुका-राहुरी- महिपती महाराज पर कविता-🙏💖📜🎉

Started by Atul Kaviraje, August 21, 2025, 11:38:37 AM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

महिपती महाराज पुण्यतिथी-ताहराबाद,तालुका-राहुरी-

महिपती महाराज पर कविता-

1. महिपती, तुम्हारा जन्म हुआ
महिपती, तुम्हारा जन्म हुआ,
ताहराबाद गाँव धन्य हुआ।
कलम ने तेरी कमाल किया,
भक्ति का मार्ग स्पष्ट किया।

अर्थ: इस चरण में महिपती महाराज के जन्म और उनकी लेखनी के महत्व का वर्णन है, जिसने भक्ति का मार्ग दिखाया।

2. भक्तविजय, भक्तलीलामृत
भक्तविजय, भक्तलीलामृत,
तेरे ग्रंथ हैं बहुत अद्भुत।
संतों की महिमा गाई,
अमर गाथा सुनाई।

अर्थ: यह चरण उनकी प्रमुख रचनाओं 'भक्तविजय' और 'भक्तलीलामृत' की प्रशंसा करता है, जिन्होंने संतों की अमर कहानियाँ सुनाईं।

3. लेखन ही तेरी पूजा थी
लेखन ही तेरी पूजा थी,
कलम ही तेरी तलवार थी।
हर शब्द में भक्ति भरी,
ईश्वर से मिली कृपा।

अर्थ: यह चरण बताता है कि महिपती महाराज के लिए लेखन ही उनकी पूजा थी, जिससे उन्हें ईश्वर की कृपा प्राप्त हुई।

4. पुण्यतिथि का है यह दिन
पुण्यतिथि का है यह दिन,
भक्ति की बहती है धारा।
ताहराबाद में मेला लगा,
भक्तों का है संगम।

अर्थ: इस चरण में उनकी पुण्यतिथि पर ताहराबाद में होने वाले उत्सव और भक्तों के संगम का वर्णन है।

5. संतों की महिमा गाई
संतों की महिमा गाई,
प्रेम और सद्भाव सिखाया।
कर्म और भक्ति का मेल,
यही है जीवन का खेल।

अर्थ: यह चरण उनके उपदेशों का सार है, जिसमें उन्होंने संतों की महिमा गाई और कर्म तथा भक्ति के महत्व पर जोर दिया।

6. ज्ञान का प्रकाश फैलाया
ज्ञान का प्रकाश फैलाया,
अज्ञान का अंधकार हटाया।
हर जाति का संत महान,
यही था तुम्हारा ज्ञान।

अर्थ: यह चरण बताता है कि उन्होंने अपनी लेखनी से ज्ञान का प्रकाश फैलाया और सभी संतों को समान सम्मान दिया।

7. महिपती, तुम अमर हो
महिपती, तुम अमर हो,
तुम्हारे उपदेश अमर रहें।
दिल में बसो, मन में रहो,
सच्ची भक्ति का पाठ सिखाओ।

अर्थ: अंतिम चरण में महिपती महाराज की अमरता और उनके उपदेशों की प्रशंसा की गई है, और यह कामना की गई है कि उनकी शिक्षाएँ हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहें।

कविता सारांश-इमोजी: 🙏💖📜🎉✨🕊�💡🤝🌟🌈

--अतुल परब
--दिनांक-20.08.2025-बुधवार.
===========================================