श्रावण अमावस्या: भक्ति और प्रकृति का संगम-✨🌱❤️💧🙏🙏, 🌳, 🕉️, 🌿, 🌙, 🌧️

Started by Atul Kaviraje, August 24, 2025, 10:57:46 AM

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Atul Kaviraje

श्रावण अमावस्या-

श्रावण अमावस्या: भक्ति और प्रकृति का संगम-

हिंदी कविता: श्रावण अमावस्या का गान-

चरण 1
सावन की है ये काली रात,
अमावस की है ये सौगात।
हरियाली छाई है हर ओर,
प्रकृति ने गाई है खुशी की भोर।
अर्थ: यह सावन की अमावस्या की रात है, जो चारों ओर हरियाली और प्रकृति की खुशी का संदेश लेकर आती है।

चरण 2
पिंड दान और तर्पण का दिन,
पूर्वजों को याद करें हर छिन।
नदी किनारे सब जाते हैं,
पवित्र जल में डुबकी लगाते हैं।
अर्थ: यह दिन पितरों को याद करने और उन्हें तर्पण और पिंड दान करने का है, जिसके लिए लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं।

चरण 3
भोलेनाथ का है ये मास,
उन पर है भक्तों का विश्वास।
बेलपत्र और जल चढ़ाएं,
सुख-शांति अपने जीवन में पाएं।
अर्थ: यह महीना भगवान शिव को समर्पित है, और भक्त उन पर बेलपत्र और जल चढ़ाकर अपने जीवन में सुख और शांति पाते हैं।

चरण 4
शनिचर की है ये अमावस्या,
मिट जाती है मन की समस्या।
सरसों का तेल चढ़ाओ आज,
शनिदेव रखेंगे सबका लाज।
अर्थ: शनिवार को पड़ने वाली इस अमावस्या पर शनिदेव की पूजा करने से मन की सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं।

चरण 5
एक पौधा तुम भी लगाओ,
प्रकृति का कर्ज चुकाओ।
हरियाली से जीवन भर लो,
खुशहाली की राह पर चलो।
अर्थ: हमें इस दिन एक पौधा लगाकर प्रकृति का धन्यवाद करना चाहिए और अपने जीवन को खुशियों से भरना चाहिए।

चरण 6
दान-पुण्य का है ये अवसर,
गरीबों पर हो थोड़ी नज़र।
भूखे को भोजन खिलाओ तुम,
खुशियां बांटकर मुस्कुराओ तुम।
अर्थ: यह दिन दान और पुण्य का है। हमें गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए और खुशियां बांटनी चाहिए।

चरण 7
जीवन का है ये गहरा सार,
प्रकृति ही है सबसे बड़ा प्यार।
मन को शांत और शुद्ध करो,
अमावस के इस दिन को तुम याद करो।
अर्थ: इस दिन का गहरा संदेश यह है कि प्रकृति ही हमारा सबसे बड़ा प्यार है। हमें इस दिन अपने मन को शांत और शुद्ध करना चाहिए।

हिंदी कविता: चित्र, प्रतीक और इमोजी

चित्र और प्रतीक: 🙏, 🌳, 🕉�, 🌿, 🌙, 🌧�

इमोजी सारांश: ✨🌱❤️💧🙏

--अतुल परब
--दिनांक-23.08.2025-शनिवार.
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