सीतारामबाबा पुण्यतिथी-खर्डा, तालुका-जामखेड, जिल्हा-नगर-सीतारामबाबा की महिमा-🙏✨

Started by Atul Kaviraje, August 28, 2025, 02:18:36 PM

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Atul Kaviraje

सीतारामबाबा पुण्यतिथी-खर्डा, तालुका-जामखेड, जिल्हा-नगर-

सीतारामबाबा पुण्यतिथी: एक भक्तिपूर्ण और विवेचनात्मक लेख-

हिंदी कविता - सीतारामबाबा की महिमा-

आज पुण्यतिथी है सीतारामबाबा की,
खर्डा में लगी है भीड़ भक्तों की।
राम नाम की धुन हर ओर सुनाई दे,
उनकी महिमा का हर कोई गुण गाए।
अर्थ: आज सीतारामबाबा की पुण्यतिथी है, और खर्डा में भक्तों की भीड़ लगी है। हर तरफ राम नाम का जाप सुनाई दे रहा है और सभी उनकी महिमा का गुणगान कर रहे हैं।

सादी जीवन, राम नाम का सहारा,
प्रेम से भर दिया ये जग सारा।
न कोई लोभ, न कोई लालच,
बस भक्ति की ही थी सच्ची प्यास।
अर्थ: उनका जीवन सादा था और राम नाम का सहारा था। उन्होंने प्रेम से इस पूरे संसार को भर दिया। उनमें न कोई लोभ था, न कोई लालच, बस सच्ची भक्ति की प्यास थी।

🚩🙏🎶
पालखी निकली है, जयकार है भारी,
गाँव की गली-गली में है खुशहाली।
बाबा की छवि आँखों में समाई,
हर भक्त की आँख में भक्ति समाई।
अर्थ: पालखी निकाली गई है और चारों ओर जयकार हो रही है। गाँव की हर गली में खुशहाली है। बाबा की छवि आँखों में बस गई है और हर भक्त की आँख में भक्ति का भाव है।

भंडारा लगा है, हजारों को है भोजन,
सेवा ही सबसे बड़ा है उनका ज्ञान।
हर जात, हर धर्म का भेदभाव न रहा,
बाबा की शिक्षा का ये ही फल मिला।
अर्थ: भंडारा लगाया गया है, जिसमें हजारों लोगों को भोजन मिल रहा है। सेवा ही उनका सबसे बड़ा ज्ञान है। यहाँ कोई जात-पात का भेदभाव नहीं है, बाबा की शिक्षा का यही फल मिला है।

ज्ञान की बातें, भजन के बोल,
बाँधते हैं सबको अनमोल।
आत्मा को मिलती है शांति यहाँ,
बाबा की कृपा का ये ही है परिणाम।
अर्थ: ज्ञान की बातें और भजन के बोल सबको एक अमूल्य बंधन में बाँधते हैं। यहाँ आत्मा को शांति मिलती है, बाबा की कृपा का यही परिणाम है।

जीवन का सार बाबा ने बतलाया,
मन को शांत कैसे करना सिखाया।
दुःख और दर्द सब दूर हो जाए,
जब राम नाम का सहारा पाए।
अर्थ: बाबा ने जीवन का सार बताया है और मन को शांत करना सिखाया है। जब हमें राम नाम का सहारा मिलता है, तो सभी दुःख और दर्द दूर हो जाते हैं।

आज भले ही बाबा शरीर में नहीं,
उनकी शिक्षाएं आज भी हैं यहीं।
अमर हैं वो, अमर हैं उनके विचार,
जो देते हैं जीवन को सही आकार।
अर्थ: आज भले ही बाबा हमारे बीच शरीर रूप में नहीं हैं, उनकी शिक्षाएं आज भी यहीं मौजूद हैं। वे अमर हैं, उनके विचार अमर हैं, जो जीवन को सही दिशा देते हैं।

प्रतीक और इमोजी: 🙏✨🕊�❤️

🙏 (हाथ जोड़ना): समर्पण और सम्मान का प्रतीक।

✨ (चमक): संत की दिव्यता का प्रतीक।

🕊� (कबूतर): शांति और आत्मा की मुक्ति का प्रतीक।

❤️ (दिल): प्रेम और करुणा का प्रतीक।

इमोजी सारांश: ये इमोजी संत सीतारामबाबा की पुण्यतिथी के दौरान महसूस की जाने वाली भक्ति, शांति और प्रेम की भावनाओं को दर्शाते हैं। वे उनके दिव्य और प्रेरणादायक जीवन का सार प्रस्तुत करते हैं।

--अतुल परब
--दिनांक-27.08.2025-बुधवार.
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