अधिक जड़ी-बूटियाँ, कम नमक वाला दिन-हिंदी कविता - 'कम नमक, अधिक स्वाद'-

Started by Atul Kaviraje, August 30, 2025, 02:06:00 PM

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Atul Kaviraje

अधिक जड़ी-बूटियाँ, कम नमक वाला दिन-भोजन और पेय-प्रशंसा, पाक कला, भोजन-

हिंदी कविता - 'कम नमक, अधिक स्वाद'-

1. पहला चरण
उन्नीस अगस्त का, ये है संदेश,
कम नमक खाओ, रखो अपना वेश।
जड़ी-बूटियाँ हैं, प्रकृति का उपहार,
रखें तन को स्वस्थ, और मन को पार।

अर्थ: यह पद हमें कम नमक खाने का संदेश देता है और बताता है कि जड़ी-बूटियाँ प्रकृति का दिया हुआ एक उपहार हैं, जो हमारे शरीर और मन को स्वस्थ रखते हैं।

2. दूसरा चरण
नमक की अधिकता, करे है नुकसान,
उच्च रक्तचाप, करे है हैरान।
किडनी पर डाले, भारी है भार,
जीवन में लाए, अनेक विकार।

अर्थ: इस पद में अधिक नमक खाने से होने वाले स्वास्थ्य संबंधी नुकसानों का वर्णन है, जैसे उच्च रक्तचाप और किडनी पर पड़ने वाला दबाव।

3. तीसरा चरण
तुलसी, पुदीना, धनिया है खास,
देते हैं भोजन को, नया स्वाद।
विटामिन, मिनरल का, ये है भंडार,
भोजन को बनाते हैं, ये स्वादिष्ट।

अर्थ: यह पद कुछ उपयोगी जड़ी-बूटियों के नाम और उनके फायदों का वर्णन करता है, जो भोजन को स्वादिष्ट और पौष्टिक बनाते हैं।

4. चौथा चरण
नींबू का रस, या फिर अजवाइन,
बनाते हैं खाने को, सबसे फाइन।
मसालों से भी, मिलती है शक्ति,
ये ही तो है, स्वास्थ्य की भक्ति।

अर्थ: इस पद में नींबू और अजवाइन जैसे प्राकृतिक तत्वों के उपयोग का वर्णन है, जो भोजन में स्वाद लाते हैं और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।

5. पांचवां चरण
बाहर का खाना, छोड़ो धीरे-धीरे,
घर का भोजन, अपनाओ प्यारे।
कम करो नमक, रहो तुम सवेरे,
स्वस्थ जीवन की, यही है राह।

अर्थ: यह पद हमें घर का खाना खाने और धीरे-धीरे नमक कम करने की सलाह देता है, जो एक स्वस्थ जीवन के लिए आवश्यक है।

6. छठा चरण
बच्चों को भी दो, ये ही सीख,
खाना हो पौष्टिक, ना हो कोई दिक्कत।
बचपन से ही, डालो ये आदत,
ना हो जीवन में, कोई आहट।

अर्थ: इस पद में बच्चों को बचपन से ही स्वस्थ खाने की आदत डालने के महत्व पर जोर दिया गया है।

7. सातवां चरण
चलो सब मिलकर, एक प्रण लें आज,
अधिक जड़ी-बूटियाँ, हो हमारा राज।
कम नमक से, बनाएँ नया समाज,
स्वस्थ और खुशहाल, हर एक साज।

अर्थ: यह पद हमें मिलकर यह संकल्प लेने का आह्वान करता है कि हम अधिक जड़ी-बूटियाँ और कम नमक का उपयोग करके एक स्वस्थ समाज का निर्माण करेंगे।

--अतुल परब
--दिनांक-29.08.2025-शुक्रवार.
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