डार्क मैटर (Dark Matter):-

Started by Atul Kaviraje, September 04, 2025, 07:29:22 PM

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Atul Kaviraje

WORLD ENCYCLOPEDIA - विश्वकोश-

डार्क मैटर (Dark Matter): एक रहस्यमय पदार्थ जो ब्रह्मांड का अधिकांश हिस्सा बनाता है।-

विश्वकोश - डार्क मैटर (Dark Matter)
डार्क मैटर, या श्याम पदार्थ, एक रहस्यमय पदार्थ है जो ब्रह्मांड का लगभग 85% हिस्सा बनाता है, लेकिन इसे सीधे तौर पर देखा नहीं जा सकता।  यह पदार्थ न तो प्रकाश उत्सर्जित करता है, न ही अवशोषित करता है और न ही परावर्तित करता है। इसका पता केवल इसके गुरुत्वाकर्षण प्रभाव से चलता है, जो आकाशगंगाओं और आकाशगंगा समूहों की गति पर पड़ता है। यह ब्रह्मांड में एक अदृश्य, लेकिन शक्तिशाली, "ढांचा" (scaffolding) की तरह काम करता है, जो आकाशगंगाओं को एक साथ जोड़े रखता है।

1. डार्क मैटर की परिभाषा और पहचान
डार्क मैटर ऐसा पदार्थ है जो इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पेक्ट्रम के किसी भी हिस्से में प्रकाश के साथ इंटरैक्ट नहीं करता है। इसका मतलब है कि यह न तो रेडियो तरंगों, न ही एक्स-रे, न ही दृश्य प्रकाश से देखा जा सकता है।

वैज्ञानिकों ने 1930 के दशक में इसकी पहचान तब की जब उन्होंने देखा कि आकाशगंगाओं के बाहरी हिस्से में तारे और गैस इतनी तेजी से घूम रहे थे कि वे अपने दृश्यमान द्रव्यमान (visible mass) के गुरुत्वाकर्षण से बाहर निकल जाते। इस रहस्य को सुलझाने के लिए, वैज्ञानिकों ने निष्कर्ष निकाला कि वहां एक अदृश्य पदार्थ मौजूद होना चाहिए जो अतिरिक्त गुरुत्वाकर्षण प्रदान करता है।

2. डार्क मैटर के अस्तित्व के प्रमाण
डार्क मैटर के अस्तित्व के कई पुख्ता प्रमाण हैं, जो विभिन्न खगोलीय घटनाओं से प्राप्त हुए हैं।

आकाशगंगाओं का घूर्णन: आकाशगंगाओं के बाहरी हिस्से में तारों की गति, उनके केंद्र के पास के तारों की गति के समान होती है। यह तभी संभव है जब आकाशगंगाओं में दृश्यमान द्रव्यमान से कहीं अधिक पदार्थ मौजूद हो।

गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग (Gravitational Lensing): डार्क मैटर के बड़े-बड़े समूह प्रकाश को मोड़ते हैं, जिससे दूर की वस्तुओं की विकृत छवियां बनती हैं।  यह प्रभाव आइंस्टीन के सामान्य सापेक्षता के सिद्धांत की पुष्टि करता है।

आकाशगंगा समूहों की गति: आकाशगंगा समूह में, व्यक्तिगत आकाशगंगाएँ इतनी तेजी से चलती हैं कि वे एक-दूसरे से दूर छिटक सकती हैं। डार्क मैटर का गुरुत्वाकर्षण इन समूहों को एक साथ जोड़े रखता है।

3. डार्क मैटर की बनावट और प्रकृति
डार्क मैटर की प्रकृति अभी भी एक रहस्य है। वैज्ञानिक मानते हैं कि यह अज्ञात प्रकार के प्राथमिक कणों (elementary particles) से बना है।

WIMPs (Weakly Interacting Massive Particles): यह एक प्रमुख परिकल्पना है। WIMPs ऐसे कण हैं जो केवल गुरुत्वाकर्षण और कमजोर परमाणु बल (weak nuclear force) के साथ इंटरैक्ट करते हैं।

एक्सिओन्स (Axions): यह एक और परिकल्पना है। एक्सिओन्स बहुत हल्के कण होते हैं जो एक काल्पनिक बल के साथ इंटरैक्ट करते हैं।

MACHOs (Massive Compact Halo Objects): यह परिकल्पना अब कम मान्य है। MACHOs में ब्लैक होल, न्यूट्रॉन तारे या ब्राउन ड्वार्फ जैसे बड़े खगोलीय पिंड शामिल हो सकते हैं, लेकिन इनकी संख्या डार्क मैटर की मात्रा को समझाने के लिए पर्याप्त नहीं है।

4. डार्क मैटर बनाम डार्क एनर्जी
डार्क मैटर और डार्क एनर्जी अक्सर भ्रमित करने वाले विषय हैं, लेकिन वे पूरी तरह से अलग हैं।

डार्क मैटर: ब्रह्मांड के विस्तार को धीमा करने वाला गुरुत्वाकर्षण बल है। यह ब्रह्मांड का 27% हिस्सा है।

डार्क एनर्जी: ब्रह्मांड के विस्तार को गति देने वाला एक काल्पनिक बल है। यह ब्रह्मांड का 68% हिस्सा है।

5. डार्क मैटर का ब्रह्मांड के निर्माण में योगदान
डार्क मैटर ब्रह्मांड के निर्माण और संरचना के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

आकाशगंगाओं का निर्माण: वैज्ञानिकों का मानना है कि डार्क मैटर के विशाल गुच्छे (clumps) पहले बने। इन गुच्छों के गुरुत्वाकर्षण ने साधारण पदार्थ (ordinary matter) को अपनी ओर खींचा, जिससे तारे और आकाशगंगाएँ बनीं।

ब्रह्मांड का ढांचा: डार्क मैटर एक अदृश्य जाली (cosmic web) का निर्माण करता है, जिसमें आकाशगंगाएँ और आकाशगंगा समूह स्थित हैं।

6. डार्क मैटर का पता लगाने के प्रयास
वैज्ञानिक डार्क मैटर का पता लगाने के लिए विभिन्न प्रयोग कर रहे हैं।

भूमिगत प्रयोग (Underground Experiments): ये प्रयोग डार्क मैटर कणों का पता लगाने के लिए पृथ्वी की सतह के नीचे स्थित हैं।

लार्ज हैड्रॉन कोलाइडर (LHC): CERN में, वैज्ञानिक डार्क मैटर के कणों को बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

अंतरिक्ष-आधारित दूरबीन (Space-based Telescopes): ये दूरबीन गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग और अन्य खगोलीय प्रभावों का अध्ययन करती हैं।

7. डार्क मैटर और ब्रह्मांड की नियति
डार्क मैटर की मात्रा ब्रह्मांड के भविष्य को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

यदि डार्क मैटर की मात्रा बहुत अधिक है, तो ब्रह्मांड का विस्तार धीमा हो जाएगा और अंततः "बिग क्रंच" में सिकुड़ जाएगा।

यदि डार्क एनर्जी हावी रहती है, तो ब्रह्मांड का विस्तार हमेशा के लिए होता रहेगा, जिसे "बिग फ्रीज" कहा जाता है।

8. डार्क मैटर का हिंदी में सारांश
डार्क मैटर एक अदृश्य, रहस्यमय पदार्थ है जो ब्रह्मांड का अधिकांश हिस्सा बनाता है। इसे सीधे देखा नहीं जा सकता, बल्कि इसके गुरुत्वाकर्षण प्रभाव से इसका पता चलता है। यह आकाशगंगाओं को एक साथ जोड़े रखने और ब्रह्मांड की संरचना को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसका पता लगाने के लिए दुनियाभर में वैज्ञानिक प्रयास जारी हैं, लेकिन इसकी वास्तविक प्रकृति अभी भी एक पहेली बनी हुई है।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-04.09.2025-गुरुवार.
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