पारिस्थितिकी (Ecology): जीवों और उनके पर्यावरण के बीच संबंधों का अध्ययन।-🌿🌱🌳

Started by Atul Kaviraje, September 05, 2025, 09:05:18 PM

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Atul Kaviraje

पारिस्थितिकी (Ecology): जीवों और उनके पर्यावरण के बीच संबंधों का अध्ययन।-

पारिस्थितिकी (Ecology)-

पारिस्थितिकी पर कविता-

१. हवा, पानी, धरती और जीवन,
आपस में जुड़े हैं हर पल,
पेड़, पौधे, पशु और पक्षी,
एक साथ रहते हैं, बनते हैं एक दल।

२. यही है पारिस्थितिकी का ज्ञान,
जो हमें सिखाता है सम्मान,
प्रकृति के हर जीव का,
और उनके रिश्तों का मान।

३. एक पत्ता जब गिरता है,
एक चक्र फिर से चलता है,
पौष्टिक तत्व मिट्टी में मिलते,
नया जीवन फिर से खिलता है।

४. सूरज की किरणें देती हैं ऊर्जा,
पौधे बनाते हैं अपना भोजन,
जानवर उन्हें खाते हैं,
यही है जीवन का संतुलन।

५. मानव जब प्रकृति से खिलवाड़ करे,
सारे चक्र बिगड़ जाते हैं,
जंगल कटते, प्रदूषण बढ़ता,
जीवों के घर उजड़ जाते हैं।

६. चलो, हम सब मिलकर,
पारिस्थितिकी को बचाएँ,
एक स्वच्छ और हरा-भरा ग्रह,
अपनी आने वाली पीढ़ी को दिलाएँ।

७. यह हमारा घर है, हमारा जीवन,
इसे बचाना है हमारा कर्तव्य,
प्रकृति का सम्मान करें,
और करें इस ज्ञान का सदुपयोग।
अर्थ:
१. हवा, पानी, धरती और जीवन हर पल एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। पेड़-पौधे, पशु-पक्षी एक साथ रहते हैं और एक टीम बनाते हैं।
२. यही पारिस्थितिकी का ज्ञान है, जो हमें प्रकृति के हर जीव और उनके रिश्तों का सम्मान करना सिखाता है।
३. जब एक पत्ता गिरता है, तो एक चक्र फिर से शुरू होता है। पोषक तत्व मिट्टी में मिलते हैं और एक नया जीवन फिर से खिलता है।
४. सूरज की किरणें ऊर्जा देती हैं, पौधे अपना भोजन बनाते हैं और जानवर उन्हें खाते हैं। यही जीवन का संतुलन है।
५. जब मानव प्रकृति से छेड़छाड़ करता है, तो सारे चक्र बिगड़ जाते हैं। जंगल कटते हैं, प्रदूषण बढ़ता है और जीवों के घर उजड़ जाते हैं।
६. चलो, हम सब मिलकर पारिस्थितिकी को बचाएँ। हम अपनी आने वाली पीढ़ी को एक स्वच्छ और हरा-भरा ग्रह दें।
७. यह हमारा घर है और हमारा जीवन है, इसे बचाना हमारा कर्तव्य है। हमें प्रकृति का सम्मान करना चाहिए और इस ज्ञान का सदुपयोग करना चाहिए।

इमोजी सारांश
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--अतुल परब
--दिनांक-05.09.2025-शुक्रवार.
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