भाद्रपद पूर्णिमा: भक्ति भाव, दान और उपवास का महापर्व-

Started by Atul Kaviraje, September 08, 2025, 02:38:35 PM

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Atul Kaviraje

भाद्रपद पूर्णिमा-

भाद्रपद पूर्णिमा: भक्ति भाव, दान और उपवास का महापर्व-

भाद्रपद पूर्णिमा-

चाँद 🌙 आया पूरा आज,
भाद्रपद की रात का ताज।
पूरब दिशा से चमके 🌕,
मन को शांत और शीतल लगे।

अर्थ: आज भाद्रपद मास की पूर्णिमा है और चंद्रमा अपने पूर्ण आकार में चमक रहा है। यह पूर्णिमा की रात चंद्रमा का मुकुट है, जो पूर्व दिशा से चमककर मन को शांति और शीतलता प्रदान करता है।

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पितरों का श्राद्ध करे,
गंगा में डुबकी लगाए।
तर्पण और पिंडदान से,
आत्मा को मोक्ष दिलाए। 🙏💧

अर्थ: इस दिन पितरों के लिए श्राद्ध कर्म किए जाते हैं और गंगा में स्नान किया जाता है। तर्पण और पिंडदान करने से पूर्वजों की आत्मा को शांति और मोक्ष मिलता है।

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सत्यनारायण की कथा,
मन में जागे भक्ति-प्रथा।
सुख-समृद्धि मिले सबको,
मिटे जीवन की हर व्यथा। 🏡💰

अर्थ: इस दिन भगवान सत्यनारायण की कथा सुनी जाती है, जिससे मन में भक्ति की भावना बढ़ती है। इस कथा को सुनकर सभी को सुख और समृद्धि मिलती है और जीवन की हर परेशानी दूर हो जाती है।

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लक्ष्मी का हो घर में वास,
धन-धान्य का हो विकास।
दीप जलाएँ चारों ओर,
हटे जीवन से हर उदास। ✨

अर्थ: इस दिन देवी लक्ष्मी की पूजा करने से घर में उनका वास होता है और धन-धान्य की वृद्धि होती है। चारों ओर दीप जलाने से जीवन से हर प्रकार की निराशा दूर हो जाती है।

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दान-पुण्य का है ये दिन,
किसी का न रहे कोई ऋण।
भूखे को भोजन कराए,
जन-सेवा का हो ये छिन। 🍚

अर्थ: यह दिन दान और पुण्य करने का है, ताकि किसी पर कोई कर्ज न रहे। इस दिन भूखे को भोजन कराकर सच्ची जनसेवा की जा सकती है।

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व्रत-उपवास का ये फल,
शुद्ध हो मन और तन।
जीवन में आए सुख का पल,
खिल उठे हर एक चमन। 😊

अर्थ: इस दिन व्रत और उपवास करने से शरीर और मन दोनों शुद्ध होते हैं। इससे जीवन में सुख का क्षण आता है और जीवन का हर क्षेत्र खिल उठता है।

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करुणा और दया का भाव,
जीवन में हो सीधा चुनाव।
पूर्णिमा सिखाए हमें,
प्रेम का हर एक पड़ाव। ❤️

अर्थ: यह पूर्णिमा हमें करुणा और दया का भाव रखने और जीवन में सही मार्ग चुनने की शिक्षा देती है। यह हमें यह भी सिखाती है कि प्रेम ही जीवन का हर पड़ाव है।

--अतुल परब
--दिनांक-07.09.2025-रविवार.
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