प्रतिपदा श्राद्ध- प्रतिपदा महालय: पितरों को तर्पण का पावन आरंभ-🙏🌅💦🍚👨‍👩‍👧

Started by Atul Kaviraje, September 09, 2025, 02:18:01 PM

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Atul Kaviraje

प्रतिपदा महालय / प्रतिपदा श्राद्ध-

प्रतिपदा महालय: पितरों को तर्पण का पावन आरंभ-

हिंदी कविता: प्रतिपदा श्राद्ध-

चरण 1
भादों की पूर्णिमा बीती,
प्रतिपदा की तिथि है आई।
पितरों का आह्वान हुआ,
श्राद्ध की बेला है छाई।

अर्थ: भादों महीने की पूर्णिमा समाप्त हो गई है और अब प्रतिपदा तिथि आ गई है। हमारे पूर्वजों को याद किया गया है और श्राद्ध का समय शुरू हो गया है।

चरण 2
तर्पण का जल है बहता,
मन में श्रद्धा का भाव है रहता।
नदी किनारे सब बैठे,
पितरों को जल अर्पित करते।

अर्थ: तर्पण का जल बह रहा है और मन में श्रद्धा का भाव बना हुआ है। लोग नदी किनारे बैठकर अपने पूर्वजों को जल अर्पित कर रहे हैं।

चरण 3
पिंड दान का कर्म हुआ,
ब्राह्मणों को भोजन दिया।
गाय, कौवे, कुत्तों को,
अन्न का हिस्सा दिया।

अर्थ: चावल और जौ से पिंड दान का कर्म पूरा हुआ और ब्राह्मणों को भोजन कराया गया। भोजन का एक हिस्सा गाय, कौवे और कुत्तों को भी दिया गया।

चरण 4
दूर कहीं जो चले गए,
उनकी यादें मन में हैं।
आशीर्वाद उनका मिलता,
जब भी मुश्किल आती है।

अर्थ: जो पूर्वज हमसे दूर चले गए हैं, उनकी यादें हमारे मन में हमेशा रहती हैं। जब भी कोई मुश्किल आती है, उनका आशीर्वाद हमें मिलता है।

चरण 5
आत्मा को शांति मिल जाए,
भव सागर से पार हो जाए।
यही प्रार्थना है हमारी,
हर जन्म में वे हमारे हों।

अर्थ: हमारी यही प्रार्थना है कि उनकी आत्मा को शांति मिले और वे संसार रूपी सागर से पार हो जाएँ। हम चाहते हैं कि हर जन्म में वे हमारे साथ हों।

चरण 6
धन और अन्न का दान करें,
दया का भाव हम बढ़ाएँ।
पूर्वजों की सीख पर,
हम जीवन को सजाएँ।

अर्थ: हम धन और अन्न का दान करें और अपने अंदर दया का भाव बढ़ाएँ। अपने पूर्वजों की दी हुई सीख पर चलकर हम अपने जीवन को बेहतर बनाएँ।

चरण 7
सोलह दिनों का है यह पर्व,
श्रद्धा से करते हम सब।
पितरों का सम्मान है,
जीवन का यह आधार है।

अर्थ: यह पर्व पूरे सोलह दिनों का है, जिसे हम सब श्रद्धा के साथ मनाते हैं। यह हमारे पूर्वजों का सम्मान करने का एक तरीका है, और यही हमारे जीवन का आधार है।

इमोजी सारांश: 🙏🌅💦🍚👨�👩�👧�👦💖🌟🎁

--अतुल परब
--दिनांक-08.09.2025-सोमवार.
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