संत इस्तारी महाराज पुण्यतिथी: वारकरी परंपरा का एक पावन पर्व-🙏💖🪈🎶🚶🏡🌟💯

Started by Atul Kaviraje, September 09, 2025, 02:19:36 PM

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Atul Kaviraje

इस्तारी महाराज पुण्यतिथी-पंIढरकवडा, यवतमाळ-

संत इस्तारी महाराज पुण्यतिथी: वारकरी परंपरा का एक पावन पर्व-

हिंदी कविता: संत इस्तारी महाराज को प्रणाम-

चरण 1
आज है वो पावन बेला,
पंधरकावडा में लगा मेला।
पुण्यतिथि है महाराज की,
भक्ति की बहती है रेला।

अर्थ: आज वह पवित्र समय है, जब पंधरकावडा में एक बड़ा मेला लगा है। यह महाराज की पुण्यतिथि है और चारों ओर भक्ति की धारा बह रही है।

चरण 2
विठ्ठल नाम का जप हुआ,
सारा जग शांत हुआ।
महाराज की भक्ति में,
हर भक्त लीन हुआ।

अर्थ: भगवान विठ्ठल के नाम का जाप हो रहा है और सारा संसार शांत हो गया है। महाराज की भक्ति में हर भक्त पूरी तरह से लीन हो गया है।

चरण 3
पालखी लेकर चले हैं,
भक्त श्रद्धा से भरे हैं।
ढोल और ताश बज रहे हैं,
अश्रु आँखों से बह रहे हैं।

अर्थ: भक्त श्रद्धा से भरकर पालखी लेकर चल रहे हैं। ढोल और ताशे बज रहे हैं, और भक्तों की आँखों से खुशी और भक्ति के आँसू बह रहे हैं।

चरण 4
समाधि पर फूल चढ़ाए,
अपने मन को शांत कराए।
उनका आशीर्वाद पाएँ,
जीवन को सार्थक बनाएँ।

अर्थ: भक्तों ने समाधि पर फूल चढ़ाए और अपने मन को शांति दी। हम उनका आशीर्वाद पाएं और अपने जीवन को सार्थक बनाएं।

चरण 5
ज्ञान का दीपक जलाया,
मार्ग जीवन का दिखाया।
अज्ञान का अँधेरा मिटाया,
भक्ति का प्रकाश फैलाया।

अर्थ: उन्होंने ज्ञान का दीपक जलाया और हमें जीवन का सही मार्ग दिखाया। उन्होंने अज्ञान का अँधेरा मिटाया और भक्ति का प्रकाश फैलाया।

चरण 6
सेवा ही परम धर्म है,
यह उनका ही कर्म है।
सबका भला हो,
यह उनका ही मर्म है।

अर्थ: सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है, यह उनका ही कर्म था। सबका भला हो, यही उनके जीवन का सार था।

चरण 7
हे महाराज! हम प्रणाम करें,
आपके चरणों में ध्यान धरें।
हम सब पर कृपा करें,
जीवन को भक्ति से भरें।

अर्थ: हे महाराज! हम आपको प्रणाम करते हैं और आपके चरणों में अपना ध्यान लगाते हैं। आप हम सब पर कृपा करें और हमारे जीवन को भक्ति से भर दें।

इमोजी सारांश: 🙏💖🪈🎶🚶🏡🌟💯

--अतुल परब
--दिनांक-08.09.2025-सोमवार.
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