संत इस्तारी महाराज पुण्यतिथी: वारकरी परंपरा का एक पावन पर्व-2-🙏🕉️💖🚶🎶🪈🏡🌟

Started by Atul Kaviraje, September 09, 2025, 02:40:39 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

इस्तारी महाराज पुण्यतिथी-पंIढरकवडा, यवतमाळ-

संत इस्तारी महाराज पुण्यतिथी: वारकरी परंपरा का एक पावन पर्व-

6. संत इस्तारी महाराज के उपदेश 🗣�
संत इस्तारी महाराज ने अपने जीवनकाल में कोई लिखित ग्रंथ नहीं लिखा, लेकिन उनके उपदेश और वचन उनके अनुयायियों के दिलों में जीवित हैं।

भक्ति और कर्म: उन्होंने भक्ति के साथ-साथ कर्म की महत्ता पर भी जोर दिया। 🤝

सामाजिक समरसता: उन्होंने सभी जातियों और वर्गों के लोगों को एक साथ भक्ति करने का संदेश दिया, जिससे समाज में समरसता बनी रहे। 👨�👩�👧�👦

7. पुण्यतिथि का संदेश ✨
संत इस्तारी महाराज की पुण्यतिथि हमें कई महत्वपूर्ण संदेश देती है।

सादगी का महत्व: यह हमें सिखाती है कि महानता बाहरी दिखावे में नहीं, बल्कि मन की सादगी और शुद्धता में होती है।

सेवा ही धर्म: यह हमें याद दिलाती है कि सच्ची भक्ति केवल पूजा-पाठ में नहीं, बल्कि दूसरों की निस्वार्थ सेवा में है। 💯

8. वारकरी परंपरा को मजबूती 💯
महाराज ने विदर्भ में वारकरी परंपरा को बहुत मजबूत किया।

अखंड भजन-कीर्तन: उन्होंने अपने अनुयायियों को साल भर अखंड भजन और कीर्तन करने के लिए प्रोत्साहित किया।

आध्यात्मिक जागरण: उनके प्रयासों से विदर्भ में एक आध्यात्मिक जागरण की लहर आई, जिससे हजारों लोग भक्ति के मार्ग पर चले। 💫

9. पुण्यतिथि और आधुनिकता 📱
आज के डिजिटल युग में भी संत इस्तारी महाराज की पुण्यतिथि का महत्व कम नहीं हुआ है।

डिजिटल माध्यम: उनके अनुयायी सोशल मीडिया और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से भी पुण्यतिथि की जानकारी साझा करते हैं। 📲

लाइव प्रसारण: कुछ लोग इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण भी करते हैं, जिससे दूर बैठे लोग भी इसका हिस्सा बन सकें। 💻

10. संत इस्तारी महाराज की विरासत 💖
संत इस्तारी महाराज की विरासत केवल उनकी समाधि या उनके अनुयायियों की संख्या में नहीं है, बल्कि उस भक्ति और प्रेम के भाव में है जो उन्होंने लोगों के दिलों में जगाया। उनकी पुण्यतिथि उस शाश्वत भक्ति की याद दिलाती है जो हमेशा जीवित रहती है। 💖

इमोजी सारांश: 🙏🕉�💖🚶🎶🪈🏡🌟🎉🥁🍚❤️💯

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-08.09.2025-सोमवार.
===========================================