द्वितीया श्राद्ध: पितृ पक्ष का एक महत्वपूर्ण दिन 🙏-'पूर्वजों की पुकार'-🙏💧🌾🕊

Started by Atul Kaviraje, September 10, 2025, 02:32:19 PM

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Atul Kaviraje

द्वितीया श्राद्ध -

द्वितीया श्राद्ध: पितृ पक्ष का एक महत्वपूर्ण दिन 🙏-

हिंदी कविता: 'पूर्वजों की पुकार'-

ये कविता पूर्वजों को याद करने और उनके प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए लिखी गई है।

१. पहला चरण

पितृपक्ष आया है, दिल में श्रद्धा जगाए,
पूर्वजों को याद कर, हम शीश झुकाएं।
जल और तिल अर्पण कर, हम करें तर्पण,
आत्मा को शांति मिले, यही है हमारा समर्पण।

अर्थ: यह कविता पितृपक्ष के आगमन का वर्णन करती है, जो हमारे दिल में श्रद्धा जगाता है। हम अपने पूर्वजों को याद करते हैं, उन्हें जल और तिल अर्पण करते हैं ताकि उनकी आत्मा को शांति मिले।

२. दूसरा चरण

कर्मों का हिसाब होता, धरती पर हर दिन,
श्राद्ध है वो राह, जो देती है सुकून।
अपने हाथों से बनाया, भोजन हो पवित्र,
मिलेगा आशीर्वाद, यह विश्वास है अदम्य।

अर्थ: हमारे कर्मों का लेखा-जोखा हर दिन होता है। श्राद्ध एक ऐसा मार्ग है जो हमें शांति प्रदान करता है। पवित्र मन से बनाया गया भोजन पूर्वजों को अर्पण करने से उनका आशीर्वाद मिलता है।

३. तीसरा चरण

नदियों के किनारे, तीर्थों का महत्व,
श्राद्ध के इस समय, बढ़ जाता है महत्व।
पितरों की आत्मा, होती है तृप्त,
जब हम उन्हें याद करते, और करते हैं दान।

अर्थ: नदियों और तीर्थस्थलों का महत्व श्राद्ध के समय और बढ़ जाता है। जब हम अपने पूर्वजों को याद करते हैं और दान-धर्म करते हैं, तो उनकी आत्माएं संतुष्ट होती हैं।

४. चौथा चरण

पीढ़ी दर पीढ़ी, यह परंपरा चलती रहे,
हमारे दिल में, यह भावना जीवित रहे।
आज के इस दिन, हम करें यह संकल्प,
पूर्वजों को मान देना, है हमारा कर्तव्य।

अर्थ: यह परंपरा पीढ़ी-दर-पीढ़ी चलती रहनी चाहिए। इस श्राद्ध के दिन, हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि अपने पूर्वजों का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है।

५. पांचवां चरण

पवित्रता है मन की, और मन की है शांति,
श्राद्ध का हर कर्म, लाता है सुख-शांति।
जीवन का यह चक्र, चलता ही रहे,
पूर्वजों का साया, हम पर बना रहे।

अर्थ: मन की पवित्रता और शांति श्राद्ध का मुख्य उद्देश्य है। श्राद्ध से जीवन में सुख और शांति आती है। हम कामना करते हैं कि पूर्वजों का आशीर्वाद हम पर हमेशा बना रहे।

६. छठवां चरण

गरिबी को खाना, भूखे को जल,
श्राद्ध का यही है, सबसे बड़ा फल।
दान-धर्म का महत्व, सिखाता है हमें,
मानवता के राह पर, चलने की सीख।

अर्थ: गरीब और भूखे लोगों को खाना खिलाना श्राद्ध का सबसे बड़ा पुण्य है। यह हमें मानवता का मार्ग दिखाता है और दान की महत्ता समझाता है।

७. सातवां चरण

द्वितीया श्राद्ध है, आज का विशेष दिन,
उन सबको याद करें, जो इस दुनिया में नहीं।
आशीर्वाद उनका, हमेशा साथ रहे,
हमारे जीवन में, खुशियां भर दे।

अर्थ: आज द्वितीया श्राद्ध का विशेष दिन है। हम उन सभी को याद करते हैं जो अब हमारे बीच नहीं हैं। हम कामना करते हैं कि उनका आशीर्वाद हमेशा हमारे साथ रहे और हमारे जीवन को खुशियों से भर दे।

कविता इमोजी सारांश:
🙏💧🌾🕊�💖✨🏡👨�👩�👧�👦

--अतुल परब
--दिनांक-09.09.2025-मंगळवार.
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