बृहत्गौरी (डोरली) व्रत: एक भक्तिपूर्ण पर्व 🙏-'गौरी माँ का व्रत'-🌺🙏✨💖🏡👩‍👩‍

Started by Atul Kaviraje, September 10, 2025, 02:33:06 PM

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Atul Kaviraje

बृहत्गौरी (डोरली) व्रत -

बृहत्गौरी (डोरली) व्रत: एक भक्तिपूर्ण पर्व 🙏-

हिंदी कविता: 'गौरी माँ का व्रत'-

ये कविता माता गौरी के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने के लिए लिखी गई है।

१. पहला चरण

गौरी माँ का व्रत आया है, हर मन में श्रद्धा जगाए,
सुहागिनों के लिए, यह पर्व खुशियां लाए।
डोरली का धागा, हाथों में बाँधे,
सुख-समृद्धी का, आशीर्वाद हम पाएँ।

अर्थ: यह कविता गौरी माँ के व्रत के आगमन का वर्णन करती है, जो सभी के मन में श्रद्धा जगाता है। सुहागिनों के लिए यह पर्व खुशियाँ लेकर आता है। हाथ में डोरली का धागा बाँधकर, हम सुख-समृद्धी का आशीर्वाद पाते हैं।

२. दूसरा चरण

माटी की गौरी माँ, घर में बिठाएँ,
सोलह शृंगार से, उन्हें हम सजाएँ।
लाल रंग की चूड़ियाँ, और सिंदूर चढ़ाएँ,
प्रेम और भक्ति से, हम यह व्रत मनाएँ।

अर्थ: हम अपने घर में मिट्टी की गौरी माँ की मूर्ति स्थापित करते हैं, और उन्हें सोलह शृंगार से सजाते हैं। उन्हें लाल चूड़ियाँ और सिंदूर चढ़ाकर, हम यह व्रत प्रेम और भक्ति के साथ मनाते हैं।

३. तीसरा चरण

घर में पकवान बनें, खुशबू महके चारों ओर,
पूरनपोली और भाजी, सब मिल खाएँ जोर से।
परिवार में हो प्यार, और मन में हो शांति,
गौरी माँ की कृपा से, दूर हो सब अशांति।

अर्थ: घर में स्वादिष्ट पकवान बनते हैं, जिनकी खुशबू चारों ओर फैलती है। पूरनपोली और भाजी सभी मिलकर खाते हैं। हम प्रार्थना करते हैं कि परिवार में प्यार और मन में शांति बनी रहे, और गौरी माँ की कृपा से सभी अशांतियाँ दूर हों।

४. चौथा चरण

व्रत का यह धागा, पति की लंबी उम्र का प्रतीक,
यह हमें बताता है, रिश्तों का महत्व।
परिवार की भलाई, हमारा है कर्तव्य,
गौरी माँ की कृपा से, जीवन हो सुखमय।

अर्थ: व्रत का यह धागा पति की लंबी उम्र का प्रतीक है। यह हमें रिश्तों के महत्व को समझाता है। परिवार की भलाई हमारा कर्तव्य है, और गौरी माँ की कृपा से हमारा जीवन सुखमय हो।

५. पांचवां चरण

गाएँ हम गीत, बजाएँ हम ताली,
घर में हो रौनक, और हर चेहरा हो खुशहाली।
प्रेम और भक्ति का, यह पर्व है प्यारा,
गौरी माँ का आशीर्वाद, मिले हमें सारा।

अर्थ: हम गीत गाते हैं और तालियाँ बजाते हैं, जिससे घर में खुशी और रौनक बनी रहे। प्रेम और भक्ति का यह पर्व बहुत प्यारा है, और हम चाहते हैं कि हमें गौरी माँ का पूरा आशीर्वाद मिले।

६. छठवां चरण

सोलह गाठों का धागा, सोलह शक्तियों का प्रतीक,
हर गांठ में बसी है, एक नई उम्मीद।
हर मुश्किल को दूर करे, यह पवित्र धागा,
गौरी माँ की कृपा से, जीवन हो नया।

अर्थ: सोलह गांठों वाला धागा सोलह शक्तियों का प्रतीक है। हर गांठ में एक नई उम्मीद छिपी है। यह पवित्र धागा सभी मुश्किलों को दूर करे, और गौरी माँ की कृपा से हमारा जीवन नया और बेहतर बने।

७. सातवां चरण

जीवन में हो उजाला, खुशियों की हो बरसात,
गौरी माँ का आशीर्वाद, रहे हमेशा साथ।
इस व्रत के महत्व को, हम कभी न भूलें,
प्रेम और श्रद्धा से, यह पर्व हम मनाएँ।

अर्थ: हम कामना करते हैं कि हमारे जीवन में उजाला हो और खुशियों की बरसात हो। गौरी माँ का आशीर्वाद हमारे साथ हमेशा रहे। हम इस व्रत के महत्व को कभी न भूलें और इसे प्रेम और श्रद्धा से मनाएँ।

कविता इमोजी सारांश:
🌺🙏✨💖🏡👩�👩�👧�👧🎶

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-09.09.2025-मंगळवार.
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