डॉ. विश्वेश्वरैया जन्मदिन: भारत के महान अभियंता को सलाम-15 सितंबर, 2025-🎂👷‍♂️

Started by Atul Kaviraje, September 16, 2025, 04:19:06 PM

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Atul Kaviraje

डॉ.विश्वेश्वरैय्या जन्मदिन-

डॉ. विश्वेश्वरैया जन्मदिन: भारत के महान अभियंता को सलाम-

आज, सोमवार, 15 सितंबर, 2025, हम भारत के महान इंजीनियर, विद्वान और राजनेता डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का जन्मदिन मना रहे हैं। इस दिन को पूरे देश में 'अभियंता दिवस' (Engineers' Day) के रूप में मनाया जाता है, जो उनके अतुलनीय योगदान और राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका को याद करने का एक विशेष अवसर है। डॉ. विश्वेश्वरैया का जीवन एक प्रेरणा है कि कैसे एक व्यक्ति अपने ज्ञान, लगन और दूरदर्शिता से देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

उन्हें भारत में आधुनिक इंजीनियरिंग का जनक माना जाता है। उनका मानना था कि किसी भी देश की प्रगति उसके इंजीनियरिंग और तकनीकी विकास पर निर्भर करती है। उनका जीवन, एक सादा और अनुशासनबद्ध जीवन था, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए एक आदर्श है।

डॉ. विश्वेश्वरैया जन्मदिन के 10 प्रमुख बिंदु-

1. जन्मदिन का महत्व (अभियंता दिवस):

डॉ. विश्वेश्वरैया का जन्म 15 सितंबर, 1861 को कर्नाटक के चिक्काबल्लापुर जिले में हुआ था।

उनके सम्मान में, यह दिन 1968 से पूरे भारत में 'अभियंता दिवस' के रूप में मनाया जाता है। 🎂

यह दिन देश के सभी इंजीनियरों को उनके योगदान के लिए धन्यवाद देने का अवसर है। 👷�♂️👷�♀️

2. शिक्षा और शुरुआती जीवन:

उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गाँव में पूरी की और बाद में बैंगलोर के सेंट्रल कॉलेज में पढ़ाई की।

1883 में, उन्होंने पुणे के कॉलेज ऑफ साइंस से सिविल इंजीनियरिंग में टॉप किया। 🎓

3. मैसूर का निर्माण:

डॉ. विश्वेश्वरैया ने मैसूर राज्य के दीवान के रूप में काम किया।

उनके कार्यकाल में, मैसूर ने शिक्षा, उद्योग, और कृषि के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की।

4. कृष्णराज सागर बांध (KRS Dam):

उनका सबसे महत्वपूर्ण योगदान मैसूर में कृष्णराज सागर (KRS) बांध का निर्माण था। 🏞�

इस बांध ने इस क्षेत्र की कृषि और बिजली उत्पादन को पूरी तरह से बदल दिया।

इस परियोजना ने लाखों लोगों के जीवन में बदलाव लाया।

5. 'ब्लॉक सिस्टम' का आविष्कार:

उन्होंने बाढ़ नियंत्रण और सिंचाई के लिए 'ब्लॉक सिस्टम' नामक एक प्रणाली का आविष्कार किया। 🌊

यह प्रणाली आज भी कई जगहों पर उपयोग में लाई जाती है।

6. भारत रत्न का सम्मान:

1955 में, उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया। ⭐

यह सम्मान उनके असाधारण इंजीनियरिंग कौशल और राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा के लिए दिया गया था।

7. शिक्षा में योगदान:

डॉ. विश्वेश्वरैया ने शिक्षा के महत्व पर बहुत जोर दिया।

उन्होंने बैंगलोर में इंजीनियरिंग कॉलेज (जिसे अब यूनिवर्सिटी विश्वेश्वरैया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (UVCE) के नाम से जाना जाता है) की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 🏫

8. दूरदर्शिता और ईमानदारी:

वे अपनी ईमानदारी, अनुशासन और दूरदर्शिता के लिए जाने जाते थे।

उनका मानना था कि हर काम को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ किया जाना चाहिए।

9. आदर्श व्यक्तित्व:

वे जीवन भर सादा जीवन उच्च विचार के सिद्धांत पर चले।

वे एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व थे, जो आज भी लाखों इंजीनियरों और युवाओं को प्रेरित करते हैं। 😊

10. इंजीनियर्स दिवस का संकल्प:

इस दिन, हमें डॉ. विश्वेश्वरैया की शिक्षाओं को याद करना चाहिए।

हमें उनके दिखाए गए मार्ग पर चलकर देश के विकास में योगदान देने का संकल्प लेना चाहिए।

यह दिन हमें बताता है कि तकनीकी ज्ञान का उपयोग समाज की भलाई के लिए किया जाना चाहिए। 💖

इमोजी सारांश: 🎂👷�♂️👷�♀️🎓🏞�⭐🏫😊💖

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-15.09.2025-सोमवार.
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