नागासाकी: द्वितीय विश्व युद्ध का एक दुखद अध्याय 🌍🕊️-"शांति का दीपक" 🕯️-

Started by Atul Kaviraje, September 16, 2025, 10:07:19 PM

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Atul Kaviraje

नागासाकी: द्वितीय विश्व युद्ध का एक दुखद अध्याय 🌍🕊�-

नागासाकी पर हिंदी कविता-

शीर्षक: "शांति का दीपक" 🕯�-

चरण 1:
नभ में था जब सूर्य चमकता,
जीवन की थी लय बहती।
अचानक एक पल में ही सब,
अंधकार में डूब गई थी।
अर्थ: जिस समय नागासाकी में सब कुछ सामान्य था और जीवन अपनी गति से चल रहा था, अचानक एक पल में ही सब कुछ अंधेरे में समा गया।

चरण 2:
हवा में एक चीख गूंजी,
धरती थी तब कांप उठी।
आग के गोले बरस रहे थे,
जिंदगी वहीं रुक गई थी।
अर्थ: बम गिरने से हवा में चीखें सुनाई दीं, धरती कांप उठी और चारों ओर आग के गोले गिरने लगे, जिससे जीवन थम सा गया।

चरण 3:
काले धुएं का बादल छाया,
शहर राख में बदल गया।
हर एक घर था एक खंडहर,
आँखों में पानी भर गया।
अर्थ: बम से निकला काला धुआं पूरे शहर पर छा गया और पूरा शहर राख में बदल गया। हर घर खंडहर बन गया और लोगों की आँखों में आँसू भर गए।

चरण 4:
कितनी जानें पल में खोई,
मासूमों की किलकारियाँ।
बिखरी हुई थीं चारों ओर,
टूटी हुई सब कहानियाँ।
अर्थ: इस हमले में हजारों जानें चली गईं, बच्चों की हँसी भी हमेशा के लिए खामोश हो गई। हर तरफ टूटी हुई जिंदगी की कहानियाँ बिखरी हुई थीं।

चरण 5:
आज वहाँ पर फूल खिले हैं,
शांति की बंसी बजती है।
पर उन जख्मों की यादें,
अब भी दिल को दर्द देती है।
अर्थ: आज नागासाकी में शांति और पुनर्निर्माण के प्रतीक के रूप में फूल खिले हैं, लेकिन उस त्रासदी के घावों की यादें आज भी दिल में दर्द पैदा करती हैं।

चरण 6:
शांति का दीपक जला है,
अब ना हो ऐसी कोई भूल।
हर एक दिल में हो करुणा,
प्यार के खिलें वहाँ फूल।
अर्थ: अब शांति का दीपक जल चुका है और यह प्रार्थना है कि ऐसी गलती फिर कभी न हो। हर दिल में दया और करुणा हो ताकि दुनिया में सिर्फ प्यार के फूल खिलें।

चरण 7:
नागासाकी का सबक यही है,
युद्ध नहीं है कोई समाधान।
मानवता ही सबसे ऊपर,
प्यार से ही बने महान।
अर्थ: नागासाकी हमें यही सिखाता है कि युद्ध कभी किसी समस्या का हल नहीं हो सकता। मानवता ही सबसे ऊपर है और हमें प्रेम से ही महानता प्राप्त होती है।

--अतुल परब
--दिनांक-16.09.2025-मंगळवार.
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