भगवान गणेश की आध्यात्मिक शक्ति का कारण-🐘🙏🧠💖🎁✨

Started by Atul Kaviraje, September 17, 2025, 04:49:44 PM

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Atul Kaviraje

भगवान गणेश की आध्यात्मिक शक्ति का कारण-

भगवान गणेश पर कविता-

(१)
गजानन, गणनायक, विघ्नहर्ता तुम कहलाते,
हर शुभ कार्य से पहले तुम ही पूजे जाते।
ज्ञान की तुम ज्योति, बुद्धि के तुम सागर,
तुम्हारी शक्ति का हर कण, हर पल है उजागर।
अर्थ: हे गजानन, गणनायक, विघ्नहर्ता, आप ही हर शुभ कार्य से पहले पूजे जाते हैं। आप ज्ञान की ज्योति और बुद्धि के सागर हैं, और आपकी शक्ति का हर कण हमेशा प्रकाशित रहता है।

(२)
एकदंत तुम्हारा, ज्ञान का है प्रतीक,
तोड़ दिया अहंकार, किया तुमने यही ठीक।
बड़ा पेट तुम्हारा, संतोष की कहानी,
उदारता तुम्हारी, है सबसे पुरानी।
अर्थ: आपका एक दांत ज्ञान का प्रतीक है, क्योंकि आपने अहंकार को तोड़ दिया है। आपका बड़ा पेट संतोष की कहानी कहता है और आपकी उदारता सबसे पुरानी है।

(३)
लंबी सूंड से तुम, बारीकी से देखते,
बड़ी आंखों से तुम, सब कुछ हैं समझते।
बड़े कान तुम्हारे, सुनने का देते ज्ञान,
तुम्हारा हर अंग, करता है हमारा कल्याण।
अर्थ: आप अपनी लंबी सूंड से हर चीज को बारीकी से देखते हैं और अपनी बड़ी आंखों से सब कुछ समझते हैं। आपके बड़े कान हमें सुनने का ज्ञान देते हैं और आपका हर अंग हमारा कल्याण करता है।

(४)
मोदक प्रिय तुम्हें, स्वाद में मीठा,
परिश्रम का फल, यह तुमने ही तो सिखा।
हाथी का सिर और मानव का धड़,
संतुलन का पाठ, तुम ही तो हो पढ़ते।
अर्थ: मोदक आपको बहुत पसंद हैं, जो स्वाद में मीठा होता है। यह आपने ही सिखाया है कि परिश्रम का फल मीठा होता है। हाथी का सिर और मानव का शरीर, यह संतुलन का पाठ आप ही हमें पढ़ाते हैं।

(५)
मूषक पर तुम करते सवारी,
अहंकार और लोभ की हर कमजोरी।
तुमने ही तो जीती है, यह हमें सिखाया,
तुम्हारी शक्ति का यह रूप, हर मन को भाया।
अर्थ: आप चूहे पर सवारी करते हैं, और यह हमें सिखाता है कि आपने अहंकार और लोभ जैसी हर कमजोरी को जीत लिया है। आपकी शक्ति का यह रूप हर मन को भाता है।

(६)
माता-पिता की तुमने की परिक्रमा,
पूरा ब्रह्मांड है तुम्हारी महिमा।
समर्पण और भक्ति का यह है मार्ग,
तुम्हारी कृपा से मिटे हर दाग।
अर्थ: आपने माता-पिता की परिक्रमा की और यह दिखाया कि पूरा ब्रह्मांड आपकी महिमा है। यह समर्पण और भक्ति का मार्ग है, और आपकी कृपा से हर दाग मिट जाता है।

(७)
तुम्हारी शक्ति का हर एक आधार,
ज्ञान, विवेक और प्रेम का संचार।
तुम हो निराकार, तुम हो साकार,
तुम्हारी कृपा से हो सबका उद्धार।
अर्थ: आपकी शक्ति का हर एक आधार ज्ञान, विवेक और प्रेम का संचार है। आप निराकार भी हैं और साकार भी, और आपकी कृपा से सबका उद्धार होता है।

इमोजी सारांश: 🐘🙏🧠💖🎁✨

--अतुल परब
--दिनांक-16.09.2025-मंगळवार.
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