कृष्ण एवं योगेश्वर दर्शन- हिंदी कविता: योगेश्वर कृष्ण-🧘‍♂️🎶✨💖

Started by Atul Kaviraje, September 18, 2025, 04:46:37 PM

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Atul Kaviraje

कृष्ण एवं योगेश्वर दर्शन-

हिंदी कविता: योगेश्वर कृष्ण-

1.
योगेश्वर कृष्ण, तुम्हारा नाम है,
जीवन का हर कर्म, तुम्हारा ही धाम है।
अर्जुन को गीता का, सार सुनाया,
कर्म योग का पथ, तुमने दिखाया।

अर्थ: हे योगेश्वर कृष्ण, आपका नाम जीवन के हर कर्म में है। आपने अर्जुन को गीता का सार सुनाया और कर्म योग का मार्ग दिखाया।

2.
बंसी की धुन में, जग को भुलाया,
रास लीला में, प्रेम है पाया।
गोपियों के संग, तुमने जो खेला,
आत्मा और परमात्मा का, वो था मेला।

अर्थ: आपकी बंसी की धुन में दुनिया सब कुछ भूल जाती है। रास लीला में प्रेम की झलक मिलती है। गोपियों के साथ आपका खेल आत्मा और परमात्मा के मिलन का प्रतीक था।

3.
गोवर्धन उठाया, इक उंगली पर,
ध्यान की शक्ति, है तेरे भीतर।
मुश्किलें जब आईं, तुमने संभाला,
हर संकट को, तुमने टाला।

अर्थ: आपने एक उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाया। यह आपके भीतर की ध्यान शक्ति को दर्शाता है। जब भी मुश्किलें आईं, आपने संभाला और हर संकट को टाला।

4.
विराट रूप में, सब हैं समाए,
धरती, आकाश, सब तुझमें पाए।
हर कण में तेरा, है ही वास,
तू ही है दूर, तू ही है पास।

अर्थ: आपके विराट रूप में सब कुछ समाया हुआ है। धरती, आकाश, सब कुछ आप में ही हैं। आप ही हर कण में बसते हैं, आप ही दूर हैं और आप ही पास हैं।

5.
राधा का प्रेम, तेरी ही पहचान,
भक्ति योग का, तू है ही ज्ञान।
सुदामा की दोस्ती, है जग में मशहूर,
प्रेम के रिश्ते, किए हैं भरपूर।

अर्थ: राधा का प्रेम आपकी पहचान है और आप ही भक्ति योग का ज्ञान हैं। सुदामा के साथ आपकी दोस्ती जग में मशहूर है, और आपने प्रेम के रिश्ते को बहुत महत्व दिया।

6.
आज के युग में, तुम्हारा दर्शन,
जीवन में लाए, नया परिवर्तन।
हर काम को हम, योग ही मानें,
तुमको ही अपना, भगवान मानें।

अर्थ: आज के युग में आपका दर्शन हमारे जीवन में नया परिवर्तन लाता है। हम हर काम को योग मानेंगे और आपको ही अपना भगवान मानेंगे।

7.
कृष्ण, केशव, तुम हो ही श्याम,
जीवन को दो, सच्चा आराम।
ध्यान से मन को, करो अब शांत,
तुम्हारी महिमा का, ना हो अंत।

अर्थ: कृष्ण, केशव, आप ही श्याम हैं। आप हमारे जीवन को सच्चा आराम दें। अपने ध्यान से मन को शांत करें। आपकी महिमा का कोई अंत नहीं है।

कविता का सारांश
प्रतीक: 🧘�♂️🎶✨💖

भाव: भगवान कृष्ण के योगेश्वर स्वरूप के प्रति श्रद्धा।

मुख्य विषय: कर्म योग, भक्ति योग, प्रेम और ध्यान।

निष्कर्ष: कृष्ण का जीवन और शिक्षाएं हमें पूर्ण जीवन जीने का मार्ग दिखाती हैं।

--अतुल परब
--दिनांक-17.09.2025-बुधवार..
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