द्वादशी श्राद्ध: पितरों के प्रति भक्ति और श्रद्धा का महापर्व-🙏💖💧⚪✨🧘‍♂️🌺👨‍

Started by Atul Kaviraje, September 19, 2025, 05:40:35 PM

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Atul Kaviraje

द्वादशी श्राद्ध-

द्वादशी श्राद्ध: पितरों के प्रति भक्ति और श्रद्धा का महापर्व-

द्वादशी श्राद्ध पर एक सुंदर कविता-

चरण 1:
हे पितरों, तुम्हारी याद में, यह श्राद्ध का पावन दिन आया।
श्रद्धा और भक्ति के भाव से, हमने तुम्हें शीश झुकाया।
तुम्हारे त्याग और बलिदान को, हम कभी न भूल पाएँगे।
तुमने जो राह दिखाई, हम उस पर चलते जाएँगे।

अर्थ: हे पूर्वजों, आपके स्मरण में श्राद्ध का यह पवित्र दिन आया है। हम श्रद्धा और भक्ति के भाव से आपके सामने नतमस्तक हैं। हम आपके त्याग और बलिदान को कभी नहीं भूलेंगे और आपके दिखाए गए मार्ग पर चलते रहेंगे। 💖

चरण 2:
तिल और जल अर्पित कर, हम तुम्हें तर्पण करते हैं।
तुम्हारी आत्मा की शांति के लिए, यह पवित्र कर्म करते हैं।
पवित्र कुश पर पिंडदान रख, हम तुम्हें भोजन देते हैं।
तुम सदा सुखी रहो, यही कामना करते हैं।

अर्थ: हम आपको तिल और जल अर्पित करके तर्पण कर रहे हैं, ताकि आपकी आत्मा को शांति मिले। पवित्र घास पर पिंड रखकर हम आपको भोजन दे रहे हैं। हम यही कामना करते हैं कि आप हमेशा सुखी रहें।💧⚪

चरण 3:
ब्राह्मणों को भोजन खिला, हम तुम्हें तृप्त करते हैं।
तुम्हारे आशीर्वाद से, हम जीवन में आगे बढ़ते हैं।
तुम्हारी कृपा दृष्टि हम पर बनी रहे, यही दुआ करते हैं।
दुख और कष्टों से मुक्ति मिले, यही विनती करते हैं।

अर्थ: ब्राह्मणों को भोजन खिलाकर हम आपको तृप्त कर रहे हैं। आपके आशीर्वाद से ही हम जीवन में सफलता प्राप्त करते हैं। हमारी यह प्रार्थना है कि आपकी कृपा दृष्टि हम पर हमेशा बनी रहे और हम दुख-कष्टों से दूर रहें। 🍽�✨

चरण 4:
ज्ञान और वैराग्य के पथ पर, तुम संन्यासी बन गए।
जीवन के मोह-माया को, तुम पल भर में त्याग गए।
तुम्हें याद कर, हम भी इस राह पर चलना चाहते हैं।
सत्य और धर्म की राह पर, हम भी आगे बढ़ना चाहते हैं।

अर्थ: आपने ज्ञान और वैराग्य के पथ पर चलकर संन्यासी का जीवन अपनाया और संसार के मोह-माया को त्याग दिया। आपको याद करके हम भी उसी मार्ग पर चलना चाहते हैं और सत्य एवं धर्म की राह पर आगे बढ़ना चाहते हैं। 🧘�♂️🌺

चरण 5:
तुम हमारी जड़ों की नींव हो, तुम हमारे गौरव हो।
तुम्हारे बिना हम अधूरे हैं, तुम हमारे प्रेरणा स्रोत हो।
तुम्हारे नाम से ही, हम अपने आप को पूरा पाते हैं।
तुम हमारे जीवन की, सबसे सुंदर कहानी हो।

अर्थ: आप हमारे परिवार की नींव और हमारा गौरव हैं। आपके बिना हम अधूरे हैं और आप हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। आपके नाम से ही हम अपने जीवन को पूर्ण पाते हैं। आप हमारे जीवन की सबसे सुंदर कहानी हैं। 👨�👩�👧�👦❤️

चरण 6:
तुम्हें दान-दक्षिणा अर्पित कर, हम अपना कर्तव्य निभाते हैं।
तुम्हारे नाम का दीपक जलाकर, हम तुम्हें रोशन करते हैं।
तुम्हारी ज्योति से हमारा जीवन प्रकाशित होता रहे।
तुम्हारे आशीर्वाद से हमारा जीवन सफल होता रहे।

अर्थ: हम आपको दान-दक्षिणा देकर अपना कर्तव्य पूरा कर रहे हैं। आपके नाम का दीपक जलाकर हम आपको रोशन कर रहे हैं। आपकी ज्योति से हमारा जीवन प्रकाशित होता रहे और आपके आशीर्वाद से हमारा जीवन सफल हो। 🎁🕯�

चरण 7:
हे पितरों, तुम हमें आशीष दो, हम तुम्हें प्रणाम करते हैं।
तुम्हारे चरणों में श्रद्धा से, हम यह कर्म करते हैं।
तुम्हारी आत्मा को शांति मिले, यही हमारी प्रार्थना है।
तुम हमेशा हमारे साथ रहो, यही हमारी कामना है।

अर्थ: हे पूर्वजों, हमें अपना आशीर्वाद दें, हम आपको प्रणाम करते हैं। आपके चरणों में श्रद्धा से हम यह कर्म कर रहे हैं। हमारी यह प्रार्थना है कि आपकी आत्मा को शांति मिले और आप हमेशा हमारे साथ रहें। 🙏💫

कविता सार: 🙏💖💧⚪✨🧘�♂️🌺👨�👩�👧�👦❤️🎁🕯�💫
 
--अतुल परब
--दिनांक-18.09.2025-गुरुवार.
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