चतुर्दशी श्राद्ध: पितरों को समर्पित एक पवित्र दिन 🕊️-🌿🕊️🙏💧💖✨🐦🐄🐶👨‍👩‍👧

Started by Atul Kaviraje, September 21, 2025, 04:41:38 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

चतुर्दशी श्राद्ध-

चतुर्दशी श्राद्ध: पितरों को समर्पित एक पवित्र दिन 🕊�-

कविता: चतुर्दशी श्राद्ध 🌿-

१.
आई है चतुर्दशी की यह तिथि,
पितरों को हम याद करेंगे।
जो गए हैं हमसे बहुत दूर,
आज उनका श्राद्ध करेंगे।
🙏
अर्थ: चतुर्दशी की यह तिथि आई है, और आज हम उन पितरों को याद करेंगे जो हमसे दूर चले गए हैं।

२.
जल और काले तिल से तर्पण,
आटे के पिंड बनाएंगे।
पितरों को अर्पण कर यह सब,
उनका आशीर्वाद पाएंगे।
💧
अर्थ: जल और काले तिल से तर्पण करेंगे, और आटे के पिंड बनाएंगे। यह सब पितरों को अर्पित करके हम उनका आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।

३.
ब्राह्मणों को घर बुलाकर,
आदर से भोजन कराएंगे।
वस्त्र और दान-दक्षिणा देकर,
उनसे आशीर्वाद लेंगे।
💖
अर्थ: ब्राह्मणों को घर बुलाकर आदरपूर्वक भोजन कराएंगे। उन्हें वस्त्र और दान देकर उनका आशीर्वाद लेंगे।

४.
कौआ, गाय और कुत्ते को,
भोजन का हिस्सा देंगे।
पितरों का रूप मानकर उनको,
श्रद्धा से भोजन कराएंगे।
🐦🐄🐶
अर्थ: कौआ, गाय और कुत्ते को भी भोजन का हिस्सा देंगे, क्योंकि उन्हें पितरों का रूप माना जाता है।

५.
यह दिन देता है शांति और सुख,
पितरों की आत्मा को आराम।
जीवन में मिलता है नया बल,
हर काम में मिले सफलता।

अर्थ: यह दिन पितरों की आत्मा को शांति और आराम देता है, जिससे हमें जीवन में नया बल मिलता है और हर काम में सफलता मिलती है।

६.
अकाल मृत्यु का शोक दूर हो,
पितरों को मोक्ष मिल जाए।
यह श्राद्ध करता है उनकी मुक्ति,
खुशियां जीवन में आएँ।
🕊�
अर्थ: अकाल मृत्यु का शोक दूर हो और पितरों को मोक्ष मिले। यह श्राद्ध उनकी मुक्ति के लिए है, जिससे हमारे जीवन में खुशियां आएं।

७.
सारे परिवार को एक साथ,
जोड़ता है यह पावन दिन।
संस्कार और परंपराओं को,
जीवंत रखता है हर पल।
👨�👩�👧�👦
अर्थ: यह पवित्र दिन पूरे परिवार को एक साथ जोड़ता है और हमारी परंपराओं तथा संस्कारों को जीवंत रखता है।

इमोजी सारांश: 🌿🕊�🙏💧💖✨🐦🐄🐶👨�👩�👧�👦

--अतुल परब
--दिनांक-20.09.2025-शनिवार.
===========================================