ताड़ का पेड़ (Palm Tree) 🌿- ताड़ के पेड़ पर कविता ✍️-

Started by Atul Kaviraje, September 22, 2025, 06:58:49 PM

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Atul Kaviraje

ताड़ का पेड़ (Palm Tree) 🌿-

ताड़ के पेड़ पर कविता ✍️-

पहला चरण:
रेत की धरती पर, सूरज की गर्मी में,
खड़ा है ताड़ का पेड़, अपनी शान में।
सीधा, ऊँचा, कोई शाखा नहीं,
बस ऊपर है पत्तों का मुकुट बना।
अर्थ: ताड़ का पेड़ रेगिस्तान और समुद्र के किनारों पर सूरज की गर्मी में सीधा और ऊँचा खड़ा रहता है। उसके तने में कोई शाखा नहीं होती, बस सबसे ऊपर पत्तों का एक मुकुट होता है।

दूसरा चरण:
नारियल और खजूर, फल देता है मीठे,
प्यासे यात्रियों की प्यास बुझाता है।
जीवन देता है, भोजन भी देता है,
धरती पर यह एक वरदान है।
अर्थ: ताड़ का पेड़ नारियल और खजूर जैसे मीठे फल देता है। यह प्यासे लोगों की प्यास बुझाता है और जीवन देता है, इसलिए यह धरती पर एक वरदान की तरह है।

तीसरा चरण:
पत्ते इसके बड़े और हरे,
छाया देते हैं, ठंडी हवा देते हैं।
घर की छत और चटाई बनते,
कई काम यह आते हैं।
अर्थ: ताड़ के बड़े और हरे पत्ते छाया और ठंडी हवा देते हैं। इनका उपयोग घरों की छत और चटाई बनाने में भी होता है।

चौथा चरण:
कभी जीत का यह प्रतीक बना,
कभी शांति और सम्मान का।
धार्मिक ग्रंथों में भी इसका है नाम,
यह प्रकृति का एक अनमोल इनाम।
अर्थ: यह पेड़ कभी विजय और सम्मान का प्रतीक रहा है, और इसका उल्लेख कई धार्मिक ग्रंथों में भी मिलता है। यह प्रकृति का एक अनमोल उपहार है।

पांचवाँ चरण:
समुद्र के किनारे पर, यह झूमता है,
हवा के साथ यह बात करता है।
लहरों की धुन पर यह नाचता है,
एक सुंदर सपना यह दिखाता है।
अर्थ: ताड़ के पेड़ समुद्र के किनारे हवा में झूमते हैं और हवा और लहरों के साथ नाचते हुए एक सुंदर दृश्य बनाते हैं।

छठा चरण:
जंगल काटे जाते, शहरीकरण बढ़े,
पर यह पेड़ अपनी जगह पर अड़ा है।
यह हमें देता है एक संदेश,
कि हमें अपनी प्रकृति को बचाना है।
अर्थ: भले ही वनों की कटाई हो रही है, लेकिन ताड़ का पेड़ अपनी जगह पर मजबूती से खड़ा है। यह हमें संदेश देता है कि हमें अपनी प्रकृति की रक्षा करनी चाहिए।

सातवाँ चरण:
तो यह है ताड़ के पेड़ की कहानी,
उपयोगिता और सुंदरता की निशानी।
यह सिर्फ एक पौधा नहीं है,
यह जीवन का एक गीत है।
अर्थ: यह कविता ताड़ के पेड़ की कहानी बताती है, जो उसकी उपयोगिता और सुंदरता को दर्शाता है। यह सिर्फ एक पौधा नहीं, बल्कि जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

--अतुल परब
--दिनांक-22.09.2025-सोमवार.
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