युवा उद्यमिता: भारत में स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देना 🚀💡-🚀💡🌟💪🇮🇳🏆

Started by Atul Kaviraje, September 22, 2025, 08:00:15 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

युवा उद्यमिता: भारत में स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देना-

युवा उद्यमिता: भारत में स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देना 🚀💡-

उद्यमी का सपना: एक कविता-

नया विचार मन में जागा,
सोचा नहीं, बस काम में लगा।
डर को पीछे छोड़ दिया,
नया रास्ता खुद ही बनाया।

राह में आई कई बाधाएँ,
कोई बोला, 'यह नहीं होगा'।
पर दिल ने कहा, 'चलते रहो',
सफलता का सूरज चमकेगा।

ना कोई मालिक, ना कोई डर,
खुद का मालिक खुद ही बनो।
अपने सपने को साकार करो,
इस दुनिया को कुछ नया दो।

युवा शक्ति जब जागती है,
तस्वीर तब बदलती है।
सोच नई, उम्मीद नई,
किस्मत तब पलटती है।

मेहनत की आग जलाओ,
परिश्रम की धूप में तपो।
एक दिन जरूर पाओगे,
जो तुम चाहते हो।

छोटा बीज आज बोया,
कल वो पेड़ बन जाएगा।
एक दिन तुम्हारे नाम से,
यह देश जगमगाएगा।

उद्यमी का यही है सपना,
ना सिर्फ खुद का, सबका भला।
एक नया भारत बनाना है,
जो हर क्षेत्र में हो अव्वल।

अर्थ:

पहला चरण: मन में एक नया विचार आया, और उसने सोचे बिना ही उस पर काम करना शुरू कर दिया। डर को छोड़कर उसने खुद ही एक नया रास्ता बनाया।

दूसरा चरण: रास्ते में कई मुश्किलें आईं, और लोगों ने कहा कि यह काम नहीं होगा। लेकिन दिल ने कहा, 'आगे बढ़ते रहो', क्योंकि सफलता का सूरज जरूर चमकेगा।

तीसरा चरण: अब कोई मालिक नहीं, कोई डर नहीं, खुद ही अपने मालिक बनो। अपने सपनों को पूरा करो और दुनिया को कुछ नया दो।

चौथा चरण: जब युवाओं की शक्ति जागती है, तो देश की तस्वीर बदल जाती है। जब सोच और उम्मीद नई होती है, तो किस्मत भी पलट जाती है।

पांचवां चरण: मेहनत की आग जलाओ और परिश्रम की धूप में तपो। एक दिन तुम्हें वह सब कुछ जरूर मिलेगा जो तुम चाहते हो।

छठा चरण: आज जो छोटा बीज बोया गया है, वह कल एक बड़ा पेड़ बनेगा। एक दिन तुम्हारे नाम से यह देश जगमगाएगा।

सातवाँ चरण: एक उद्यमी का यही सपना होता है- सिर्फ अपना नहीं, बल्कि सबका भला करना। एक ऐसा नया भारत बनाना जो हर क्षेत्र में सबसे आगे हो।

इमोजी सारांश: 🚀💡🌟💪🇮🇳🏆

--अतुल परब
--दिनांक-21.09.2025-रविवार.
===========================================