संत मुक्ताबाई जयंती: भक्ति और ज्ञान की देवी-🙏📜✨💖🕊️

Started by Atul Kaviraje, September 23, 2025, 09:00:14 PM

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Atul Kaviraje

संत मुक्ताबाई जयंती-

संत मुक्ताबाई जयंती: भक्ति और ज्ञान की देवी-

संत मुक्ताबाई जयंती पर हिंदी कविता-

(१)

आया मुक्ताबाई का पावन दिन,
भक्ति की ज्योत जल गई।
ज्ञान का सागर उमड़ आया,
हर मन को शांति मिल गई।

(अर्थ): यह चरण बताता है कि संत मुक्ताबाई की जयंती का पवित्र दिन आ गया है, जिससे भक्ति की ज्योति जगी है, ज्ञान का सागर उमड़ा है और हर मन को शांति मिली है।

(२)

ज्ञानेश्वर की छोटी बहन,
गुरु थीं निवृत्तिनाथ की।
ज्ञान की देवी बनकर आई,
एक महान संत बन गई।

(अर्थ): इस चरण में बताया गया है कि वह संत ज्ञानेश्वर की छोटी बहन और निवृत्तिनाथ की शिष्या थीं। वे ज्ञान की देवी बनकर आईं और एक महान संत बनीं।

(३)

लिखे अभंग अनेक,
भक्ति का रस भरा।
'ताटीचे अभंग' से,
ज्ञानेश्वर को सिखाया।

(अर्थ): यहां उनकी रचनाओं का उल्लेख है, जिनमें भक्ति का रस भरा है। 'ताटीचे अभंग' के माध्यम से उन्होंने ज्ञानेश्वर को महत्वपूर्ण ज्ञान दिया।

(४)

नारी शक्ति का प्रतीक बनीं,
वारकरी संप्रदाय की शान।
आध्यात्मिक मार्ग दिखाया,
जग को दिया नया पहचान।

(अर्थ): यह चरण बताता है कि वे नारी शक्ति का प्रतीक बनीं और वारकरी संप्रदाय का गौरव थीं। उन्होंने आध्यात्मिक मार्ग दिखाकर दुनिया को एक नई पहचान दी।

(५)

मुक्ताईनगर में समाधि ली,
तापी नदी के किनारे।
भक्त जाते हैं दर्शन को,
भाव से भरते किनारे।

(अर्थ): इस चरण में उनके समाधि स्थल का वर्णन है, जो मुक्ताईनगर में तापी नदी के किनारे है। भक्त वहां दर्शन के लिए जाते हैं और उनके मन श्रद्धा से भर जाते हैं।

(६)

उनके उपदेश आज भी,
जीवन में काम आते हैं।
मन को शांत करते हैं,
शांति का मार्ग दिखाते हैं।

(अर्थ): यहां बताया गया है कि उनके उपदेश आज भी हमारे जीवन में उपयोगी हैं। वे मन को शांत करते हैं और हमें शांति का मार्ग दिखाते हैं।

(७)

जयंती पर यह संकल्प,
उनके पथ पर चलें।
ज्ञान और भक्ति से,
जीवन को सफल करें।

(अर्थ): अंतिम चरण में उनकी जयंती पर यह संकल्प लेने की बात है कि हम उनके दिखाए गए मार्ग पर चलें और ज्ञान और भक्ति से अपने जीवन को सफल बनाएं।

Emoji सारांश: 🙏📜✨💖🕊�

--अतुल परब
--दिनांक-22.09.2025-सोमवार.
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