रांजणगाव देवी यात्रा - नेवासा: भक्ति, इतिहास और लोक आस्था का संगम 🙏🚩-🗺️👸💖🏰

Started by Atul Kaviraje, September 28, 2025, 08:29:57 PM

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Atul Kaviraje

रांजणगाव देवी यात्रा-नेवासा, जिल्हा-नगर-

रांजणगाव देवी यात्रा - नेवासा: भक्ति, इतिहास और लोक आस्था का संगम 🙏🚩-

दीर्घ हिंदी कविता - रांजणगाव देवी यात्रा 📜-

चरण 01: नेवासा की पुकार
अहमदनगर की पावन माटी, नेवासा धाम बुलाता है।
प्रवरा नदी के तट पर देखो, देवी का मंदिर भाता है।
म्हाळसा माँ, खंडोबा पत्नी, भक्तों को दर्शन दिलाता है।
'खंडोबाची सासुरवाडी' का, नाम बड़ा ही सुहाता है।

हिंदी अर्थ: अहमदनगर की पवित्र धरती पर स्थित नेवासा तीर्थस्थल हमें बुला रहा है। प्रवरा नदी के किनारे बना देवी का मंदिर मन को मोह लेता है। म्हाळसा देवी, जो खंडोबा की पत्नी हैं, भक्तों को दर्शन देती हैं। 'खंडोबा के ससुराल' (खंडोबाची सासुरवाडी) का नाम बहुत ही प्यारा लगता है।
प्रतीक/इमोजी: 🗺�👸💖🏰

चरण 02: नवरात्रि का आरंभ
आश्विन मास की शुभ घड़ी में, नवरात्रि का पर्व सजता है।
घर-घर में तब घट की स्थापना, भक्ति का दीपक जलता है।
रांजणगाव की देवी यात्रा, भक्तों का सैलाब उमड़ता है।
देवी के जयकारों से देखो, कण-कण सारा दमकता है।

हिंदी अर्थ: आश्विन महीने की शुभ घड़ी में नवरात्रि का त्योहार शुरू होता है। हर घर में घट की स्थापना होती है और भक्ति का दीपक जलता है। रांजणगाव देवी की यात्रा में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। देवी के जयकारे से हर जगह चमक उठती है।
प्रतीक/इमोजी: 📅🚩✨🙏

चरण 03: शक्ति का आह्वान
महाकाली, महालक्ष्मी, महासरस्वती का रूप है तू।
पार्वती माँ का अवतार, माहेर की तू ही धूप है तू।
गोंधळ, भजन और कीर्तन से, महिमा तेरी गाते हैं।
तेरी शक्ति और आशीर्वाद से, सारे कष्ट मिटाते हैं।

हिंदी अर्थ: देवी म्हाळसा, आप महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती का रूप हैं। आप पार्वती माँ का अवतार हैं और मायके की धूप (खुशी) हैं। भक्त गोंधळ, भजन और कीर्तन के माध्यम से आपकी महिमा गाते हैं। आपकी शक्ति और आशीर्वाद से भक्तों के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।
प्रतीक/इमोजी: 🔱🎶🌟🛡�

चरण 04: मंदिर की शोभा
हेमाडपंथी कला का वैभव, मंदिर अति प्राचीन लगे।
पत्थरों पर खुदी मूर्तियों में, इतिहास का ज्ञान जगे।
द्वार पर खड़े नारद मुनि भी, इस पावन धाम को पूजते हैं।
दिव्य आरती की लौ में, भक्त अपने पाप धोते हैं।

हिंदी अर्थ: मंदिर में हेमाडपंथी कला की सुंदरता दिखाई देती है, और यह बहुत प्राचीन लगता है। पत्थरों पर खुदी हुई मूर्तियों में इतिहास का ज्ञान जागता है। मंदिर के द्वार पर खड़े देवऋषि नारद मुनि भी इस पवित्र स्थान की पूजा करते हैं। दिव्य आरती की ज्योति में भक्त अपने पाप धोते हैं।
प्रतीक/इमोजी: 🏰🗿🔔🔥

चरण 05: यात्रा का दृश्य
दूर-दूर से 'पायदळ' आते, माथे पर पगड़ी बांधते।
'येळकोट येळकोट जय म्हाळसा' की, वाणी सब जग जानते।
भंडारे का पुण्य लुटाते, अन्नदान का धर्म निभाते।
प्रेम और सद्भाव की डोरी, हर भक्त के मन में सजाते।

हिंदी अर्थ: भक्त दूर-दूर से पैदल (पायदळ) चलकर आते हैं और सिर पर पगड़ी बाँधते हैं। 'येळकोट येळकोट जय म्हाळसा' का जयकारा पूरी दुनिया जानती है। भंडारे का पुण्य बाँटा जाता है और अन्नदान का धर्म निभाया जाता है। प्रेम और सद्भाव की भावना हर भक्त के मन में रहती है।
प्रतीक/इमोजी: 🚶�♂️🚩🤝🍚

चरण 06: कामना और विश्वास
जो भी आता द्वार तुम्हारे, खाली हाथ न लौटता है।
मन की हर इच्छा पूरी हो, ऐसा विश्वास बोलता है।
चमत्कारों की कथा तुम्हारी, नेवासा गाँव सुनाता है।
जीवन को सुख से भर दो माँ, यह भक्त सिर झुकाता है।

हिंदी अर्थ: जो भी भक्त आपके द्वार पर आता है, वह कभी खाली हाथ नहीं लौटता। मन की हर इच्छा पूरी होती है, ऐसा दृढ़ विश्वास सब कहते हैं। आपके चमत्कारों की कहानियाँ नेवासा गाँव सुनाता है। हे माँ, हमारे जीवन को सुख से भर दो, यह भक्त आपके सामने सिर झुकाता है।
प्रतीक/इमोजी: 🌟🤲💖💫

चरण 07: यात्रा का सार
ज्ञानोबा ने जहाँ 'ज्ञानेश्वरी' लिखी, वह पावन भूमि तुम्हारी है।
यह तीर्थस्थल भक्ति का सागर, महिमा इसकी न्यारी है।
हर वर्ष यह मेला लगता, जीवन को अर्थ दिखाता है।
रांजणगाव की म्हाळसा देवी, सबका भाग्य चमकाता है।

हिंदी अर्थ: संत ज्ञानेश्वर ने जहाँ 'ज्ञानेश्वरी' ग्रंथ लिखा, वह पवित्र भूमि आपकी ही है। यह तीर्थस्थल भक्ति का सागर है, जिसकी महिमा अद्भुत है। हर साल यह मेला लगता है, जो जीवन का अर्थ दिखाता है। रांजणगाव की म्हाळसा देवी सबका भाग्य चमकाती हैं।
प्रतीक/इमोजी: 📖🇮🇳🚩😊

--अतुल परब
--दिनांक-28.09.2025-रविवार.
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