शिव पूजा में भूत-प्रेत:-🙏🔱💀- हिंदी कविता: 'भूतनाथ की माया' ✍️🎵-

Started by Atul Kaviraje, September 29, 2025, 08:11:59 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

शिव पूजा में भूत-प्रेत:-🙏🔱💀-

हिंदी कविता: 'भूतनाथ की माया' ✍️🎵-

चरण 01: शिव का वैराग्य
कैलाश पर्वत है उनका धाम, ⛰️🙏
तजकर सब सुख, वैरागी नाम।
तन पर भस्म और जटा विशाल, 💫🐍
काल के भी हैं वह महाकाल।

अर्थ: भगवान शिव का निवास कैलाश पर्वत है। उन्होंने सभी सांसारिक सुखों का त्याग कर वैराग्य को अपनाया है। वे शरीर पर भस्म लगाते हैं और उनकी जटाएँ लंबी हैं। वे काल (समय/मृत्यु) के भी महाकाल हैं।

चरण 02: भूत-प्रेत की टोली
भूत-प्रेत सब उनके गण, 🧟�♂️👥
करते रहते हैं कीर्तन।
विषधर सर्पों की माला कंठ, 🐍🖤
भयमुक्त करते हर एक पंथ।

अर्थ: भूत-प्रेत उनकी सेना (गण) हैं और हर पल उनका गुणगान करते हैं। उनके गले में विषैले साँपों की माला है। वे हर भक्त को भय से मुक्त करते हैं।

चरण 03: श्मशान का वास
श्मशान घाट में उनका डेरा, 💀🌑
जहाँ मिटता हर दुख अँधेरा।
अतृप्त आत्माएँ पाती शरण, 🕊�🤲
हो जाता है उनका भी तरण।

अर्थ: शिव का निवास श्मशान में है, जहाँ जीवन-मृत्यु का चक्र पूरा होता है। वहाँ हर प्रकार का दुःख और अंधकार समाप्त हो जाता है। उनकी शरण में आकर अतृप्त आत्माओं को भी मुक्ति मिल जाती है।

चरण 04: अद्भुत बारात
देव-दानव संग भूत-पिशाच, 🥁🕺
नाच रहे सब करके काज।
विचित्र बारात का अद्भुत रूप, 👰�♀️🤵�♂️
शंकर भोले, शिव शंभु।

अर्थ: उनके विवाह की बारात में देवता, दानव, भूत और पिशाच सभी मिलकर कार्य कर रहे थे और नाच रहे थे। यह बारात बहुत ही अद्भुत और निराली थी।

चरण 05: स्वीकार्यता का संदेश
जो भी आया उनकी शरण, 💖🛐
किया उन्होंने सबका वरण।
भूत-प्रेत, पशु या इंसान, 🐾👤
शिव के लिए सब हैं समान।

अर्थ: जो कोई भी उनकी शरण में आता है, शिव उसे स्वीकार करते हैं। भूत-प्रेत, जानवर या इंसान, शिव की दृष्टि में सब एक समान हैं।

चरण 06: पूजा का महत्व
शिव नाम से डरते प्रेत, 😨🚫
होते दूर सारे अमंगल खेद।
'ॐ नमः शिवाय' का जप महान, 📿🔔
देता शक्ति, देता ज्ञान।

अर्थ: शिव का नाम सुनकर भूत-प्रेत डरते हैं और सभी दुख, कष्ट और अमंगल दूर हो जाते हैं। 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करने से शक्ति और ज्ञान की प्राप्ति होती है।

चरण 07: अंत में भक्ति
भूतनाथ हैं करुणा के सागर, 🌊😇
उनकी महिमा है अति उजागर।
सच्ची भक्ति से जो भी पूजे, 🌸✨
भव सागर से शिवजी तारें।

अर्थ: भूतनाथ शिव करुणा के सागर हैं और उनकी महिमा बहुत प्रसिद्ध है। जो भी सच्ची भक्ति से उनकी पूजा करता है, शिव उसे संसार रूपी भवसागर से पार लगा देते हैं।

--अतुल परब
--दिनांक-29.09.2025-सोमवार. 
===========================================