शक्ति और साधना का पर्व 'त्रिरात्रोत्सव' का शुभारंभ-'शक्ति का त्रिरात्र'-🔱 🪔 🎶

Started by Atul Kaviraje, September 29, 2025, 08:34:29 PM

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Atul Kaviraje

त्रिरात्रौत्सवIरंभ-

शक्ति और साधना का पर्व 'त्रिरात्रोत्सव' का शुभारंभ-

हिंदी कविता: 'शक्ति का त्रिरात्र' (Hindi Poem: 'The Three Nights of Shakti')-

यह कविता एक सुंदर, अर्थपूर्ण, सीधीसादी सरल तुकबंदी के साथ त्रिरात्रोत्सव के भक्ति भाव को दर्शाती है।

चरण १ (Stanza 1)
शक्ति का देखो आया पर्व, त्रिरात्रोत्सव में जगाओ गर्व।
अज्ञान-तिमिर अब दूर भगाओ, घटस्थापना दीप जलाओ॥
अर्थ: देखो शक्ति का महान पर्व आ गया है, त्रिरात्रोत्सव में अपनी साधना का गर्व जगाओ। अज्ञान का अंधकार अब दूर भगाओ, और कलश स्थापित करके दीपक जलाओ।
| प्रतीक |
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| 🔱 🪔 |

चरण २ (Stanza 2)
पहली रात माँ काली आई, तमस की शक्ति को हर लाई।
भय और आलस्य का हो नाश, मन में जागे सच्चा विश्वास॥
अर्थ: पहली रात माँ काली का आगमन हुआ, जो तमस (अंधकार और नकारात्मकता) की शक्ति को हर लेती हैं। भय और आलस्य का नाश हो, और मन में सच्चा विश्वास जागे।
| प्रतीक |
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चरण ३ (Stanza 3)
दूजी रात में लक्ष्मी रानी, देतीं सबको शुभ वरदानी।
धन-धान्य की बरसे धार, जीवन हो जाए सुख अपार॥
अर्थ: दूसरी रात में महालक्ष्मी रानी आती हैं, जो सबको शुभ आशीर्वाद देती हैं। धन और धान्य की वर्षा हो, जिससे जीवन में अपार सुख आ जाए।
| प्रतीक |
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| 💛 🪙 |

चरण ४ (Stanza 4)
तीजी रात माँ सरस्वती का वास, ज्ञान की होती जग में प्यास।
सत्त्व गुण का होता उदय, दूर हो सारे मन के भय॥
अर्थ: तीसरी रात में माँ सरस्वती का निवास होता है, जिनसे जगत में ज्ञान की प्यास जगती है। सत्त्व गुण का उदय होता है, और मन के सारे भय दूर हो जाते हैं।
| प्रतीक |
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| 🤍 🧠 |

चरण ५ (Stanza 5)
रात भर हम सब जागे डोलें, मंत्रों की मधुर वाणी बोलें।
झूम-झूम कर भजन गाएँ, शक्ति-रूप को हृदय बसाएँ॥
अर्थ: हम सब रात भर जागते हुए घूमते हैं (जागरण करते हैं), और मंत्रों की मधुर वाणी बोलते हैं। झूम-झूम कर भजन गाते हैं, और शक्ति के स्वरूप को अपने हृदय में बसा लेते हैं।
| प्रतीक |
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चरण ६ (Stanza 6)
कन्या पूजन, हवन महान, करें भक्ति से सब सम्मान।
शक्तिपीठ में पूजा होवे, हर संकट का बीज वो खोवे॥
अर्थ: कन्या पूजन और हवन (यज्ञ) महान कार्य हैं, हम भक्ति से सबका सम्मान करें। शक्तिपीठ में पूजा हो, जिससे हर संकट का बीज नष्ट हो जाए।
| प्रतीक |
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| 🙏 🔥 |

चरण ७ (Stanza 7)
तीनों लोकों की तू है रानी, तेरी महिमा वेदों ने जानी।
कृपा तेरी हो हम पर सदा, दूर रहे जीवन की हर बाधा॥
अर्थ: आप तीनों लोकों की रानी हैं, आपकी महिमा वेदों ने भी जानी है। आपकी कृपा हम पर हमेशा बनी रहे, और जीवन की हर बाधा दूर रहे।
| प्रतीक |
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EMOJI सारंंश (कविता)
🔱 🪔 🎶 👑 💛 🖤 🤍

--अतुल परब
--दिनांक-29.09.2025-सोमवार. 
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