संत अण्णा महाराज केळकर की पुण्यतिथी (सांगली)-'गुरु अण्णा महाराज की महिमा'-🕉️ 🕊

Started by Atul Kaviraje, September 29, 2025, 08:35:21 PM

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Atul Kaviraje

अण्णा महाराज केळकर पुण्यतिथी-सांगली-

संत अण्णा महाराज केळकर की पुण्यतिथी (सांगली)-

हिंदी कविता: 'गुरु अण्णा महाराज की महिमा' (Hindi Poem: 'The Glory of Guru Anna Maharaj')-

यह कविता सरल तुकबंदी के साथ अण्णा महाराज केळकर की भक्ति और शिक्षाओं को व्यक्त करती है।

चरण १ (Stanza 1)
सांगली के संत महान, अण्णा महाराज को शत-शत प्रणाम।
पुण्यतिथी का पावन दिवस, मन में जागे भक्ति का रस॥
अर्थ: सांगली के महान संत अण्णा महाराज को हमारा बारंबार प्रणाम। आज उनकी पुण्यतिथी का पवित्र दिन है, हमारे मन में भक्ति का भाव जागृत हो रहा है।
| प्रतीक |
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चरण २ (Stanza 2)
गुरु गुळवणी की तुम छाया, दत्त प्रभु की भक्ति समाया।
'गुरुदेव दत्त' नाम का जाप, दूर किया भक्तों का संताप॥
अर्थ: आप गुरु गुळवणी महाराज की छाया के समान थे, आप में दत्तात्रेय प्रभु की भक्ति समाई हुई थी। 'गुरुदेव दत्त' नाम के जाप से आपने भक्तों का सारा दुःख दूर किया।
| प्रतीक |
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चरण ३ (Stanza 3)
सादगी तेरी जग से न्यारी, 'दादा' कह कर पुकारे सारी।
कर्म, भक्ति का दिया ज्ञान, जीवन को किया अति महान॥
अर्थ: आपकी सादगी इस दुनिया से अलग थी, सब आपको प्रेम से 'दादा' कहकर पुकारते थे। आपने कर्म और भक्ति का ज्ञान दिया, और जीवन को बहुत महान बनाया।
| प्रतीक |
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चरण ४ (Stanza 4)
प्रवचन तेरे अमृत धारा, लाखों लोगों को मिला सहारा।
क्षमा, धैर्य का दिया विधान, तू ही सच्चा योगी महान॥
अर्थ: आपके प्रवचन अमृत की धारा के समान थे, जिससे लाखों लोगों को सहारा मिला। आपने क्षमा और धैर्य रखने का नियम सिखाया, आप ही सच्चे और महान योगी हैं।
| प्रतीक |
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चरण ५ (Stanza 5)
नामस्मरण का दिया आधार, हर पल किया प्रभु का विचार।
चिंता छोड़ो, करो विश्वास, गुरुवर रहेंगे सदा ही पास॥
अर्थ: आपने नामस्मरण (प्रभु के नाम का जाप) का आधार दिया, और हर पल प्रभु का चिंतन करने को कहा। चिंताएँ छोड़कर विश्वास करो, गुरु हमेशा आपके पास रहेंगे।
| प्रतीक |
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चरण ६ (Stanza 6)
पुण्यतिथी पर संकल्प लें, प्रेम-मार्ग पर कदम धरें।
तेरी सेवा ही सच्चा धर्म, दूर करें हम सारे कुकर्म॥
अर्थ: इस पुण्यतिथी पर हम संकल्प लेते हैं कि प्रेम के मार्ग पर कदम रखेंगे। आपकी सेवा ही सच्चा धर्म है, हम अपने सारे बुरे कर्मों को दूर करेंगे।
| प्रतीक |
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चरण ७ (Stanza 7)
महाराज तेरी महिमा न्यारी, जीवन नैया जिसने तारी।
सांगली का तू है अभिमान, तुझे करें कोटि-कोटि प्रणाम॥
अर्थ: महाराज, आपकी महिमा अद्भुत है, आपने भक्तों की जीवन नैया को पार लगाया। आप सांगली का अभिमान हैं, हम आपको करोड़ों बार प्रणाम करते हैं।
| प्रतीक |
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| 👑 🙏 |

EMOJI सारंंश (कविता)
🕉� 🕊� 🤝 🎶 🙏 ✨

--अतुल परब
--दिनांक-29.09.2025-सोमवार. 
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