महाष्टमी उपवास: माँ दुर्गा की शक्ति और भक्ति का पर्व-'महाष्टमी की महिमा'-🙏8️⃣👧

Started by Atul Kaviraje, October 01, 2025, 10:42:14 AM

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Atul Kaviraje

महाष्टमी उपवास-

महाष्टमी उपवास: माँ दुर्गा की शक्ति और भक्ति का पर्व-

हिंदी कविता - 'महाष्टमी की महिमा'-

१. प्रथम चरण
आठवाँ दिन आया देखो, नवरातों की शान है।
माँ महागौरी का पूजन, भक्तों का कल्याण है।
श्वेत रूप अति पावन है, शांति का आह्वान है।
महाष्टमी का व्रत है यह, शक्ति का वरदान है।

अर्थ: नवरात्र का आठवाँ दिन आ गया है, जो इसकी शोभा है। इस दिन माँ महागौरी का पूजन होता है, जिससे भक्तों का कल्याण होता है। उनका सफेद रूप अत्यंत पवित्र है, जो शांति को आमंत्रित करता है। यह महाष्टमी का व्रत शक्ति का वरदान है।
इमोजी: 8️⃣🙏🕊�

२. द्वितीय चरण
व्रत का हमने संकल्प लिया, मन में शुद्धि समाई।
त्यागा अन्न और जल को, मिटे अंधेरे की परछाई।
दुर्गा सप्तशती का पाठ, भक्ति की रीत निभाई।
माँ की कृपा से जीवन में, हर खुशी लौट आई।

अर्थ: हमने व्रत रखने का संकल्प लिया, जिससे मन में पवित्रता आई। अन्न और जल त्यागने से अज्ञानता (अंधेरे) की छाया मिट गई। दुर्गा सप्तशती का पाठ करके हमने भक्ति का नियम पूरा किया। माँ की कृपा से जीवन में हर खुशी वापस आ गई।
इमोजी: 🧘�♀️❤️📖😊

३. तृतीय चरण
संधि काल का पल है शुभ, दीये जल रहे अपार।
दस दिशाएँ हो गईं रोशन, माँ तेरा जय-जयकार।
चंड-मुंड का नाश किया, माँ तूने किया उद्धार।
तेरी महिमा गाएँ सब, हो गया बेड़ा पार।

अर्थ: संधि काल का यह पल बहुत शुभ है, जहाँ अनगिनत दीये जल रहे हैं। दसों दिशाएँ रोशन हो गई हैं, और सब माँ की जय-जयकार कर रहे हैं। हे माँ, तुमने चंड-मुंड का नाश करके हमारा उद्धार किया। तेरी महिमा गाकर सबने भवसागर पार कर लिया।
इमोजी: 🕯�🔥🔱

४. चतुर्थ चरण
छोटी-छोटी कन्याएँ आईं, देवी का रूप अनूप।
पाँव पखार के बिठाया, चढ़ाए वस्त्र और धूप।
हलवा-पूरी-चना खिलाया, प्रेम का मीठा स्वरूप।
कन्या पूजन से मिला है, सौभाग्य और सुख-रूप।

अर्थ: छोटी-छोटी कन्याएँ आईं, जो देवी का अद्भुत रूप हैं। उनके पैर धोकर, उन्हें बिठाया और वस्त्र तथा धूप अर्पित किया। उन्हें हलवा-पूरी-चना खिलाया गया, जो प्रेम का मीठा रूप है। कन्या पूजन से हमें सौभाग्य और सुख-समृद्धि मिली है।
इमोजी: 👧🍲🌺

५. पंचम चरण
लाल चुनरिया, लाल फूल, गुड़हल का रंग प्यारा।
शस्त्र और आयुध लेकर, महिषासुर को मारा।
भक्तों की रक्षा करती, माँ का जगत में सहारा।
हर संकट को टालती, माँ का रूप न्यारा।

अर्थ: लाल चुनरी, लाल फूल और गुड़हल का प्यारा रंग। शस्त्र और अस्त्र लेकर माँ ने महिषासुर का वध किया। वह भक्तों की रक्षा करती है और इस जगत में हमारा सहारा है। वह हर संकट को टाल देती है, माँ का रूप सबसे अलग है।
इमोजी: 🔴🗡�🛡�

६. षष्ठम चरण
व्रत और पूजा का फल, सद्बुद्धि मिल जाए।
धर्म के मार्ग पर चलूँ मैं, मन को शांति मिल जाए।
धन और यश नहीं माँगूँ, ज्ञान की ज्योति जल जाए।
माँ के चरणों में सिर रखूँ, जीवन सफल हो जाए।

अर्थ: व्रत और पूजा का फल यह हो कि मुझे अच्छी बुद्धि मिल जाए। मैं धर्म के मार्ग पर चलूँ और मन को शांति मिले। मैं धन और प्रसिद्धि नहीं माँगता, बस ज्ञान का दीपक जल जाए। मैं माँ के चरणों में अपना सिर रखता हूँ, ताकि मेरा जीवन सफल हो जाए।
इमोजी: 🧠💡😌

७. सप्तम चरण
महाष्टमी का पर्व यह, हर साल हम मनाएँगे।
नारी शक्ति का सम्मान, हम जग को बतलाएँगे।
प्रेम और विश्वास की, हम ज्योत जलाएँगे।
माँ दुर्गा की कृपा से, हम सफलता पाएँगे।

अर्थ: यह महाष्टमी का त्योहार हम हर साल मनाएँगे। हम नारी शक्ति का सम्मान पूरी दुनिया को बताएँगे। हम प्रेम और विश्वास की ज्योति जलाएँगे। माँ दुर्गा की कृपा से हम जीवन में सफलता प्राप्त करेंगे।
इमोजी: 🎉👩�🦰🌟

दीर्घ हिंदी कविता- सारansh (Summary):
कविता का संक्षिप्त अर्थ: यह कविता महाष्टमी के महत्व को दर्शाती है, जहाँ माँ महागौरी की पूजा, व्रत का संकल्प, संधि काल की महत्ता, और विशेष रूप से कन्या पूजन के महत्व पर ज़ोर दिया गया है। यह कविता माँ दुर्गा की शक्ति (बुराई पर विजय) और भक्तों द्वारा आंतरिक शुद्धि और ज्ञान की कामना को व्यक्त करती है।

इमोजी सारansh (Emoji Summary):
🙏8️⃣👧🗡�💡 - महाष्टमी का व्रत, ज्ञान और विजय का पर्व।

--अतुल परब
--दिनांक-30.09.2025-मंगळवार. 
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