ग. दि. माडगुळकर पर कविता ✍️-✍️➡️🎤➡️🎭➡️🙏➡️❤️

Started by Atul Kaviraje, October 02, 2025, 10:53:18 AM

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Atul Kaviraje

ग. दि. माडगुळकर पर कविता ✍️-

चरण 1: माडगुळे का लाल
माडगुळे की माटी में, जन्मा एक लाल,
वाणी में थी जिसके, अमृत की चाल।
सरल सी भाषा में, वो लिखता था गीत,
लोक-कथाओं से, था उसका प्रीत।
अर्थ: यह चरण बताता है कि गदिमा का जन्म महाराष्ट्र के माडगुळे गांव में हुआ था और उनका लेखन लोक संस्कृति से प्रेरित था।

चरण 2: शब्दों का जादूगर
शब्दों से रचता था, वो एक संसार,
कभी प्यार की बात, कभी वेदना का सार।
हर कविता में, एक कहानी थी छिपी,
भाषा उसकी, हर दिल में थी बसी।
अर्थ: यह उनके लेखन की जादूगरी और उनकी भाषा की सरलता को दर्शाता है।

चरण 3: 'गीतरामायण' की रचना
'गीतरामायण' रचा, उसने जब,
वाल्मीकि का नाम, मिला उसको तब।
श्रीराम की गाथा, वो गाता था सुर में,
हर घर में, भक्ति का भाव भरा।
अर्थ: यह चरण उनके सबसे प्रसिद्ध कार्य 'गीतरामायण' का वर्णन करता है, जिसके लिए उन्हें 'महाराष्ट्राचे वाल्मिकी' कहा गया।

चरण 4: संगीत का साथी
सुधीर फडके का, था वो एक हाथ,
मराठी फिल्मों में, मिला उनका साथ।
अमर गीतों से, भर दी थी झोली,
हर दिल में, वो धुन बोली।
अर्थ: यह चरण संगीतकार सुधीर फडके के साथ उनके सफल सहयोग को बताता है, जिन्होंने मिलकर कई अमर गीत बनाए।

चरण 5: पर्दे का लेखक
सिर्फ गीत नहीं, लिखी थी कहानी,
पटकथा से, बना दी थी जिंदगानी।
संवादों में था, जीवन का रंग,
हर किरदार, था उसके संग।
अर्थ: यह बताता है कि उन्होंने फिल्मों के लिए केवल गीत ही नहीं, बल्कि पटकथा और संवाद भी लिखे, जो यथार्थवादी थे।

चरण 6: सादगी का प्रतीक
जीवन में थी उसके, सादगी भरी,
ज्ञान की गंगा, थी उसके अंदर भरी।
कोई घमंड नहीं, न कोई दिखावा,
दिल का था वो, सबसे सीधा-सादा।
अर्थ: यह उनके विनम्र, सादे और ईमानदार व्यक्तित्व को दर्शाता है।

चरण 7: अमर कला
गदिमा, नाम नहीं, है वो एक कला,
जो हर दिल में, सदा रहेगी ताज़ा।
महाराष्ट्र का गौरव, भारत की शान,
सदियों तक रहेगा, उसका गुणगान।
अर्थ: अंतिम चरण यह बताता है कि गदिमा का योगदान अमर है और वह हमेशा मराठी संस्कृति का गौरव बने रहेंगे।

कविता सारांश (Emoji): ✍️➡️🎤➡️🎭➡️🙏➡️❤️

--अतुल परब
--दिनांक-01.10.2025-बुधवार. 
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