राम और सत्य की विजय: रामायण में जीवन सिद्धांत-रामचरित मानस का सार-🙏🍇

Started by Atul Kaviraje, October 02, 2025, 11:02:29 AM

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Atul Kaviraje

राम और सत्य की विजय: रामायण में जीवन सिद्धांत-

हिंदी कविता: रामचरित मानस का सार-

चरण 1: रघुकुल का वह वचन
अयोध्या में जन्में राम, विष्णु अवतार,रघुकुल की रीत, चले धर्म की धार।
पिता के वचन हेतु, छोड़ा राज-पाट,
वचन निभाना ही, था सत्य का पाठ।
अर्थ: अयोध्या में जन्म लेने वाले भगवान राम, विष्णु के अवतार थे। उन्होंने रघुकुल की परम्परा निभाई और पिता के एक वचन के लिए राज-पाठ त्याग दिया। वचन निभाना ही उनके लिए सत्य का मार्ग था। 👑

चरण 2: वनवास की राह
सीता और लक्ष्मण ने, संग-संग लिया साथ,
वन-वन भटके, दुख झेले, थामे रहा हाथ।
जीवन की राहें जब, हों काँटों से भरी,
धैर्य और संयम से, हर विपदा हरी।
अर्थ: माता सीता और भाई लक्ष्मण ने उनके साथ वनवास स्वीकार किया। जीवन की राह में बहुत कठिनाइयाँ आईं, पर उन्होंने धैर्य और संयम से हर विपत्ति का सामना किया। 🚶�♀️🌳

चरण 3: भक्ति का समर्पण
शबरी के जूठे बेर, खाए प्रेम से राम,केवट से दोस्ती, किया नहीं कोई काम।
भक्ति के बंधन में, न कोई भेद-भाव,
बस श्रद्धा और निष्ठा, यही सच्चा भाव।
अर्थ: भगवान राम ने भीलनी शबरी के प्रेम भरे जूठे बेर खाए और केवट से मित्रता की। भक्ति में कोई भेदभाव नहीं होता, केवल सच्ची श्रद्धा और निष्ठा ही महत्त्वपूर्ण है। 🙏🍇

चरण 4: हनुमान की सेवा
हनुमान की भक्ति, बल-बुद्धि का सार,
सेवक का धर्म निभाना, हर दम तैयार।
असंभव कार्य को, किया पल में सिद्ध,
भक्ति ही शक्ति है, यह ही है प्रसिद्ध।
अर्थ: हनुमान की भक्ति, बल और बुद्धि का प्रतीक है। सेवक का धर्म निभाते हुए, उन्होंने असंभव कार्यों को भी तुरंत पूरा किया। यह प्रसिद्ध है कि भक्ति ही सबसे बड़ी शक्ति है। 🐒💪

चरण 5: रावण का अहंकार
ज्ञान-बल से भरा, रावण था महाज्ञानी,
पर अहंकार से भरी, थी उसकी कहानी।
अधर्म के मार्ग पर, जब मनुष्य है जाता,
सत्य की शक्ति से, उसका नाश हो जाता।
अर्थ: रावण बहुत ज्ञानी और शक्तिशाली था, लेकिन अहंकार के कारण उसका पतन हुआ। जब मनुष्य अधर्म के मार्ग पर चलता है, तो सत्य की शक्ति से उसका विनाश निश्चित है। 😈

चरण 6: धर्म की विजय
असत्य पर राम की, सत्य से हुई जीत,
अधर्म का नाश हुआ, बजी धर्म की रीत।
रावण जला, दशहरा कहलाया पर्व,
नेकी की जीत हुई, टूटा उसका गर्व।
अर्थ: भगवान राम की सत्य ने रावण के असत्य पर विजय पाई। अधर्म नष्ट हुआ और धर्म की स्थापना हुई। रावण का वध हुआ, इसलिए इस दिन को दशहरा (विजयदशमी) कहते हैं। ⚔️🔆

चरण 7: रामराज्य का संदेश
आज भी राम के, चरित्र का करते ध्यान,रामराज्य हो स्थापित, यही है कल्याण।
मर्यादा, प्रेम और त्याग, जीवन का आधार,
राम-कथा ही सिखाती, जीवन का सच्चा सार।
अर्थ: आज भी हम भगवान राम के चरित्र का ध्यान करते हैं। जीवन में मर्यादा, प्रेम और त्याग को अपनाकर रामराज्य स्थापित करना ही सच्चा कल्याण है। राम की कथा ही जीवन का वास्तविक सार सिखाती है। ✨

--अतुल परब
--दिनांक-01.10.2025-बुधवार.
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