भारतीय सिनेमा का समाज पर प्रभाव - दर्पण भी, मार्गदर्शक भी-परदे पर जीवन- 📝🎬💖

Started by Atul Kaviraje, October 02, 2025, 11:19:19 AM

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Atul Kaviraje

भारतीय सिनेमा का समाज पर प्रभाव - दर्पण भी, मार्गदर्शक भी-

हिंदी कविता: परदे पर जीवन-

📝🎬💖🇮🇳

चरण 1: (सिनेमा का आगमन)
रौशनी, कैमरा और एक्शन की धुन, परदे पर जीवन आया।
खुशी, गम और क्रांति का रंग, हर कहानी में समाया।
कभी दर्पण बन दुनिया दिखलाए, कभी सपने नए बुनता,
भारतीय सिनेमा है वो जादूगर, जो हर दिल की बात सुनता।

अर्थ: रौशनी, कैमरा और एक्शन की धुन के साथ परदे पर जीवन आ गया है। खुशी, दुख और क्रांति का रंग हर कहानी में शामिल है। कभी यह दुनिया का आईना बनकर दिखाता है, कभी नए सपने बुनता है। भारतीय सिनेमा वह जादूगर है, जो हर दिल की बात सुनता है।

सिंबल: 🎬✨💖

चरण 2: (संस्कृति का संचार)
भाषा-बोली और वेशभूषा, इसने ही सब तक पहुँचाई।
उत्तर से दक्षिण तक इसने, एक डोर नई बिछाई।
त्योहारों का रंग भरा है इसमें, गीतों की मधुरता गूँजे,
संस्कृति हमारी महकी इससे, हर पीढ़ी इसे अब पूजे।

अर्थ: भाषा, बोली और वेशभूषा को इसने ही सब तक पहुँचाया है। उत्तर से दक्षिण तक इसने एक नई कड़ी जोड़ी है। इसमें त्योहारों का रंग भरा है, और गीतों की मिठास गूंजती है। हमारी संस्कृति इससे महक उठी, हर पीढ़ी अब इसे पूजती है।

सिंबल: 🇮🇳🎶👗

चरण 3: (जागरूकता का शस्त्र)
दहेज, जाति की बात उठाई, अंधविश्वास पर चोट किया।
सामाजिक बुराइयों को इसने, दुनिया के सामने रख दिया।
बेटी बचाओ, शिक्षा लाओ, हर संदेश इसने सुनाया,
परिवर्तन का बीज बोकर, समाज को नया पथ दिखाया।

अर्थ: इसने दहेज और जातिवाद की बात उठाई, और अंधविश्वास पर प्रहार किया। सामाजिक बुराइयों को इसने दुनिया के सामने रखा। बेटी बचाओ, शिक्षा लाओ, हर संदेश इसने सुनाया। परिवर्तन का बीज बोकर, इसने समाज को नया रास्ता दिखाया।

सिंबल: 💡⚖️🌱

चरण 4: (युवाओं पर प्रभाव)
फैशन और स्टाइल का जादू, युवाओं के सर चढ़ बोले।
हीरो-हीरोइन के नक़्शे कदम, हर कोई चलना चाहे।
पर हिंसा का जब हो महिमामंडन, गलत राह दिखाता है ये,
रोमांटिक मिथक रचकर, कभी-कभी भ्रम फैलाता है ये।

अर्थ: फैशन और स्टाइल का जादू युवाओं के सिर चढ़कर बोलता है। हर कोई हीरो-हीरोइन के नक्शेकदम पर चलना चाहता है। लेकिन जब हिंसा को महान बताया जाता है, तो यह गलत रास्ता दिखाता है। कभी-कभी यह रोमांटिक झूठ रचकर भ्रम भी फैलाता है।

सिंबल: 👕💥❓

चरण 5: (प्रेरणा और उम्मीद)
'दंगल' और 'भाग मिल्खा' की, मेहनत इसने है दिखलाई।
गिरकर उठने का हौसला, हर दिल में इसने जगाई।
गरीबों की कहानी भी है, अमीरों का भी सपना है,
सिनेमा की ताकत से ही, हर आदमी संभला है।

अर्थ: 'दंगल' और 'भाग मिल्खा' जैसी फिल्मों ने कड़ी मेहनत दिखाई है। इसने हर दिल में गिरकर उठने का साहस जगाया है। इसमें गरीबों की कहानी भी है और अमीरों का सपना भी है। सिनेमा की ताकत से ही हर आदमी संभला है।

सिंबल: 💪🌟📈

चरण 6: (जिम्मेदारी का बोध)
निर्माता पर है बड़ी जिम्मेदारी, दर्शक भी हो अब जागरूक।
सिर्फ मनोरंजन ही न हो, परदे पर दिखे हर एक रूप।
सकारात्मक संदेश जब जाए, तो समाज का कल्याण हो,
कला का मोल तभी है सच्चा, जब इसमें ज्ञान का भान हो।

अर्थ: फिल्म बनाने वालों पर बड़ी जिम्मेदारी है, और दर्शक को भी अब जागरूक होना चाहिए। केवल मनोरंजन ही न हो, परदे पर जीवन का हर रूप दिखना चाहिए। जब सकारात्मक संदेश जाता है, तो समाज का कल्याण होता है। कला का मूल्य तभी सच्चा है, जब उसमें ज्ञान का भाव हो।

सिंबल: 🧠🎯💖

चरण 7: (अंतिम प्रणाम)
सिनेमा है हमारी पहचान, यह संस्कृति की अनमोल शान।
सत्यम-शिवम-सुंदरम का, देता रहे यह हरदम ज्ञान।
आगे बढ़े यह उद्योग हमारा, हर दिल से निकले यही कामना,
भारतीय सिनेमा को मेरा, अंतिम बार यह वंदना।

अर्थ: सिनेमा हमारी पहचान है, यह संस्कृति की अनमोल शान है। यह हमेशा सत्य, शिव (कल्याणकारी) और सुंदर का ज्ञान देता रहे। हमारा यह उद्योग आगे बढ़े, हर दिल से यही इच्छा निकलती है। भारतीय सिनेमा को मेरा अंतिम प्रणाम।

सिंबल: 🇮🇳🎬🙏

--अतुल परब
--दिनांक-01.10.2025-बुधवार. 
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