साईं की शांति और समाधान-जीवन-पथ के साईं सहारे-🙏💖🧘‍♀️✨🚢

Started by Atul Kaviraje, October 03, 2025, 04:05:31 PM

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Atul Kaviraje

श्री साईबाबा और जीवन शांति और समाधान (Shri Saibaba and Peace and Solution in Life)-

हिंदी कविता: साईं की शांति और समाधान (Hindi Poem: Sai's Peace and Solution)-

शीर्षक: जीवन-पथ के साईं सहारे-

१. चरण (Stanza 1):
जीवन-पथ की राह कठिन है, मन भटके हर बार।
इच्छाओं का जाल बुना है, कैसे हो उद्धार?
श्रद्धा-सबूरी दो ही बातें, साईं का आधार।
मन को बांधो, धीरज साधो, मिलेगा सच्चा प्यार।
अर्थ: जीवन का रास्ता कठिन है और मन बार-बार भटकता है। इच्छाओं के जाल से कैसे मुक्ति मिले? साईं बाबा के दो मुख्य उपदेश - श्रद्धा और सबूरी - ही आधार हैं। मन को एकाग्र करो, धैर्य रखो, तुम्हें सच्चा प्रेम (ईश्वर) मिलेगा।

२. चरण (Stanza 2):
द्वारकामाई तेरी कुटिया, निर्धनता का वास।
तूने सिखाया जग को बाबा, छोड़ो सब परिहास।
अन्न वही जो बाँट के खाया, वही सच्चा संतोष।
दान ही धर्म असली अपना, मिटाओ मन का रोष।
अर्थ: आपकी द्वारकामाई नामक झोपड़ी में निर्धनता का निवास था। आपने दुनिया को सिखाया कि सांसारिक उपहास और मोह को छोड़ो। जो अन्न बाँट कर खाया जाता है, वही सच्चा संतोष है। दान ही असली धर्म है, जो मन के क्रोध को शांत करता है।

३. चरण (Stanza 3):
तूने कहा था हिंदू-मुस्लिम, एक ही छत के नीचे।
अल्लाह मालिक, राम भी मालिक, यह बात हृदय सींचे।
धर्म की दीवारें न बनाओ, प्रेम का सेतु जोड़ो।
मिल-जुल कर जो जीवन जिएंगे, सब दुख-संताप मोड़ो।
अर्थ: आपने सिखाया कि हिंदू और मुस्लिम एक ही ईश्वर के बच्चे हैं। अल्लाह और राम दोनों एक ही मालिक हैं, इस भावना को दिल में बसाओ। धर्म के नाम पर दीवारें न खड़ी करो, बल्कि प्रेम का पुल बनाओ। यदि सब मिल-जुलकर रहेंगे, तो सभी दुख और कष्ट दूर हो जाएंगे।

४. चरण (Stanza 4):
कर्म करो पर फल की चिंता, मन को करे बेचैन।
कर्तव्य तेरा, प्रभु का अर्पण, मिलते सुख के सैन।
हार-जीत में समता रखना, यही योग है सच्चा।
अनासक्ति ही समाधान है, यह सार है कितना अच्छा।
अर्थ: काम तो करो, पर फल की चिंता मन को अशांत करती है। अपने कर्तव्य को ईश्वर को समर्पित कर दो, तभी सुख की अनुभूति होगी। हार और जीत में समान रहना ही सच्चा योग है। अनासक्ति ही जीवन का समाधान है।

५. चरण (Stanza 5):
तेरी धूनी की उदी बाबा, राख नहीं, वरदान।
जलाए हमारे अहंकार को, दे ज्ञान का सम्मान।
चमत्कार तेरी वाणी नहीं, तेरा शांत व्यवहार।
उसी में पाया मैंने बाबा, जीवन का सब सार।
अर्थ: आपकी धूनी की उदी (भस्म) केवल राख नहीं, बल्कि एक आशीर्वाद है। यह हमारे अहंकार को जलाती है और ज्ञान का महत्व देती है। आपके चमत्कार आपकी वाणी नहीं, बल्कि आपका शांत व्यवहार है। उसी में मैंने जीवन का संपूर्ण सार पाया।

६. चरण (Stanza 6):
मन को साधो, इच्छाओं को रोको, शांति भीतर ही है।
बाहर ढूँढने वाला प्राणी, भ्रम में हर पल है।
क्रोध, ईर्ष्या, लोभ की ज्वाला, जलाती जीवन-कोष।
क्षमा करो और प्रेम से देखो, हर पल मिले संतोष।
अर्थ: मन को वश में करो और इच्छाओं को रोको, क्योंकि शांति हमारे अंदर ही है। जो इसे बाहर खोजता है, वह हमेशा भ्रम में रहता है। क्रोध, ईर्ष्या और लालच की आग जीवन की पूंजी को जला देती है। क्षमा करो और प्रेम से देखो, तुम्हें हर पल संतोष मिलेगा।

७. चरण (Stanza 7):
भक्ति है बस नाम तुम्हारा, हर श्वास में साईं राम।
गुरु के चरणों में जो झुका है, मिला उसे विश्राम।
तू ही किनारा, तू ही नैया, तू ही है पतवार।
शरण तेरी ही शांति देती, तू ही है निस्तार।
अर्थ: सच्ची भक्ति केवल आपका नाम जपना है, हर साँस में 'साईं राम' का जाप। जो गुरु के चरणों में समर्पित होता है, उसे ही परम शांति मिलती है। आप ही किनारा हो, आप ही नाव हो, और आप ही पतवार हो। आपकी शरण ही शांति प्रदान करती है, और आप ही मोक्ष (निस्तार) हो।

[Emoji सारansh (Emoji Summary)]

कविता सार (Poem Summary)   Emoji सार (Emoji Summary)
श्रद्धा-सबूरी, दान और प्रेम का मार्ग ही जीवन की कठिनाइयों का समाधान है।   🙏💖🧘�♀️✨🚢

--अतुल परब
--दिनांक-02.10.2025-गुरुवार.
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