महाकाली का आह्वान- शीर्षक: काल की शक्ति-⚫ 💀 💥 ⏳ ⚔️ 🙏 💖 💡 🕊️

Started by Atul Kaviraje, October 04, 2025, 11:25:00 AM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

देवी काली की 'पूर्ण शक्ति' का प्रतीक और भक्तों पर इसका प्रभाव-

हिंदी कविता - महाकाली का आह्वान-

शीर्षक: काल की शक्ति-

चरण   कविता (04 पंक्तियाँ)   हिंदी अर्थ (Short Meaning)

01.   काली माँ महाकाली, तू काल की शक्ति।   हे माँ काली महाकाली, तू समय की शक्ति है।
रूप तेरा विकराल माँ, देती तू ही मुक्ति।   तेरा रूप भयानक है माँ, तू ही मोक्ष देती है।
अंधकार का नाश कर, देती सत्य की युक्ति।   अंधकार का नाश कर, तू सत्य का मार्ग बताती है।
तेरी पूर्ण शक्ति माँ, देती हमें भक्ति।   तेरी संपूर्ण शक्ति माँ, हमें सच्ची भक्ति देती है।

02.   जीभ तेरी निकली, संसार का हो सार।   तेरी जीभ निकली हुई है, जिसमें संसार का सार है।
अहंकार का विनाश हो, न रहे कोई भार।   अहंकार का विनाश हो, कोई बोझ न रहे।
खोपड़ी की माला में, जीवन का विस्तार।   खोपड़ी की माला में, जीवन का विस्तार है (अस्थिरता)।
भय को दूर भगाकर, करती बेड़ा पार।   डर को दूर भगाकर, तू नैया पार करती है।

03.   मुक्त केशों में माँ, स्वतंत्रता का वास।   बिखरे हुए केशों में माँ, स्वतंत्रता का निवास है।
तीसरी आँख तेरी, देती ज्ञान का आभास।   तेरी तीसरी आँख, ज्ञान का अनुभव कराती है।
बंधनों को तोड़कर, हो मुक्ति का प्यास।   बंधनों को तोड़कर, मोक्ष की इच्छा हो।
समर्पण भाव से माँ, होवे तेरा दास।   समर्पण के भाव से माँ, तेरा भक्त हो जाऊँ।

04.   भेदभाव की सीमाएँ, तूने दी हैं तोड़।   भेदभाव की सीमाओं को, तूने तोड़ दिया है।
परिवर्तन का वेग दे, जीवन को तू मोड़।   परिवर्तन की गति दे, जीवन को नया मोड़ दे।
प्रेम और करुणा से, तू भक्तों से जोड़।   प्रेम और करुणा से, तू भक्तों को जोड़ती है।
शक्ति और वात्सल्य, तेरी महिमा ओढ़।   शक्ति और प्रेम, तेरी महिमा में शामिल हैं।

05.   रोग-शोक और शत्रु, हों सब से दूर।   रोग, दुख और शत्रु, सब दूर रहें।
कवच बन तू मेरी माँ, बचा मुझको जरूर।   तू मेरा कवच बन माँ, मुझे अवश्य बचा।
समर्पण की भावना, होवे तुझमें चूर।   समर्पण की भावना, तुझमें लीन हो जाए।
अंतर्ज्ञान का दीप दे, मन होवे पूर।   अंतर्ज्ञान का दीपक दे, मन पूर्ण हो जाए।

06.   स्वार्थ और लोभ को, पल में तू जलाती।   स्वार्थ और लालच को, पल भर में तू जला देती है।
बुराई के हर बीज को, जड़ से मिटाती।   बुराई के हर बीज को, जड़ से मिटा देती है।
कठिन राह पर भी माँ, संबल बन जाती।   कठिन रास्ते पर भी माँ, तू सहारा बन जाती है।
साधना और कर्म का, महत्व सिखाती।   साधना और कर्म का, महत्व सिखाती है।

07.   जय जय काली माँ, तेरी शक्ति अपार।   जय जय काली माँ, तेरी शक्ति अपरिमित है।
जीवन के भव सागर से, कर दे मुझको पार।   जीवन के संसार रूपी सागर से, मुझे पार कर दे।
सत्य की राह पर माँ, होवे जय-जयकार।   सत्य के मार्ग पर माँ, मेरी विजय हो।
तेरी पूर्ण शक्ति का, मन में हो स्वीकार।   तेरी संपूर्ण शक्ति का, मन में स्वीकार हो।

इमोजी सारांश (Emoji Summary) - हिंदी कविता
⚫ 💀 💥 ⏳ ⚔️ 🙏 💖 💡 🕊�

--अतुल परब
--दिनांक-03.10.2025-शुक्रवार.
===========================================