विजय की ललकार - शीर्षक: शक्ति, शौर्य और शुभ कर्म-⚔️👑🏹 Durga 🌳💰✨📚🙏

Started by Atul Kaviraje, October 04, 2025, 11:50:12 AM

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Atul Kaviraje

खंडेमहानवमी एवं विजयादशमी - शौर्य, शक्ति और विजय का महापर्व-

⚔️🔱 Durga बुराई पर अच्छाई की शाश्वत विजय 🏹👑

हिंदी कविता - विजय की ललकार (The Roar of Victory)-

शीर्षक: शक्ति, शौर्य और शुभ कर्म-

चरण   कविता (04 पंक्तियाँ)   हिंदी अर्थ (Short Meaning)

01.   खंडेनवमी का तेज चला, दशमी का दिन आया है।   नवमी का तेज पूरा हुआ, अब दशमी (विजय का दिन) आया है।
दुर्गा माँ की शक्ति से, विजय का पर्व छाया है।   माँ दुर्गा की शक्ति से, विजय का त्योहार छा गया है।
शस्त्र और यंत्र पूजे गए, हर साधन हर्षाया है।   शस्त्रों और औजारों की पूजा की गई, हर साधन खुश हुआ है।
अधर्म का रावण जला, प्रभु राम ने यश पाया है।   अधर्म का प्रतीक रावण जल गया, भगवान राम ने कीर्ति पाई है।

02.   शमी की पूजा आज करो, पांडव कथा सुनाती है।   आज शमी वृक्ष की पूजा करो, वह पांडवों की कहानी सुनाती है।
सोना बाँटो प्रेम से, समृद्धि घर आती है।   प्रेम से (आपटे के पत्ते रूपी) सोना बाँटो, जिससे घर में समृद्धि आती है।
सीमोल्लंघन का भाव ये, अहंकार को मिटाती है।   सीमोल्लंघन (सीमा पार करना) का भाव यह है कि यह अहंकार को मिटाता है।
नया काम शुभ हो आज, रवि योग दर्शाती है।   आज नया काम शुभ हो, ऐसा रवि योग (शुभ संयोग) दिखाता है।

03.   तलवार और फावड़ा भी, पूजा का ही अंग है।   तलवार और खेती का औजार फावड़ा भी, पूजा का ही हिस्सा है।
कर्मभूमि के साधनों का, आज अनूठा रंग है।   कर्म करने के साधनों का, आज एक विशेष महत्व है।
गुरु और शिष्य का बंधन, ज्ञान की शुभ तरंग है।   गुरु और शिष्य का रिश्ता, ज्ञान की एक पवित्र लहर है।
विजयी भव का मंत्र गूँजे, ये जीवन एक जंग है।   'विजयी भव' (सदा विजयी हो) का मंत्र गूँज रहा है, क्योंकि यह जीवन एक संघर्ष है।

04.   नवरात्रि के नौ दिन की, तपस्या पूरी हुई है।   नवरात्रि के नौ दिनों की, तपस्या आज पूरी हो गई है।
माँ सिद्धिदात्री की कृपा, हर इच्छा से जुड़ी है।   माँ सिद्धिदात्री की कृपा, हर मनोकामना से जुड़ी हुई है।
दुर्गा ने महिषासुर की, आसुरी शक्ति कुचली है।   देवी दुर्गा ने महिषासुर की, राक्षसी शक्ति को नष्ट कर दिया है।
सत्य की राह कठिन है, पर अंत में सरल हुई है।   सत्य का मार्ग कठिन है, पर अंत में (विजय से) सरल हो गया है।

05.   घर में करो सरस्वती पूजन, किताबों को झुकाओ शीश।   घर में सरस्वती पूजा करो, किताबों के सामने सिर झुकाओ।
ज्ञान ही सच्चा शस्त्र है, देता है जीवन आशीष।   ज्ञान ही हमारा सच्चा हथियार है, जो जीवन में आशीर्वाद देता है।
कर्मयोगी बनके जियो, हर पल रहो जगदीश।   कर्म करने वाला बनकर जियो, हर पल ईश्वर (जगदीश) को याद रखो।
आज मिला जो विजय का फल, इसका करो सदा अदीस (आदेश)।   आज जो विजय का फल मिला, उसका सदा सही उपयोग करो।

06.   शस्त्रों से कर लें हम पूजा, यंत्रों से दें सम्मान।   शस्त्रों से हम पूजा कर लें, मशीनों को हम सम्मान दें।
अपने श्रम को देव मानें, यही है सच्चा ज्ञान।   अपने परिश्रम को भगवान मानें, यही सबसे सच्चा ज्ञान है।
जीवन में हो मंगल हरदम, यही हमारा ध्यान।   जीवन में हमेशा शुभ हो, यही हमारा ध्यान है।
विजयादशमी का पर्व ये, शक्ति का है वरदान।   विजयादशमी का यह त्योहार, शक्ति का वरदान है।

07.   अहंकार को आज जलाओ, जैसे जलता रावण है।   अहंकार को आज जला दो, जैसे रावण जलता है।
प्रेम और दया की राह चलो, यही जीवन का सावन है।   प्रेम और दया के रास्ते पर चलो, यही जीवन की सुंदरता है।
विजयी बनके लौटना है, यही वचन सुहावन है।   विजयी बनकर लौटना है, यही वादा बहुत प्यारा है।
जय जय माँ! जय श्री राम! यह दिवस अति पावन है।   जय जय माँ! जय श्री राम! यह दिन बहुत पवित्र है।

इमोजी सारांश (Emoji Summary) - हिंदी कविता
⚔️👑🏹 Durga 🌳💰✨📚🙏

--अतुल परब
--दिनांक-02.10.2025-गुरुवार.
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