कोटकामते की जगदंबा- शीर्षक: कोकण की भगवती-👑 ⚔️ 🏰 🚩 🦁 🙏 🌊 🪔 🎶

Started by Atul Kaviraje, October 04, 2025, 12:13:19 PM

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Atul Kaviraje

देवी भगवती यात्रा-कोटकामते: 'ईनामदार' देवी का शौर्यपूर्ण उत्सव-

👑 ⚔️ 🏰 'जय जगदंबे, आई भगवती!' 🚩 ✨

हिंदी कविता - कोटकामते की जगदंबा-

शीर्षक: कोकण की भगवती-

चरण   कविता (04 पंक्तियाँ)   हिंदी अर्थ (Short Meaning)

01.   जय जगदंबे, कोटकामते की रानी, आई तुम्हारी यात्रा।   कोटकामते की रानी, माँ जगदंबा की यात्रा आई है।
दशहरे का दिन आया है, विजयी हो माँ का गात्रा।   विजयादशमी का दिन आया है, माँ का शरीर (तेज) विजयी हो।
कान्होजी आंग्रे ने बनवाया, लिखा शौर्य का पन्ना।   कान्होजी आंग्रे ने मंदिर बनवाया, शौर्य की गाथा लिखी।
सिंधुदुर्ग की पावन भूमि, हर मन में भगवती बसना।   सिंधुदुर्ग की पवित्र भूमि, हर मन में भगवती का वास हो।

02.   तोपें गड़ी प्रवेश पर, इतिहास की हैं कहानी।   प्रवेश द्वार पर तोपें गड़ी हैं, वे इतिहास की कहानी हैं।
सात-बारा पर नाम तेरा, ईनामदार हो भवानी।   भूमि रिकॉर्ड पर तुम्हारा नाम है, तुम ईनामदार भवानी हो।
सिंह की प्रतिमा सामने, भक्तों की है अगवानी।   सिंह की मूर्ति सामने है, वह भक्तों का स्वागत करती है।
तेरा सुंदर सुबक रूप, मन में भरता पानी।   तुम्हारा सुंदर और नक्काशीदार रूप, मन को शांत करता है।

03.   लकड़ी के हैं खंभे भारी, मंडप है अति विशाल।   लकड़ी के खंभे बहुत मज़बूत हैं, मंडप बहुत बड़ा है।
नृत्य करें भक्त भावई में, ढोल-ताशा की ताल।   भक्त भावई नृत्य करते हैं, ढोल-ताशा की ताल पर।
रवलनाथ, हनुमान, संग, तरंगों का है कमाल।   रवलनाथ और हनुमान के साथ, तरंगों का अद्भुत दृश्य है।
तेरी कृपा की छाया में, खुशहाल है कोंकण काल।   तुम्हारी कृपा की छाया में, कोंकण का समय खुशहाल है।

04.   लामणदिवे जलते हैं, तेरी जागृत शक्ति से।   तेल के दीपक जलते हैं, तुम्हारी जागृत शक्ति से।
पावणाई संग विराजे, हर गाँव की भक्ति से।   पावणाई के साथ विराजमान हो, हर गाँव की भक्ति से।
संकट दूर हो जाते, तेरी एक झलकती से।   संकट दूर हो जाते हैं, तुम्हारी एक झलक से।
सबको मिले वरदान माँ, सच्ची सी अरुक्ति से।   सबको वरदान मिले माँ, सच्ची लगन से।

05.   कुणकेश्वर का तीर्थ भी, आया था तेरे पास।   कुणकेश्वर का पवित्र जल भी, तुम्हारे पास आया था।
पानी से मशाल जली, पूरी हुई हर आस।   पानी से मशाल जली, हर उम्मीद पूरी हुई।
ऐसी तेरी लीला न्यारी, तू ही है विश्वास।   तुम्हारी लीला ऐसी अनोखी है, तुम ही हमारा विश्वास हो।
तेरी शरण में आने का, हो हर जन्म प्रयास।   तुम्हारी शरण में आने का, हर जन्म प्रयास हो।

06.   धर्म की रक्षा करने वाली, महिषासुरमर्दिनी।   धर्म की रक्षा करने वाली, महिषासुर को मारने वाली।
तेरा खड्ग चमकता है, तू ही है सुखदायिनी।   तुम्हारी तलवार चमकती है, तुम ही सुख देने वाली हो।
विजय दिला दे जग में, तू ही माँ भयरनाशिनी।   संसार में विजय दिला दो, तुम ही भय को नाश करने वाली।
शक्ति दे हमें भक्ति की, तू ही है कल्याणिनी।   हमें भक्ति की शक्ति दो, तुम ही कल्याणकारी हो।

07.   कोटकामते की देवी माँ, तुझको शत-शत प्रणाम।   कोटकामते की देवी माँ, तुम्हें सौ-सौ बार प्रणाम।
तेरी महिमा गाएं हम, हो तेरा ही नाम।   तुम्हारी महिमा गाएं हम, तुम्हारा ही नाम हो।
आशीर्वाद दे सबको, हो सब सफल काम।   सबको आशीर्वाद दो, सभी कार्य सफल हों।
जय देवी भगवती, तेरा ऊँचा स्थान।   जय देवी भगवती, तुम्हारा स्थान ऊँचा है।

इमोजी सारांश (Emoji Summary) - हिंदी कविता
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--अतुल परब
--दिनांक-02.10.2025-गुरुवार.
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