वारणा का रथोत्सव- शीर्षक: तोडकर महाराज की रथ यात्रा-🌟 🚩 🚜 🥁 🤝 🎶 🎁 ✨

Started by Atul Kaviraje, October 04, 2025, 02:27:09 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

तोडकर महाराज रथोत्सव-वारणा नगर: विकास और अध्यात्म का संगम-

🙏 🚜 🚩 'तोडकर महाराजांचा जयजयकार!' 🌟 ✨

हिंदी कविता - वारणा का रथोत्सव-

शीर्षक: तोडकर महाराज की रथ यात्रा-

चरण   कविता (04 पंक्तियाँ)   हिंदी अर्थ (Short Meaning)

01.   वारणा नगर में आज, भक्ति की है छाया।   वारणा नगर में आज, भक्ति का प्रभाव है।
तोडकर महाराज का रथ, निकला भरमाया।   तोडकर महाराज का रथ, धूमधाम से निकला है।
दशहरे के पर्व पर, सारा गाँव है आया।   दशहरे के त्योहार पर, पूरा गाँव इकट्ठा हुआ है।
कोल्हापूर की मिट्टी में, संत का प्रेम समाया।   कोल्हापूर की धरती में, संत का प्रेम भरा है।

02.   रथ सजा है फूलों से, भव्य उसका रूप।   रथ फूलों से सजा है, उसका रूप बहुत शानदार है।
जयजयकार गूंजता, मिट जाए मन का कूप।   जयजयकार गूंज रहा है, मन का अंधकार मिट जाए।
सहकार की भूमि पर, भक्ति का है धूप।   सहकार (सहयोग) की धरती पर, भक्ति की धूप है।
महाराज का आशीर्वाद, हर समस्या का सूप।   महाराज का आशीर्वाद, हर समस्या का हल है।

03.   लेझिम और ढोल-ताशा, नाद है निराला।   लेझिम और ढोल-ताशा का, संगीत अनोखा है।
रथ को खींचते भक्तजन, तोड़ें हर ताला।   रथ को भक्त खींचते हैं, हर बाधा को तोड़ते हैं।
जत्रा लगी है साथ में, खुशियों का है पाला।   मेला साथ में लगा है, खुशियों का माहौल है।
तोडकर महाराज ने, जीवन को संभाला।   तोडकर महाराज ने, जीवन को सहारा दिया।

04.   नवस पूरा हुआ सबका, भेंट हो स्वीकार।   सबकी मन्नत पूरी हुई, भेंट स्वीकार हो।
महाप्रसाद का भोजन, बाँटे प्रेम अपार।   महाप्रसाद का भोजन, खूब सारा प्रेम बाँटता है।
आपस में सब मिल रहे, नहीं कोई दीवार।   आपस में सब मिल रहे हैं, कोई भेदभाव नहीं है।
अध्यात्म और विकास का, सुंदर हो संचार।   अध्यात्म और विकास का, सुंदर फैलाव हो।

05.   संत-परंपरा तेरी, करती है गुणगान।   तुम्हारी संत-परंपरा, तुम्हारा गुणगान करती है।
सेवा, त्याग और तप, तेरा ही है ज्ञान।   सेवा, त्याग और तपस्या, तुम्हारा ही ज्ञान है।
बच्चों को शिक्षा मिले, बढ़े सबका मान।   बच्चों को शिक्षा मिले, सबका सम्मान बढ़े।
पन्हाळा की माटी में, हो तेरा ही ध्यान।   पन्हाळा की मिट्टी में, तुम्हारा ही ध्यान हो।

06.   शौर्य का दिन है आज, शस्त्र पूजा होवे।   शौर्य का दिन है आज, शस्त्र पूजा हो।
मन की बुराई सारी, आज ही खोवे।   मन की सारी बुराइयाँ, आज ही खत्म हो जाएँ।
शांति और सद्भाव की, खुशबू जग बोवे।   शांति और सद्भाव की, खुशबू दुनिया में फैल जाए।
रथ आगे बढ़ता जाए, आनंद ही होवे।   रथ आगे बढ़ता जाए, आनंद ही हो।

07.   तोडकर महाराज की जय, उदो उदो तेरा।   तोडकर महाराज की जय, तुम्हारा जयजयकार हो।
हर भक्त के मन में, हो भक्ति का डेरा।   हर भक्त के मन में, भक्ति का निवास हो।
आशीष दो सबको, दूर करो अँधेरा।   सबको आशीर्वाद दो, अँधेरा दूर करो।
जय जय महाराज, तू ही है बसेरा।   जय जय महाराज, तुम ही हमारा आश्रय हो।

इमोजी सारांश (Emoji Summary) - हिंदी कविता
🌟 🚩 🚜 🥁 🤝 🎶 🎁 ✨

--अतुल परब
--दिनांक-02.10.2025-गुरुवार.
===========================================