स्वच्छता का दीप- शीर्षक: गांधी का संकल्प-🇮🇳 🧹 👓 ♻️ 💧 🎓 🤝 🙏

Started by Atul Kaviraje, October 04, 2025, 02:28:02 PM

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Atul Kaviraje

स्वच्छता दिन: राष्ट्रपिता का स्वप्न और स्वच्छ भारत का संकल्प-

🧹 🗑� 🇮🇳 'एक कदम स्वच्छता की ओर' 💧 🌱

हिंदी कविता - स्वच्छता का दीप-

शीर्षक: गांधी का संकल्प-

चरण   कविता (04 पंक्तियाँ)   हिंदी अर्थ (Short Meaning)

01.   आज दो अक्टूबर का, पावन दिवस आया।   आज दो अक्टूबर का पवित्र दिन आया है।
राष्ट्रपिता ने हमको, स्वच्छता पाठ पढ़ाया।   राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने हमें स्वच्छता का पाठ पढ़ाया।
आज़ादी से पहले, सफाई को अपनाया।   स्वतंत्रता से पहले, उन्होंने सफाई को महत्व दिया।
भारत माँ के हित में, एक दीप जलाया।   भारत माता के कल्याण के लिए, एक दीपक जलाया।

02.   स्वच्छता ही भक्ति है, यह गांधी का दर्शन।   स्वच्छता ही ईश्वर भक्ति है, यह गांधीजी का विचार है।
मन को भी साफ रखें, छोड़ें हर आकर्षण।   मन को भी साफ रखना चाहिए, हर बुराई को त्यागना चाहिए।
स्वच्छ भारत का सपना, करें हम सब अर्पण।   स्वच्छ भारत के सपने को हम सब मिलकर पूरा करें।
रोग-शोक को मिटा दें, हो जीवन का तर्पण।   रोग और दुःख को मिटा दें, जीवन सफल हो।

03.   सूखा-गीला कचरा, डिब्बे में हो अलग।   सूखा और गीला कचरा, डिब्बे में अलग-अलग हो।
रिसाइकल और रियूज़, जीवन का हो पलक।   पुनर्चक्रण और पुनः उपयोग, जीवन का हिस्सा बनें।
प्लास्टिक को ना कहें, न हो वातावरण कलंक।   प्लास्टिक को मना करें, वातावरण पर कोई बुरा प्रभाव न हो।
पानी की हर बूँद, है जीवन की झलक।   पानी की हर बूँद, जीवन का संकेत है।

04.   गली-मोहल्ला साफ हो, सड़क रहे चमकीली।   गली और मोहल्ला साफ हो, सड़क चमकदार रहे।
श्रमदान की परंपरा, हो कितनी रंगीली।   श्रमदान की परंपरा, कितनी खुशी देने वाली हो।
खुले में शौच न हो, हर झोंपड़ी भी नीली।   खुले में शौच न हो, हर घर में शौचालय की सुविधा हो।
रोग-बीमारी दूर हो, हर आँख गीली-गीली।   रोग और बीमारी दूर हों, हर आँख में खुशी के आँसू हों।

05.   विद्यार्थी की टोली, लेकर झाड़ू निकली।   विद्यार्थियों का समूह, झाड़ू लेकर निकला।
बड़े-बुजुर्गों ने भी, मुहिम आज नकली।   बड़े-बुजुर्गों ने भी, इस अभियान में सहयोग किया।
नदी और तालाब को, गंदगी से विरक्ति।   नदी और तालाब को, गंदगी से दूर रखें।
हर नागरिक का कर्तव्य, रहे उसमें शक्ति।   हर नागरिक का यह कर्तव्य है, उसमें शक्ति रहे।

06.   स्वच्छता से बढ़ता है, अपना मान-सम्मान।   स्वच्छता से बढ़ता है, हमारा मान और सम्मान।
आर्थिक और पर्यटन का, होता है उत्थान।   अर्थव्यवस्था और पर्यटन का, विकास होता है।
गांधी के सपनों को, देना है नया आयाम।   गांधीजी के सपनों को, एक नई दिशा देनी है।
भारत का हो गौरव, विश्व में हो नाम।   भारत का गौरव हो, विश्व में नाम हो।

07.   आओ हम सब मिलकर, आज शपथ ये लें।   आओ हम सब मिलकर, आज यह शपथ लें।
हर दिन हो स्वच्छता, मन में संकल्प ठानें।   हर दिन स्वच्छता हो, मन में यह इरादा करें।
स्वच्छ रहेगा देश तो, सुख ही सुख मानें।   देश स्वच्छ रहेगा तो, सुख ही सुख होगा।
सत्य, अहिंसा, स्वच्छता, गांधी को प्रणाम।   सत्य, अहिंसा, स्वच्छता, गांधीजी को प्रणाम।

इमोजी सारांश (Emoji Summary) - हिंदी कविता
🇮🇳 🧹 👓 ♻️ 💧 🎓 🤝 🙏

--अतुल परब
--दिनांक-02.10.2025-गुरुवार.
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