विजया दशमी/दसरा-1-🙏🪷🏹 असत्य पर सत्य की विजय का महापर्व-👑➡️🔥

Started by Atul Kaviraje, October 04, 2025, 09:23:41 PM

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Atul Kaviraje

विजया दशमी/दसरा-

विजया दशमी/दशहरा  पर भक्तिपूर्ण, विस्तृत लेख-

🙏🪷🏹 असत्य पर सत्य की विजय का महापर्व 🪷🏹🙏

विजयादशमी अथवा दशहरा भारत का एक ऐसा महान पर्व है जो केवल एक तिथि नहीं, बल्कि धर्म, सत्य, और शौर्य की विजय का एक अमर उद्घोष है। यह हमें याद दिलाता है कि बुराई चाहे कितनी भी शक्तिशाली क्यों न हो, अंततः अच्छाई की ही जीत होती है। यह दिन दो महान घटनाओं का साक्षी है: भगवान श्री राम द्वारा रावण का वध और माँ दुर्गा द्वारा महिषासुर का संहार। इसी कारण यह पर्व शक्ति और भक्ति का अद्भुत संगम है।

लेख के 10 प्रमुख बिंदु (उदाहरण, प्रतीक और इमोजी सहित)

1. नाम और अर्थ (Name and Meaning) 🏹🚩
दशहरा: 'दश' (दस) और 'हरा' (हारना/हरण करना) से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है दस बुराइयों पर विजय या दस सिर वाले रावण की हार।

विजयादशमी: 'विजय' (जीत) और 'दशमी' (दसवीं तिथि) से मिलकर बना है। यह विजय की तिथि है।

प्रतीक: धनुष-बाण 🏹, जो राम की शक्ति और रावण पर उनकी विजय का प्रतीक है।

2. पौराणिक आधार - राम और रावण (Mythological Basis - Ram and Ravana) 🔥👑
यह पर्व त्रेता युग में हुए उस महान युद्ध की समाप्ति का प्रतीक है, जब भगवान श्री राम ने अहंकारी लंकापति रावण का वध करके धर्म की स्थापना की थी।

यह घटना हमें सिखाती है कि अहंकार (Ego) और अधर्म (Immorality) का अंत निश्चित है।

उदाहरण: रावण की अपार शक्ति और ज्ञान भी उसे विनाश से नहीं बचा सका क्योंकि उसने सीता माता का हरण किया था। बुराई पर अच्छाई की जीत 👑➡️🔥

3. शक्ति पूजा - माँ दुर्गा और महिषासुर (Worship of Shakti - Maa Durga and Mahishasura) 🐯🔱
दशहरा, नवरात्रि के नौ दिन की शक्ति आराधना की पूर्णाहुति भी है। इसी दिन माँ दुर्गा ने महिषासुर नामक राक्षस का वध कर पृथ्वी को उसके अत्याचारों से मुक्त किया था।

यह स्त्री शक्ति (Feminine Power) की विजय का प्रतीक है।

प्रतीक: त्रिशूल 🔱 और शेर 🐅, जो माँ दुर्गा की शक्ति और संरक्षिका शक्ति को दर्शाते हैं।

4. बुराई के पुतलों का दहन (Burning of Effigies of Evil) 💣💥
शाम के समय रावण, मेघनाद, और कुम्भकर्ण के विशाल पुतले जलाए जाते हैं। यह इस बात का संकल्प है कि हम भी अपने भीतर की बुराइयों को जलाकर भस्म कर देंगे।

आंतरिक बुराइयाँ: काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद, मत्सर, अहंकार आदि।

इमोजी: पटाखे 🧨 और धुआँ 💨, जो बुराई के अंत का प्रतीक है।

5. शस्त्र पूजन/आयुध पूजा (Weapon Worship/Ayudha Puja) ⚔️🛠�
इस दिन क्षत्रिय और कारीगर वर्ग अपने अस्त्र-शस्त्रों और उपकरणों/यंत्रों की पूजा करते हैं।

यह कर्म की महत्ता को दर्शाता है और यह प्रार्थना है कि हमारे उपकरण हमेशा हमें सफलता प्रदान करें।

उदाहरण: किसान अपने हल की, सैनिक अपने हथियारों की, और व्यापारी अपने बहीखातों की पूजा करते हैं।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-02.10.2025-गुरुवार.
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