योम किप्पुर (Yom Kippur) - प्रायश्चित्त और आत्म-शुद्धि का महापर्व-1-🕯️🙏✡️

Started by Atul Kaviraje, October 04, 2025, 09:32:34 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

योम किप्पर-ज्यू-

2 अक्टूबर 2025 को भारतीय त्योहारों और जयंतियों के साथ ही, विश्वव्यापी यहूदी धर्म (Jewish) का सबसे पवित्र और महत्वपूर्ण दिन, योम किप्पुर (Yom Kippur) भी मनाया जाएगा। यह दिन प्रायश्चित्त (Atonement) और उपवास (Fasting) का है।

योम किप्पुर (Yom Kippur) - प्रायश्चित्त और आत्म-शुद्धि का महापर्व-

तिथि: 02 अक्टूबर, 2025 (सूर्यास्त से शुरू)

✡️🙏🕯� ईश्वर से क्षमा और आत्मा की पूर्ण शुद्धि 🕯�🙏✡️

योम किप्पुर यहूदी धर्म के कैलेंडर का सबसे पवित्र और गंभीर दिन है। इसे 'पवित्र दिनों का दिन' (Sabbath of Sabbaths) भी कहा जाता है। यह दिन रोश हशनाह (Rosh Hashanah), यानी यहूदी नव वर्ष के दस दिन बाद आता है, और इन दस दिनों को 'भय के दिन' (Days of Awe) कहा जाता है। यह वह समय है जब व्यक्ति एक वर्ष के दौरान किए गए अपने पापों का प्रायश्चित्त करता है, ईश्वर से क्षमा मांगता है, और अपने साथी मनुष्यों के साथ मेल-मिलाप स्थापित करता है। यह उपवास और गहन प्रार्थना के माध्यम से आत्मा की शुद्धि का महापर्व है, जिसका उद्देश्य ईश्वर की दया और क्षमा प्राप्त करना है। यह दिन बताता है कि मनुष्य को नैतिकता और जिम्मेदारी के साथ जीवन जीना चाहिए।

लेख के 10 प्रमुख बिंदु (उदाहरण, प्रतीक और इमोजी सहित)

1. समय और महत्व (The Time and Significance) 📅⏳
तिथि: यहूदी कैलेंडर के अनुसार तिश्री (Tishrei) महीने की 10वीं तारीख को, जो 2025 में 2 अक्टूबर के सूर्यास्त से शुरू होगा।

महत्व: यह पूरे वर्ष का सबसे पवित्र दिन माना जाता है, जब ईश्वर मानव जाति के भाग्य का अंतिम निर्णय करते हैं।

प्रतीक: घड़ी ⏳, जो समय के पूर्ण विराम और गहन चिंतन को दर्शाती है।

2. प्रायश्चित्त और क्षमा का उद्देश्य (Atonement and Forgiveness) 🙏😇
मूल अर्थ: हिब्रू में, 'योम किप्पुर' का अर्थ है 'प्रायश्चित्त का दिन' (Day of Atonement)।

उद्देश्य: इस दिन यहूदी मानते हैं कि ईश्वर पिछले वर्ष के उनके पापों को क्षमा करते हैं, बशर्ते उन्होंने सच्चे दिल से प्रायश्चित्त किया हो।

शर्त: ईश्वर से क्षमा मांगने से पहले, व्यक्ति को उन लोगों से क्षमा मांगनी होती है, जिन्हें उसने जाने-अनजाने में दुख पहुँचाया है।

3. 25 घंटे का कठोर उपवास (The 25-Hour Strict Fast) 🚫💧
अवधि: योम किप्पुर पर लगभग 25 घंटे (सूर्यास्त से अगले सूर्यास्त तक) का कठोर उपवास रखा जाता है।

नियम: इस दौरान भोजन और पानी पूरी तरह से वर्जित होते हैं। इसके अलावा, स्नान करना, इत्र लगाना, चमड़े के जूते पहनना और शारीरिक संबंध बनाना भी वर्जित होता है।

प्रतीक: पानी की बूँद पर रोक 🚫💧, उपवास की कठोरता को दर्शाती है।

4. कोल् निद्रे (Kol Nidre) प्रार्थना 📜🕯�
आरंभ: योम किप्पुर की पूर्व संध्या पर, सूर्यास्त से ठीक पहले, कोल् निद्रे नामक विशेष प्रार्थना की जाती है।

अर्थ: कोल् निद्रे का शाब्दिक अर्थ है 'सभी मन्नतें'। इस प्रार्थना में, लोग उन सभी अनजान व्रतों और प्रतिज्ञाओं को रद्द करते हैं, जो उन्होंने अगले वर्ष के लिए ईश्वर से की थीं, लेकिन उन्हें पूरा नहीं कर सके।

महत्व: यह मनुष्य को अपनी वाचा की पवित्रता और सीमाओं को याद दिलाता है।

5. विशेष आराधना और सिनेगॉग में समय (Synagogue Services) 🕍🎶
पहनावा: भक्त सफेद वस्त्र पहनते हैं (जिसे कित्तल/Kittel कहा जाता है), जो शुद्धता और स्वर्गदूतों के समान होने का प्रतीक है।

प्रार्थना: योम किप्पुर पर दिन भर सिनेगॉग (यहूदी मंदिर) में विशेष और लंबी प्रार्थनाएँ चलती रहती हैं।

इमोजी: यहूदी मंदिर 🕍 और प्रार्थना 🙏।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-02.10.2025-गुरुवार.
===========================================