साईंबाबा पुण्यतिथी उत्सव - श्रद्धा और सबूरी का महापर्व-2-🙏 🕌📅🕰️🕌🙏🔥🕊️🤝🌍

Started by Atul Kaviraje, October 04, 2025, 09:34:51 PM

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Atul Kaviraje

साईबाबा पुण्यतिथी उत्सव-शिर्डी-

 2 अक्टूबर 2025 को साईंबाबा पुण्यतिथी उत्सव का मुख्य दिन है, जिसे शिर्डी में अत्यंत भक्ति और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। इसी दिन दशहरा (विजयादशमी) का पर्व भी है, जिस दिन साईं बाबा ने महासमाधि ली थी।

साईंबाबा पुण्यतिथी उत्सव - श्रद्धा और सबूरी का महापर्व (02 अक्टूबर, 2025)-

तिथि: 02 अक्टूबर, 2025 (गुरुवार)मुख्य पर्व: शिर्डी, महाराष्ट्र

साईं बाबा का पुण्यतिथी उत्सव हर साल विजयादशमी (दशहरा) के दिन शिर्डी में तीन दिवसीय समारोह के रूप में मनाया जाता है। 2 अक्टूबर 2025 को उत्सव का मुख्य दिन होगा। यह दिन केवल बाबा के महाप्रयाण (महासमाधि) की याद दिलाता है, बल्कि उनके अमर संदेश "सबका मालिक एक" और "श्रद्धा और सबूरी" (विश्वास और धैर्य) को जीवन में उतारने का संकल्प लेने का भी पर्व है। इस दिन देश-विदेश से लाखों भक्त शिर्डी में एकत्रित होते हैं, और पूरा वातावरण भक्ति, प्रेम और दैवीय ऊर्जा से भर जाता है।

🙏 ॐ साईं राम 🙏 🕌 अल्लाह मालिक 🕋

6. द्वारकामाई: आस्था का केंद्र (Dwarkamai: The Center of Faith) 🧱🔥
स्थान: यह वह मस्जिद है जहाँ बाबा ने अपना अधिकांश जीवन बिताया और जहाँ उन्होंने चमत्कारी धुनी (पवित्र अग्नि) जलाई थी।

धुनी और उदी: इस धुनी की राख (उदी) भक्तों को विभूति के रूप में दी जाती है, जिसे बाबा का प्रसाद और संकट निवारक माना जाता है।

उदाहरण: बाबा ने उदी से कई भक्तों के रोग और संकट दूर किए।

इमोजी: पवित्र अग्नि 🔥 और आशीर्वाद का हाथ ✋।

7. पालखी और रथ यात्रा (Palkhi and Ratha Yatra) 🛺🚶
उत्साह: पुण्यतिथी के मुख्य दिन बाबा के चित्र और पोथी (पवित्र ग्रंथ) की भव्य पालखी और रथ यात्रा निकाली जाती है।

उद्देश्य: यह शोभायात्रा बाबा के गांव में घूमने और भिक्षा मांगने की पुरानी प्रथा का स्मरण कराती है।

इमोजी: रथ 🛺 और भक्तों की भीड़ 🚶, भक्ति के उत्साह को दर्शाते हैं।

8. सीमोल्लंघन (Crossing the Boundary) 🏹🌄
परंपरा: दशहरा के दिन, बाबा की सीमोल्लंघन की परंपरा का पालन किया जाता है, जहाँ भक्त मंदिर की सीमा से बाहर जाते हैं और वापस आते हैं, जो बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है।

आध्यात्मिक अर्थ: यह अहंकार की सीमा को लांघकर आत्म-शुद्धि प्राप्त करने का आध्यात्मिक संकेत है।

9. अखंड पारायण और कीर्तन (Continuous Recitation and Kirtan) 📖🎤
पारायण: उत्सव की शुरुआत में श्री साईं सत्चरित का अखंड पारायण शुरू होता है, जो मुख्य दिन समाप्त होता है।

कीर्तन: इस अवसर पर देश के प्रसिद्ध भजन गायक और कीर्तनकार अपनी प्रस्तुतियाँ देते हैं, जो भक्तों को आध्यात्मिकता में लीन कर देते हैं।

इमोजी: खुली किताब 📖 और माइक्रोफोन 🎤।

10. साईं का चिरंजीवी वचन (Sai's Eternal Promise) ❤️🌟
वाक्य: "मैं शरीर त्यागने के बाद भी सदैव तुम्हारे साथ रहूँगा। मेरी समाधि से भी मैं बोलूँगा और जो मुझ पर विश्वास करेगा, उसकी हर मुश्किल में सहायता करूँगा।"

निष्कर्ष: पुण्यतिथी उत्सव साईं बाबा के अमरत्व और भक्तों के प्रति उनके अटूट प्रेम को प्रमाणित करता है। भक्त उनके दरबार में आकर अपने दुख-सुख बाँटते हैं और शांति पाते हैं।

इमोजी सारांश (Emoji Summary) - साईंबाबा पुण्यतिथी उत्सव
🕌🙏🔥🕊�🤝🌍📅🛺❤️🌟

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-02.10.2025-गुरुवार.
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