खंडेमहानवमी एवं विजयादशमी - शौर्य, शक्ति और विजय का महापर्व-1-🏹👑

Started by Atul Kaviraje, October 04, 2025, 09:35:43 PM

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Atul Kaviraje

खंडेमहानवमी-

 2 अक्टूबर 2025 को आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि है, जिसे भारत के कई हिस्सों में, खासकर महाराष्ट्र और दक्षिण भारत में 'खंडेमहानवमी' या 'आयुध पूजा' के ठीक अगले दिन दशहरा/विजयादशमी के रूप में मनाया जाता है। हालाँकि, यह दशमी तिथि ही खंडेनवमी के उत्सव को पूर्णता प्रदान करती है। महाराष्ट्र में, नवमी तिथि (1 अक्टूबर) को खंडेनवमी (शस्त्र पूजा) मनाकर, 2 अक्टूबर की दशमी को सीमोल्लंघन और विजयोत्सव मनाया जाता है।

खंडेमहानवमी एवं विजयादशमी - शौर्य, शक्ति और विजय का महापर्व-

तिथि: 02 अक्टूबर, 2025 (दशमी तिथि)

⚔️🔱 Durga बुराई पर अच्छाई की शाश्वत विजय 🏹👑

खंडेमहानवमी (जो नवरात्रि की नवमी है) का उत्सव विजयादशमी (दशहरा) के साथ मिलकर पूर्ण होता है। यह दिन शक्ति (देवी दुर्गा) और पुरुषार्थ (भगवान राम) के विजय का प्रतीक है। महाराष्ट्र, कर्नाटक और दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में, नवमी तिथि को 'आयुध पूजा' या खंडेनवमी के रूप में मनाया जाता है, जहाँ शस्त्रों और उपजीविका के साधनों की पूजा की जाती है। 2 अक्टूबर 2025 को उदय तिथि में दशमी होने के कारण, यह दिन इन पूजाओं के विजयोत्सव का चरम है। यह हमें याद दिलाता है कि धर्म की रक्षा और समाज में न्याय स्थापित करने के लिए शक्ति और ज्ञान दोनों आवश्यक हैं।

लेख के 10 प्रमुख बिंदु (उदाहरण, प्रतीक और इमोजी सहित)

1. तिथि और धार्मिक समन्वय (The Date and Religious Harmony) 🗓�
तिथि: 02 अक्टूबर, 2025 (गुरुवार) को दशमी तिथि रहेगी, जिसका सीधा संबंध खंडेनवमी (आयुध पूजा) के बाद आने वाले विजयोत्सव से है।

सम्बन्ध: यह पर्व शक्ति पूजा (दुर्गा) और शस्त्र पूजा (खंडेनवमी) के समर्पण के बाद, विजय और सीमोल्लंघन का प्रतीक है।

प्रतीक: कैलेंडर 🗓� और चक्र ☸️, जो समय और शाश्वत विजय को दर्शाते हैं।

2. खंडेमहानवमी (आयुध पूजा) का अर्थ (Meaning of Khande Mahānavami) 🗡�🛠�
शब्द व्युत्पत्ति: 'खंडा' का अर्थ है तलवार या खड्ग, और 'नवमी' (उत्सव का नवम दिन)।

पूजा: इस दिन, केवल युद्ध के अस्त्र-शस्त्र ही नहीं, बल्कि जीवनयापन के लिए उपयोग किए जाने वाले सभी उपकरण, औजार (यंत्र) और वाहन की पूजा की जाती है।

महत्व: यह कार्य के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने और उनमें दैवी शक्ति का वास देखने की भारतीय परंपरा है।

इमोजी: तलवार 🗡� और हथौड़ा 🛠�, शौर्य और कर्म का प्रतीक।

3. शक्ति स्वरूपा देवी का पूजन (Worship of Goddess Shakti) 🔱 Durga
मूल कारण: यह उत्सव देवी दुर्गा द्वारा महिषासुर नामक राक्षस पर विजय प्राप्त करने के दसवें दिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।

रूपांतरण: नवमी तिथि को देवी के सिद्धिदात्री स्वरूप की पूजा होती है, जो भक्तों को आठों सिद्धियाँ प्रदान करती हैं। विजयादशमी इसी शक्ति की विजय का आह्वान है।

उदाहरण: महाराष्ट्र में यह उत्सव तुळजा भवानी और महालक्ष्मी की पूजा के साथ जुड़ा हुआ है।

4. श्रीराम की रावण पर विजय (Lord Rama's Victory) 🏹👑
पौराणिक आधार: विजयादशमी का मुख्य आधार भगवान राम द्वारा रावण का वध कर धर्म की स्थापना करना है।

संदेश: यह दिन अधर्म पर धर्म, अन्याय पर न्याय और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है।

इमोजी: धनुष-बाण 🏹 और मुकुट 👑, राम की विजय और धर्म को दर्शाते हैं।

5. शस्त्र पूजन की परंपरा (Tradition of Shastra Pujan) 🛡�🙏
ऐतिहासिक संदर्भ: प्राचीन काल में राजा और योद्धा युद्ध पर जाने से पहले अपने शस्त्रों की पूजा करते थे।

पांडव कथा: महाभारत की कथा के अनुसार, पांडवों ने अपने अज्ञातवास के दौरान अपने शस्त्रों को शमी वृक्ष के नीचे छिपाया था, और दशमी के दिन उन्हें वापस निकाला था। इसलिए यह पूजा महत्वपूर्ण है।

इमोजी: ढाल 🛡� और पूजा थाली 🙏।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-02.10.2025-गुरुवार.
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